Watch video-जाली ड्राइविंग लाइसैंस बनाने वाला मास्टर माइंड साथी सहित गिरफ्तार

punjabkesari.in Friday, Apr 06, 2018 - 03:19 PM (IST)

अमृतसर(संजीव): यू-ट्यूब से फर्जी ड्राइविंग लाइसैंस बनाना सीखा और इंटरनैट पर ऑनलाइन कंपनी एमाजोन से ड्राइविंग लाइसैंस के कार्ड मंगवाए और बाजार में जाली लाइसैंस बनाने का धंधा शुरू कर दिया। यह खुलासा जिला पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लाइसैंस बनाने वाले मास्टर माइंड सर्बजीत सिंह रिंकू निवासी मोहन नगर सुल्तानविंड रोड ने आज पुलिस के सामने किया। सर्बजीत सिंह को उसके साथी मनजिन्द्र सिंह मिक्की निवासी राम नगर सुल्तानविंड रोड के साथ गिरफ्तार किया गया, जिनके कब्जे से 1 एल.सी.डी., 2 सी.पी.यू., 1 प्रिंटर, 1 स्कैनर व 10 जाली ड्राइविंग लाइसैंस बरामद हुए।

ए.डी.सी.पी. जगजीत सिंह वालिया ने आज पत्रकार सम्मेलन के दौरान उक्त दोनों आरोपियों के बारे में जानकारी दी।  उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से पुलिस को लगातार सूचना मिल रही थी कि उक्त आरोपी बाजार में जाली ड्राइविंग लाइसैंस बनाकर भारी कीमत पर बेच रहे है। जिस पर पुलिस ने आज सुल्तानविंड रोड मोहन नगर स्थित सर्बजीत सिंह के घर पर रेड पर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जहां से पुलिस ने जाली लाइसैंस बनाने की पूरी सामग्री बरामद की। आरोपियों के विरुद्ध धोखाधड़ी का केस दर्ज कर उन्हें जांच के लिए माननीय अदालत के निर्देशों पर पुलिस रिमांड पर लिया है। 

प्रारंभिक जांच में हुए खुलासे
ए.डी.सी.पी. जगजीत सिंह वालिया ने बताया कि प्रारंभिक जांच में जाली लाइसैंस बनाने वाले सर्बजीत सिंह रिंकू ने यह खुलासा किया कि वह यू-ट्यूब पर बैठकर फ्लैक्सो को देख रहा था कि उसे ड्राइविंग लाइसैंस बनाने की जानकारी मिली। वहीं से उसने चिप वाले ड्राइविंग लाइसैंस कार्ड की जानकारियां हासिल की और इंटरनैट पर चलने वाली ऑनलाइन कंपनी एमाजोन से ड्राइविंग लाइसैंस के कार्ड मंगवा लिए, जिसके बाद उसने डी.टी.ओ. कार्यालय की जानकारी रखने वाले अपने एक दोस्त के साथ सम्पर्क कर ड्राइविंग लाइसैंस कार्ड के बारे में पूरी जानकारी ली। सब कुछ हासिल करने के बाद उसने लोगों के जाली लाइसैंस बनाने शुरू कर दिए। 

ट्रक ड्राइवर व टैक्सी चालकों को बेचता था कार्ड 
ट्रक ड्राइवर व टैक्सी चालक गिरफ्तार किए गए सर्बजीत सिंह के ग्राहक होते थे, जिनसे वह भारी रकम लेकर उन्हें जाली लाइसैंस बनाकर देता था। जांच में यह बात सामने आई है कि अक्सर दूसरे राज्यों में जाने वाले ट्रक ड्राइवर व टैक्सी चालक पुलिस चालान से बचने के लिए जाली लाइसैंस वहीं छोड़ आते थे। न तो उन्हें उस राज्य की पुलिस द्वारा काटे गए चालान को भुगतने का डर रहता और न ही उन्हें जुर्माने की चिंता होती। ए.डी.सी.पी. जगजीत सिंह वालिया का कहना है कि दोनों आरोपियों से गहनता के साथ पूछताछ की जा रही है और अहम खुलासे होने की संभावना भी है।
 

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