माता चंद कौर हत्याकांड:हत्यारे कौन, किसने रची साजिश, एजैंसियां खाली हाथ

punjabkesari.in Friday, Jun 21, 2019 - 08:23 AM (IST)

जालंधर (सोमनाथ): पंजाब पुलिस ने बीते कुछ सालों में राज्य में हिंदू और धार्मिक नेताओं की हत्या की गुत्थी सुलझाकर सराहनीय काम किया था। इस संबंध में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। जिन नेताओं की हत्या के मामले सुलझाए गए थे उनमें संघ नेता जगदीश गगनेजा और रविंद्र गोसाईं, अमित अरोड़ा, दुर्गादास गुप्ता, अमित शर्मा, सतपाल, रमेश कुमार व सुल्तान मसीह की हत्या के मामले शामिल हैं मगर नामधारी समुदाय के जगद्गुरु स्व. जगजीत सिंह की धर्मपत्नी व गुरु मां चंद कौर की हत्या को हुए 3 साल बीत गए हैं, अभी तक न तो इस हत्याकांड की जांच के लिए गठित एस.आई.टी. हत्यारों के गिरेबान तक पहुंच पाई है और न ही सी.बी.आई.।

अब इस हत्याकांड की जांच एन.आई.ए. को सौंपे जाने की मांग की जाने लगी है जिस कारण संगत में रोष बढ़ता जा रहा है। संगत के मन में बार-बार एक ही सवाल उठ रहा है कि भैणी साहिब में इतनी सिक्योरिटी होने के बावजूद कातिल बड़ी आसानी से अंदर कैसे दाखिल हो गए और फिर हत्या को अंजाम देने के बाद आसानी से फरार भी हो गए। आखिर इस कत्लकांड को अंजाम देने वाले दोषी कौन हैं, इस हत्याकांड की साजिश किसने रची और इसमें साथ किसने दिया। इस पर से अभी पर्दा नहीं उठ सका है जबकि धड़ों में बंटे समुदाय के लोगों द्वारा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जाने का सिलसिला जारी हो चुका है जिससे संगत में पुलिस प्रशासन और खुफिया एजैंसियों के खिलाफ रोष पाया जा रहा है। 

सुरक्षा पर उठे सवाल
ठाकुर दलीप सिंह के सचिव नवतेज सिंह और पंथक एकता कमेटी के सचिव अरविंद्र सिंह लाडी, सूबा दर्शन सिंह, पलविंद्र सिंह और राजपाल कौर ने मीडिया के साथ बातचीत करते हुए सवाल किया कि भैणी साहिब की किले जैसी चारदीवारी जहां हर समय 60-70 की सिक्योरिटी हर समय तैनात रहती है और यहां तक कि बेबे दलीप कौर को भी वहां नहीं जाने दिया गया था फिर मोटरसाइकिल पर आए हथियारबंद हत्यारे अंदर कैसे चले गए और गुरु माता चंद कौर को गोलियां मारकर वापस कैसे चले गए? वह भी तब जब चप्पे-चप्पे पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे हैं। उन्होंने सवाल किया कि इतने कैमरे लगे होने के बावजूद कातिल नजर नहीं आए यह कैसे संभव हो गया। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि इस कत्लकांड के समय माता जी के निजी ड्राइवर और बॉडीगार्ड केसर सिंह कहां चले गए। वहीं माता जी के साथ बैठे ड्राइवर और एक अन्य बीबी को खरोंच तक नहीं आई।


CBI और SIT के जारी स्कैच एक जैसे
बीते माह इस मामले में सी.बी.आई. ने 2 संदिग्ध नौजवानों के स्कैच जारी किए हैं और साथ ही ऐलान किया है कि इन दोनों आरोपियों की पहचान बताने वालों को 5 लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा। इससे पहले इस हत्याकांड की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एस.आई.टी.) भी हत्यारों के स्कैच जारी कर चुकी है। एस.आई.टी. ने यह स्कैच माता चंद कौर के साथ मौजूद सेवादारों से पूछताछ के बाद तैयार किए थे। दोनों स्कैच में दोषी एक ही हैं। वहीं तत्कालीन पुलिस कमिश्नर लुधियाना और जांच टीम के सदस्य जङ्क्षतद्र सिंह औलख ने घटनास्थल के आसपास कहीं भी कोई सी.सी.टी.वी. कैमरा नहीं होने की बात कही थी। 

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