जालंधर: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से बढ़ सकती है कोरोना वायरस से पीड़ित रोगियों की संख्या

punjabkesari.in Monday, Mar 23, 2020 - 02:40 AM (IST)

जालंधर (रत्ता): कोरोना वायरस को लेकर इस वक्त विश्व भर में जहां भयावह स्थिति बनी हुई है और हर व्यक्ति दहशत में है वहीं जालंधर के स्वास्थ्य विभाग की नालायकी एवं लापरवाही न केवल स्थिति को गम्भीर बना सकती है बल्कि वायरस से पीड़ित रोगियों की संख्या को भी बढ़ा सकती है। इस बात का अंदाजा हर कोई इससे लगा सकता है कि कुछ दिन पहले नवांशहर के समीप गांव पठलावा में जर्मनी से वाया इटली होते हुए आए 70 वर्षीय जिस बुजुर्ग की मौत के बाद कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी, वह बुजुर्ग जालंधर के पटेल अस्पताल में दाखिल हुआ था और उसके बाद सिविल अस्पताल में भी आया था। जहां विभाग के अधिकारियों व अस्पताल के स्टाफ ने इस बात को गम्भीरता से नहीं लिया और वह अपने गांव वापस चला गया।

बुजुर्ग की जब कुछ दिन बाद फिर तबीयत खराब हुई तो उसके घरवालों ने उसे बंगा के सिविल अस्पताल दाखिल करवाया जहां उसकी मौत हो गई। बुजुर्ग के सम्पर्क में आने वाले लोगों में से अब तक 14 लोगों की कोरोना वायरस की रिपोर्ट पॉजीटिव आ चुकी है जबकि कुछ की रिपोर्ट का इंतजार है। अब सोचने वाली बात यह है कि बुजुर्ग जब सिविल अस्पताल जालंधर आया था और उस वक्त विभाग गम्भीरता से उसकी पूरी जांच करता और उसे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दाखिल किया जाता तो उसके सम्पर्क में ज्यादा लोग नहीं आते और कोरोना वायरस से पीड़ित होने से बच जाते।

विदेशों से आए लोगों के घरों के बाहर लगाए गए होम क्वारंटाइन के स्टिकर
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा एहतियात के लिए उठाए गए कदम के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने विदेश से आए लोगों के घरों के बाहर होम क्वारंटाइन के स्टिकर चिपका दिए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग की लगभग 50 टीमों ने रविवार को अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर उन लोगों के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल की जो लोग हाल ही में विदेश से आए हैं। टीमों ने उन लोगों को जागरूक भी किया कि अगर उन्हें बुखार, खांसी, गला खराब की शिकायत हो तो वे तुरंत स्वास्थ्य विभाग से सम्पर्क करें अन्यथा 14 दिन तक घर से बाहर न निकलें।

उल्लेखनीय है कि रविवार शाम तक सिविल अस्पताल फिल्लौर में दाखिल कोरोना वायरस के संदिग्ध 3 रोगियों (जोकि गांव पठलावा के मृतक के सम्पर्क में आए थे) और जालंधर के सिविल अस्पताल में दाखिल 2 संदिग्ध रोगियों में से अधिकांश की रिपोर्ट पॉजीटिव आ सकती है।

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Yaspal