MLA Raman Arora के मामले में नया मोड, बढ़ी मुश्किलें, 6 हजार पन्नों की चार्जशीट दाखिल
punjabkesari.in Sunday, Jul 20, 2025 - 01:17 PM (IST)

जालंधर (मृदुल, भारद्वाज, जतिंद्र): सैंकड़ों करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किए गए सेंट्रल हलके से विधायक रमन अरोड़ा के केस में उस समय नया मोड़ आ गया, जब आज विजिलेंस द्वारा माननीय अदालत में अतिरिक्त जिला एवं सैशन जज जसविंदर सिंह की अदालत में विधायक अरोड़ा, उनके राजदार महेश मखीजा और रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार की गई नगर निगम की महिला इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर के खिलाफ 6000 पेजों की चार्जशीट फाइल की गई। इस चार्चशीट में कई बड़े व्यापारियों और अन्य लोगों के विधायक अरोड़ा द्वारा परेशान करके पैसे ऐंठने के एवज में स्टेटमेंट दर्ज हैं। वहीं हैरानी की बात है कि उनके समधी राजू मदान अभी भी फरार हैं। इस चार्जशीट में विधायक रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा का भी नामजद है। अब इस केस पर सुनवाई 27 जुलाई को होगी।
सूत्रों की मानें विजिलेंस अधिकारियों द्वारा तय समय पहले ही चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। चार्जशीट में विधायक रमन अरोड़ा के विधायक रहते हुए और विजिलेंस द्वारा गिरफ्तारी के बाद जांच में जितने भी पीड़ित लोग जिनसे पैसे ऐंठे गए और कितने लाखों रुपए वसूले गए हैं, उन सबके बयान विजिलेंस ने चार्जशीट फाइल में कमलबद्ध कर कोर्ट में दाखिल किए हैं।
दूसरी ओर चार्जशीट में विधायक रमन अरोड़ा के साथ-साथ उनके राजदार महेश मखीजा, महिला इंस्पेक्टर हरप्रीत कौर और विधायक रमन अरोड़ा के रिश्तेदारों और उनकी कंपनियों और फर्मों की स्टेटमेंट सहित बैंक ट्रांजेक्शन के बारे भी जिक्र किया गया है। यह सब अहम दस्तावेज सील बंध लिफाफे में विजिलेंस ने कोर्ट में पेश किए हैं।
विजिलेंस अधिकारियों की मानें तो रमन अरोड़ा द्वारा विधायक रहते हुए जिस तरह बेनामी संपत्ति बनाई गई है और उसी के साथ जिन-जिन लोगों के नाम पर संपत्तियां खरीदी गई हैं, उसकी फिलहाल विजीलैंस जांच चल रही है। हालांकि विजीलैंस द्वारा कई अन्य लोगों जिनके नाम पर संपत्तियां खरीदी गई हैं, उनके बयान भी विजीलैंस ने दर्ज किए हैं, ताकि बाद में अलग से एक बेनामी संपत्तियों की रिपोर्ट दाखिल की जा सके।
गौरतलब है कि 23 मई की सुबह मंदिर में माथा टेकते वक्त अचानक विजिलेंस की टीम ने विधायक रमन अरोड़ा को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया। हालांकि पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा खुद के विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करना और बाद में उसकी गिरफ्तारी के बाद राज़दार महेश मखीजा, महिला इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया था। विधायक रमन अरोड़ा द्वारा शहर में रंगदारी का नैटवर्क नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से चलाया जा रहा था, जिसमें ए.टी.पी. सुखदेव वशिष्ठ द्वारा निर्माणाधीन बिल्डिंगों के मालिकों को नोटिस भेजकर बाद में उन्हें परेशान करके विधायक रमन अरोड़ा के पास भेजा जाता था। बाद में विधायक खुद ही सैटिंग करके बिल्डिंगों की सील खुलवा दिए करते थे और लाखों रुपए की सौदेबाजी उनके दफ्तर में बैठकर चल रही थी।
इतना ही नहीं शहर में एक चर्चित पुलिस अधिकारी पर भी विधायक रमन अरोड़ा का आशीर्वाद था, जोकि बाद में शहर से ट्रांसफर कर दिया गया और बाद में उक्त अधिकारी को विजीलैंस दफ्तर भी बुलाया गया था। इसी सारे मामले में विजिलेंस द्वारा विधायक रमन अरोड़ा के बेटे राजन अरोड़ा, उनके समधी राजू मदान और आर.टी.आई एक्टिविस्ट सहित अन्य कई लोगों को केस में नामजद किया गया था।
आय से अधिक संपत्ति की अलग चार्जशीट कोर्ट में दाखिल करेगी विजिलेंस
सनद रहे कि विजिलेंस के एक अधिकारी ने बताया कि विधायक रमन अरोड़ा द्वारा आय से अधिक संपत्ति के मामले को लेकर अभी जांच विचाराधीन हैं, जांच पूरी करने के लिए हर एंगल से लोगों से पूछताछ की जा रही है और इतना ही नहीं काफी बड़े स्तर पर कई बेनामी संपत्तियों के बारे रिकॉर्ड भी मिला है, जिनमें कई नेताओं के भी नाम सामने आए हैं। इसलिए एक अलग चार्जशीट जोकि आय से अधिक संपत्ति बनाने को लेकर माननीय अदालत में आने वाले दिनों में दाखिल की जाएगी।
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