वक्त की मार: जिस अस्पताल में मुख्य मेहमान बन शान से आते थे MLA Raman, आज वहीं...
punjabkesari.in Monday, Sep 08, 2025 - 10:33 AM (IST)

जालंधर (शौरी): "वक्त की हर शै गुलाम, वक्त का हर शै पे राज" एक प्रसिद्ध पंक्ति व मशहूर हिंदी फिल्म वक्त में फरमाया गया मशहूर गीत है, जिसका अर्थ है कि हर चीज समय के अधीन है और समय हर चीज पर शासन करता है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि एक्टर बलराज साहनी जोकि बहुत बड़ा कपड़े का व्यापारी था और उसकी कपड़े की मिले भी थी। उसे इतना अहंकार था कि उसे कुदरत की मार उसे पड़ी और भयानक भूचाल आने के कारण उसकी कपड़ों की मिले तहस-नहस हो गई तथा बलराज साहनी बर्बाद हो गया। उक्त बात आम आदमी पाटी के विधायक रमन अरोड़ा पर स्टीक बैठती है, ऐसे उनके जानकारों का कहना है।
गौर हो कि माननीय अदालत द्वारा उन्हें जेल से जमानत मिलने के बाद दौबारा से विधायक रमन को थाना रामामंडी की पुलिस ने डरा धमका कर जबरी पैसे बसूली के केस में उनका नाम नामजद होने के चलते गिरफ्तार कर लिया। रोजाना की तरफ आज भी पुलिस उनका रुटीन मेडिकल करवाने के बाद उन्हें वापिस ले गई, लेकिन शाम को विधायक ने कहा कि उसकी छाती में दर्द हो रहा है। इसके बाद पुलिस उसे दोबारा सिविल अस्पताल एमरजैंसी वार्ड लेकर पहुंची।
विधायक रमन के साथ 2 ए.सी.पी तथा सी.आई.ए स्टाफ के लम्बाई में ऊंचे पुलिस जवानों के इलावा बाकी थाने की पुलिस भी थी। ऐसा लग रहा था कि मानों किसी गैगस्टर को पुलिस पकड़ कर लाई हो एमरजैंसी वार्ड को सील कर दिया गया। विधायक रमन को जब स्ट्रैचर पर लेकर एमरजैंसी वार्ड लेकर जाया गया तो स्ट्रैचर को धक्का लगाने वाला भी कह रहा था कि विधायक रमन का भार भी कम हो गया और उनके चेहरे में वह चमक-धमक भी नही रही, जो विधायक होने पर होती थी। किसी जमाने में विधायक रमन अरोड़ा इसी सिविल अस्पताल में मुख्य मेहमान बनकर शान से कैम्पों, नई मशीनरी आदि का उद्रघाटन करने आते थे और आज इसी अस्पताल में हवालाती के तौर पर उन्हें लाया जा रहा है। अस्पताल सूत्रों की माने तो विधायक किसी से नजरे नहीं मिला रहे हैं और चुपचाप ही बैड पर लेटे रहे।
कार्डियोलॉजिस्ट न होने के कारण विधायक को किया रात पर अमृतसर रैफर
छाती में तेज दर्द होने की शिकायत पर देर शाम करीब 5.15 बजे रमन अरोड़ा को पुलिस सिविल अस्पताल लाई डाक्टरों का टीम ने बी.पी ई.सी.जी, पल्स चैक करवाई तो सब ठीक था। लेकिन रमन लगातार छाती में तेज दर्द होने का दावा करते रहे डाक्टर कोई रिस्क नहीं लेना चाहते थे जिसके बाद फैसला लिया गया कि सिविल अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट डाक्टर (हृदय रोग के माहिर डाक्टर) नहीं है इसलिए रमन अरोड़ा को अमृतसर स्थित गुरु नानक अस्पताल (मेडिकल कालेज) में रैफर कर दिया गया। सरकारी 108 की एम्बुलैंस रात 8.20 बजे करीब उन्हें लेकर रवाना हो चुकी थी।
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