सजा या ऐश: जेल में पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत से कैदियों तक पहुंच रहे मोबाइल!

punjabkesari.in Monday, Feb 11, 2019 - 11:21 AM (IST)

कपूरथला (गुरविंद्र कौर): माननीय जज साहिबान की ओर से विभिन्न अपराधों में आरोपी पाए जाने वालों को आरोपों के आधार पर सजा सुनाकर राज्य की जेलों में बंद किया जाता है ताकि वे अपनी गलती को सुधार पाएं और एक अच्छे नागरिक बनें परंतु शायद अब प्रदेश की जेलों में सजा कम व मौज-परस्ती अधिक होती नजर आने लगी है। इसको जेल प्रशासन की नालायकी कहें या फिर जेल प्रशासन में तैनात कर्मचारियों की मिलीभगत?चारों ओर भारी पुलिस फोर्स के साथ घिरे जेल कॉम्प्लैक्स व जेल प्रशासन की ओर से की गई सख्ती के बावजूद राज्य की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली केंद्रीय जेल कपूरथला में बड़ी संख्या में मोबाइल का पहुंचना जेल प्रशासन पर एक बड़ा सवालिया चिन्ह खड़ा कर रहा है। यदि आंकड़ों की ओर नजर दौड़ाई जाए तो वर्ष 2018 में परीजन एक्ट के तहत 66 (52-ए) मामले दर्ज किए गए हैं और 152 मोबाइलों की रिकवरी की गई। 

कैदियों के साथ-साथ पुलिस कर्मचारियों से भी बरामद हो रहीं नशीली गोलियां 
उल्लेखनीय है कि गत कुछ दिन पहले केंद्रीय जेल में ड्यूटी पर तैनात एक हैड कांस्टेबल से पंजाब आम्र्ड पुलिस ने बड़ी मात्रा में नशीली गोलियां बरामद की थीं। पुलिस रिकार्ड अनुसार गत 7 वर्षों के दौरान कपूरथला पुलिस ने 10 जेल कर्मचारियों के खिलाफ ड्रग बरामदगी को लेकर मामले दर्ज किए हैं परंतु इसके बावजूद कई कर्मचारियों की गतिविधियों अभी भी जारी हैं। 

मोबाइल जैमर खुद हुआ जाम
उल्लेखनीय है कि जेल प्रशासन की ओर से लगातार मोबाइल रख कर जेल नियमों की उल्लंघना करने वाले कैदियों व हवालातियों को रोकने के लिए जेल कॉम्प्लैक्स में मोबाइल जैमर लगाया हुआ है जोकि काफी समय से खुद जाम हुआ पड़ा है यानी कि ठीक प्रकार काम नहीं कर रहा या फिर खराब कह दिया जाए, बात एक ही है। कुछ महीनों में जेल प्रशासन ने जेल के सभी ओर जैमर टावर लगवाए हैं परंतु इसके सही ढंग से काम न करने के कारण मोबाइल जाम नहीं हो रहे, जिसके कारण कैदी व हवालाती खुल कर अपने पारिवारिक सदस्यों, रिश्तेदारों व दोस्तों से बातचीत करते हैं। 

मिलीभगत ने जेल प्रशासन व पंजाब पुलिस की मुहिम को लगाई ब्रेक 
जेल प्रशासन व पंजाब पुलिस ने लगातार बढ़ रहे नशे के प्रसार व गैंगस्टरों की बढ़ रही गतिविधियों को रोकने के लिए संयुक्त तौर पर बड़ी मुहिम चला कर कई जेलों से बड़े स्तर पर ड्रग की बरामदगी की है और गैंगस्टरों की गतिविधियों पर काफी हद तक रोक लगाई है परंतु इसके बावजूद राज्य की जेलों में तैनात बड़ी संख्या में जेल कर्मचारियों व अन्य सुरक्षा संस्थानों के साथ संबंधित कर्मचारियों की संदिग्ध गतिविधियां व मिलीभगत कहीं न कहीं जेल प्रशासन व पंजाब पुलिस की संयुक्त मुहिम पर ब्रेक लगा रही है। 

संदिग्ध गतिविधियों के कारण सुरक्षा कर्मचारियों को दूसरी जेलों में किया जा चुका है तबदील
पंजाब की कई बड़ी जेलों में नशे व गैंगवार की घटनाएं सुॢखयों में आने के बाद गत कुछ महीने से संबंधित जेलों के प्रशासन व पंजाब पुलिस ने बड़े स्तर पर जेल में सर्च मुहिम चलाई हुई है। इसके बावजूद राज्य की जेलों में बड़ी संख्या में ऐसे सुरक्षा कर्मचारी तैनात हैं, जिनके तार जेलों में बंद कई बड़े अपराधियों व गैंगस्टरों के साथ जुड़े हुए हैं, जो इनको नशीले पदार्थ सप्लाई करने के साथ-साथ कई ऐसी जानकारियां देने के मामले में गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं परंतु इसके बावजूद ऐसे कर्मचारियों की गतिविधियां लगातार जारी हैं, जिसके कारण उच्चाधिकारियों की ओर से कुछ संदिग्ध सुरक्षा कर्मचारियों को दूसरी जेलों में तबदील कर दिया गया है। 

Anjna