मोदी सरकार ने सिखों के हितों में बड़े फैसले लिए: हरसिमरत कौर बादल

punjabkesari.in Saturday, Dec 21, 2019 - 12:17 PM (IST)

नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून पास होने के बाद अफगानिस्तान के सिखों एवं हिन्दुओं के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से मुलाकात की। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल भी मौजूद रहीं। सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि वह संगत को बधाई देते हैं कि इतने वर्षों की मांग पूरी हुई है।

उन्होंने नागरिकता कानून के माध्यम से सिखों का मसला हल करने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि नागरिकता हासिल करने के लिए अकाली दल के सरप्रस्त प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई में शिरोमणि अकाली दल की लगातार कोशिशों के बाद अब यह दिन आया है। इस कानून के मामले पर आज कुछ व्यक्तियों द्वारा आलोचना की जा रही है पर वह बताना चाहते हैं कि आलोचना करनी आसान है पर हमारे साथ क्या बीती है यह हम ही जानते हैं। अफगानिस्तान का सारा आर्थिक ढांचा सिखों ने संभाला हुआ था व सिख सभी कुछ हरा-भरा छोड़ कर अफगानिस्तान से यहां आए थे। उन्होंने कहा कि तालिबान के आने के बाद हालात बिगड़ गए और अब नाममात्र सिख अफगानिस्तान में रह गए।

उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने संसद में भी आवाज उठाई थी कि 80 हजार सिख पिछले 30 वर्षों से अफगानिस्तान से आकर देश में रह रहे हैं। दुनिया के अन्य मुल्कों में दो-दो साल में नागरिकता मिल जाती है व भारत को भी बड़ी दिलेरी दिखानी चाहिए। केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि बहुत ही बड़ी रहमत गुरु साहिब ने की है कि यह बिल अब कानून बन गया है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान के सिखों ने अपने धर्म को जीवित रखने के लिए अपना देश व सारा घर-बार छोड़ा व अपनों के बीच वापस आए हैं। जो कानून का विरोध कर रहे हैं वे अफगानिस्तान के सिखों के स्थान पर खड़े होकर देखें तो उन्हें महसूस होगा कि कितनी मुश्किलों का सामना इन सिखों ने किया है। उन्होंने कहा कि हम सब बहुत भाग्यशाली हैं कि 550वें प्रकाश पर्व के वर्ष में यह फैसला नागरिकता के बारे में हुआ।

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