मोगा बम ब्लास्ट: रिश्तेदार ही निकला आरोपी, उड़ीसा से किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Thursday, Oct 04, 2018 - 10:24 PM (IST)

मोगा(आजाद): मोगा पुलिस ने 26 सितंबर को चैंबर रोड मोगा पर स्थित एक कोरियर कार्यालय में हुए पार्सल बम ब्लास्ट मामले का हल सात दिन में कर मुख्य आरोपी राजवीर राजेयाना उर्फ राज को उड़ीसा से गिरफ्तार कर उसे आज माननीय अदालत में पेश किया। जिसका पांच दिन का पुलिस रिमांड दिया गया। 

जानकारी देते हुए फिरोजपुर रेंज के आई.जी. मुखविंदर सिंह छीना तथा मोगा के जिला पुलिस अधीक्षक गुरप्रीत सिंह तूर, मोगा पुलिस के नवनियुक्त एस.एस.पी गुलनीत सिंह खुराना ने पत्रकारों को बताया कि मोगा चैंबर रोड पर सूद कोरियर के कार्यालय में पार्सल बम ब्लास्ट हुआ था जो संगरूर के एक व्यापारी को भेजने के लिए दिया गया था। जिस पर थाना सिटी मोगा द्वारा विकास सूद के बयानों पर 26 सितंबर को अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था। उक्त घटना में विकास सूद तथा राकेश कुमार घायल हो गए थे।

फोरैंसिक टीम ने की थी जांच
फिरोजपुर रेंज के आई.जी. मुखविंदर सिंह छीना तथा मोगा के जिला पुलिस अधीक्षक गुरप्रीत सिंह तूर ने बताया कि पार्सल बम के ब्लास्ट होने पर एन.एस.जी तथा फोरैंसिक टीम को बुलाया गया था, जिन्होंने पहले तो उक्त जगह की अच्छी तरह से जांच की, यहां बम ब्लास्ट हुआ था और बाद में वह उसे अपने साथ ले गए और उसे किसी अज्ञात जगह ले जाकर डिफ्यूज कर दिया। उन्होंने कहा कि फोरैंसिक माहिरों की रिपोर्ट अभी तक आनी बाकी है, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह पता चला था कि यह कोई बड़ा बम नहीं है यह छोटा कम प्रभाव वाला धमाका था। जिस कारण किसी का जानी नुकसान नहीं हुआ। 

जांच टीम का किया गया था गठन
फिरोजपुर रेंज के आई.जी. मुखविंदर सिंह छीना तथा मोगा के जिला पुलिस अधीक्षक गुरप्रीत सिंह तूर ने बताया कि मोगा पार्सल बम ब्लास्ट की घटना का पता चलने पर मोगा पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की, जिन्होंने चैंबर रोड मोगा पर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों के अलावा बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, जी.टी.रोड पर लगे सभी सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज को खंगाला, जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान हुई। जिसके आधार पर विशेष टीम द्वारा संदिग्ध व्यक्ति की पहचान करने के लिए जिस व्यक्ति को कोरियर बम पार्सल संगरूर भेजा जाना था। भूपेश राजेयाना को सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज को चैक करवाया गया, जिन्होंने सी.सी.टी.वी. फुटेज देखने के बाद पुलिस को बताया कि उक्त व्यक्ति हमारा रिश्तेदार हैं और उसकी पहचान उन्होंने राजवीर राजेयाना उर्फ राज निवासी बसंत कालोनी राउरकेला सुंदर नगर उड़ीसा के तौर पर की।

मोबाइल फोन से हुई पूरी पहचान
उन्होंने कहा कि जब उड़ीसा रहते व्यक्ति के मोबाइल फोन की लोकेशन चैक की गई तो वह उड़ीसा की ही निकली। जिसके आधार पर एक विशेष टीम डी.एस.पी. हरिंदर सिंह डोड, थाना सिटी साउथ के प्रभारी जतिंदर सिंह तथा सब इंस्पैक्टर वेद प्रकाश पर आधारित चार मैंबरी टीम को उड़ीसा भेजा गया, ताकि मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया जा सके। जब टीम वहां पहुंची और इसकी जानकारी पहले से ही मोगा पुलिस द्वारा उड़ीसा पुलिस को दे दी गई थी, जिस पर राउकेला के प्लांट साइट थाना प्रभारी उपेन्द्र प्रधान द्वारा मोगा पुलिस को पूरा सहयोग दिया। 

किराए पर मकान लेने के लिए बुलाया
जब पुलिस टीम उड़ीसा पुलिस को साथ लेकर राजवीर राजेयाना उर्फ राज के घर पर पहुंचे तो उनके घर बसंती कालोनी राउकेला जिला सुंदर नगर के बाहर टुलेट का बोर्ड लगा हुआ था, जिस पर पुलिस अधिकारियों ने वहां लिखे नंबर पर फोन करके कहा कि हमने मकान किराए पर लेना है। जिस पर राजवीर राजेयाना उर्फ राज वहां आ गया, लेकिन उक्त व्यक्ति के सिर पर बाल होने के कारण उसकी तुरंत पहचान नहीं हो पाई। क्योंकि सी.सी.टी.वी. फुटेज में जो संदिग्ध व्यक्ति आया था वह सिर पर कम बाल थे। जिस पर पुलिस ने शंका होने पर उसके सिर पर हाथ फेरा तो उसके सिर पर लगा विग नीचे उतर गया और पुलिस ने उसे अपनी हिरासत में ले लिया और उसे माननीय अदालत में पेश किया और अदालत द्वारा राजवीर राजेयाना उर्फ राज का पांच दिन का पुलिस रिमांड दिया गया और मोगा पुलिस ने उसे राहधारी रिमांड के आधार पर मोगा लाकर आज माननीय अदालत में पेश किया। अदालत ने उसका पांच दिन का पुलिस रिमांड दिया। उन्होंने कहा कि कथित आरोपी से पूछताछ की जाएगी। पूछताछ समय और भी कई सुराग मिलने की संभावना है। 

नकली आधार कार्ड बनाकर रहा था जालंधर के होटल में 
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उक्त आरोपी राजवीर राजेयाना ने नकली आधार कार्ड मोहम्मद अब्दुलबारी के नाम पर बनाया हुआ था। जिसके आधार पर उसने मार्डन लोज जालंधर में 20 सितंबर को कमरा किराए पर लिया था और वह अपने साथ बम बनाने का सामान भी उड़ीसा से लेकर आया था, लेकिन बम में डालने वाला बारूद यहीं से लिया था और वह कई दिन उस होटल में रहा और योजना बनाता रहा कि बम को कैसे भेजा जाए। जिस पर वह 26 सितंबर को मोगा आया और पहले वह डाकघर में बम वाला पार्सल कोरियर करवाने के लिए जाने लगा, लेकिन वह बाद में वापस सूद कोरियर पर पहुंचा, जहां उसने 180 रुपए देकर संगरूर के लिए पार्सल बुक करवाया कि इसमें टी-शर्ट है और वह वहां से चला गया। लेकिन दुकानदार को शंका होने पर उसने उसका पीछा भी किया, लेकिन तब तक वह निकल चुका था, जो सी.सी.टी.वी. कैमरे में कैद हुआ।

उन्होंने बताया कि राजवीर राजेयाना सूद कोरियल को पार्सल देने के बाद जालंधर वापस चला गया, यहां से 28 सितंबर को राउकेला के लिए चला और 1 अक्तूबर को राउकेला पहुंच गया। यहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि फोरैंसिक टीम के माहिरों द्वारा जानकारी के आधार पर जालंधर के उक्त होटल मार्डन लाज की भी जांच की तो उन्हें वहां से पार्सल बम में डाले गए बारूद जैसा एक लिफाफा मिला, जिसे उन्होंने अपने कजे में ले लिया था। जिसके बारे जांच कर रहे है। 

पारिवारिक जायदाद का था विवाद
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ समय राजवीर राजेयाना उर्फ राज ने बताया कि उनका पारिवारिक जायदाद को लेकर भूपेश राजेयाना के साथ विवाद चल रहा है। हमारी पैतृक जायदाद गांव खेड़ी तथा रणवीर कालेज संगरूर के सामने स्थित है। विवाद को हल करने के लिए मै पहले भी उसे मिलने के लिए संगरूर गया था। लेकिन हमारा कोई विवाद हल नहीं हुआ। उसने कहा कि मेरे पारिवारिक सदस्य सभी उड़ीसा में रहते थे और मैंने उक्त पार्सल बम अपने रिश्तेदार को नुकसान पहुंचाने के लिए संगरूर भेजना चाहता था। 

पहले भी कई दिन रहा मोगा
पूछताछ समय राजवीर राजेयाना ने बताया कि वह पंजाबी सिनेमा के क्षेत्र में बतौर फोटोग्राफर काम करता था। जिस पर वह एक पंजाबी फिल्म की शूटिंग के संबंध में कई दिन मोगा में रहा। जिस कारण मोगा के बारे जानकरी थीं। इसी कारण मैने मोगा को बम पार्सल भेजने के लिए चुना। 

जांच टीम को करेंगे सम्मानित
फिरोजपुर रेंज के आई.जी. मुखविंदर सिंह छीना तथा मोगा के जिला पुलिस अधीक्षक गुरप्रीत सिंह तूर ने कहा कि विशेष जांच टीम जो उड़ीसा गई थीं, जिसमें डी.एस.पी. हरिंदर सिंह डोड, थाना प्रभारी साउथ जतिंदर सिंह, सब इंस्पैक्टर वेद प्रकाश के अलावा अन्य पुलिस अधिकारियों ने जिन्होंने जांच समय पूर्ण सहयोग दिया, उन्हें समानित किया जाएगा। 

Vaneet