खून से लथपथ सड़क पर तड़प रही गर्भवती महिला के लिए मसीहा बनी पुलिस

punjabkesari.in Monday, Apr 20, 2020 - 01:59 PM (IST)

मोहालीः पुलिस एक तरफ अपनी जान हथेली पर रख कोरोना के मरीजों को उनके घर से कोरोना के टैस्ट व इलाज के लिए अस्पतालों में दाखिल करवाने के अलावा जरूरतमंद लोगों के घर घर राशन पहुंचाने के साथ-साथ नाकों पर 24-24 लगातार ड्यूटी कर रक्षा करने में जुटी है।

वहीं अन्य बीमारियों के कारण व एक्सिडैंट में घायल व बीमार को अस्पताल में भर्ती कर फरिश्ते की भूमिका निभा रही है। ऐसा ही मामला देर रात 10 बजे के करीब देखने को मिला। मोहाली-11 के पास स्थित गांव जगतपुरा में मोहाली पुलिस की पी.सी.आर. के 3 जवानों ने देर सीढ़ियों से गिरकर गंभीर घायल 5 माह की गर्भवती महिला सुलहा देवी नाम को 10 मिनट में चंडीगढ़ के 32 स्थित सरकारी अस्पताल में पहुंचाकर महिला को नया जीवन दिया। महिला गंभीर रूप से घायल हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर पीड़िता के बच्चे की जान नहीं बच पाई। पता चला है कि अस्पताल में डॉक्टरों की ओर से पीड़िता का कोरोना टैस्ट भी किया गया था, जिसकी रिपोर्ट नैगेटिव आई है। 

रोड पर पड़ी तड़प रही थी गर्भवती
पी.सी.आर. टीम में तैनात ए.एस.आई. ऋषि राज सिंह, ए.एस.आई. रमेश कुमार व हैड़ कांस्टेबल हरमनजीत सिंह ने बताया कि पुलिस कंट्रोल रूम पर कॉल आई थी कि गांव जगतपुरा में एक 4-5 माह की गर्भवती महिला घर की सीढिय़ों से गिरने की वजह से गंभीर जख्मी हो गई है। पेट पर गहरी चोट लगने के कारण व गर्भ गिरने से खून से लथपथ गंभीर अवस्था में घर से बाहर निकल रोड पर तडप रही है और उन्होंने सहायता के लिए हैल्पलाइन नंबर-108 पर कॉल की थी, मगर उनकी मदद के लिए कोई नहीं आया। जिसके बाद समय न गंवाते हुए उनकी टीम उसै लेकर तुरंत जगतपुरा पहुंंची और पीड़ित महिला को अस्पताल ले जाने के लिए मोहाली में रात को कोई एम्बुलैंस व प्राइवेट गाड़ी नहीं मिल रही थी। जिसके बाद फेज-11 में पी.सी.आर. की टीम नंबर-21 तुरंत उनकी सहायता के लिए पहुंची और पीड़िता को अस्पताल पहुंचाया गया।

अस्पताल ले जाते समय बेहोश हुई पीड़िता
पीड़िता को जिस समय तीनों पुलिसवाले अस्पताल लेकर जा रहे थे तो उस दौरान पुलिस ने पीड़िता के लिए एक डाक्टर, मां, बड़ा भाई, बाप की भूमिका एक साथ निभाई और जगतपुरा से सैक्टर-32 के अस्पताल पहुंचाने के दौरान बीच रास्ते अपनी बहन व बेटी जैसे देखभाल कर पहुंचाया। क्योंकि जब पी.सी.आर. कर्मी पीड़िता को अपनी गाड़ी की पिछली सीट पर लिटाकर अस्पताल में ले जा रहे थे, तो महिला के पेट में काफी ज्यादा दर्द हो रहा था। जिसके चलते वह रास्ते में एक दो बार बेहोश भी हुई थी, जिसे पुलिसवालों ने पानी पिलाया और उसे हौंसला देकर संभाला।


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