इश्क में अंधी मां बच्चों के लिए बनी जानवर, जानें पूरा मामला

punjabkesari.in Thursday, Aug 01, 2019 - 02:09 PM (IST)

चंडीगढ़(वैभव): चंडीगढ़ की एक बेरहम मां ने बच्चों को 15 दिन भूखे रखकर जमकर मारपीट की। इतना ही नहीं विधवा मां बच्चों को घर में अकेले छोड़ कर किसी ओर के पास जाकर रहने लग गई। यह मामला धनास के छोटे फ्लैटों का है। बच्चों की शिकायत के बाद चाइल्ड वेलफेयर समिति ने उनकी मां पर जुवेनाईल जस्टिस एक्ट 2015 के अंतर्गत पुलिस को एफ.आई.आर. दर्ज करने की सिफारिश की है और बच्चों को रैसक्यू कर उचित इंसाफ दिलाने के लिए अपने पास रखा है।

बच्चों की शिकायत पर पहुंची टीम
जिला चाइल्ड प्रोटेक्शन अफसर डी.सी.पी.ओ. तबासुम खान ने बताया कि उनके पास एक फोनकॉल आई थी, जिसमें पीड़ित ने उनको बताया कि उनकी मां उसकी और उसके बहन-भाइयों के साथ मारपीट करती है, खाने को नहीं देती। सूचना मिलते ही डी.सी.पी.ओ. तबासुम खान के नेतृत्व में चाइल्ड प्रोटेक्शन अफसर मुहम्मद इरशाद, लीगल अफसर प्रभदीप कौर और सामाजिक वर्कर नेहा शर्मा ने धनास के छोटे फ्लैटों का दौरा किया।

पिता चल बसे और मां किसी ओर के साथ रह रही
डी.सी.पी.ओ. तबासुम खान ने बताया कि नाबालिग ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी मां विधवा है। पिता का देहांत साल 2016 में हो गया था। उसके बाद वह सैक्टर-25 निवासी के साथ उसके घर में रहने लग गई। रेखा के अलग होने के बाद तीनों ही बच्चे धनास में अकेले रहते हैं, जिन की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। उनके रिश्तेदार भी उनको देखने नहीं आते।

घर में कोई जरूरत का सामान नहीं था 
पीड़ितों ने बताया कि उसकी मां उनको खाने के लिए खाना तो क्या, कोई खर्च तक नहीं देती थी। जब टीम ने धनास के छोटे फ्लैटों का दौरा किया तो पाया कि बच्चों ने करीब 15 से 20 दिनों से कुछ नहीं खाया था। टीम ने उनके घर राशन पहुंचाया और उनको खाने के लिए दिया। टीम ने वहां यह भी पाया कि घर में किसी भी प्रकार का कोई भी जरूरत का सामान नहीं है।

टीम के सामने ही बच्चों को पीटने लगी 
टीम को बताया गया कि पीड़िता की मां उनको लात घंसों के साथ मारती थी, गालियां देती थी। वहीं जब उसे पता लगा कि बच्चों ने उसके खिलाफ शिकायत की है तो उसने तीनों को बुरी तरह पीटा और धमकी दी। जब यह घटना घटी तब डी.सी.पी.यू. और चाइल्ड लाइन स्टाफ की टीम वहां मौजूद थी। जब टीम के सदस्यों ने उसे रोका तो उसने टीम के सदस्यों को भी गालियां निकाली। टीम ने इतना सब होने के बावजूद मां को समझाया कि बच्चों की जिम्मेदारी उसकी बनती है कि वह उनको जरूरत का सारा सामान उपलब्ध करवाए परन्तु उसने उनकी एक नहीं सुनी और लगातार गालियां निकालती रही। टीम के सामने उसने बच्चों को धमकी दी कि वह इसका बदला उनसे लेकर रहेगी।  

Vaneet