राखी पर मां को मिला अनोखा ''तोहफा'', 14 साल पहले लापता हुए बेटे को देखा तो छलके आंसू

punjabkesari.in Sunday, Aug 22, 2021 - 02:22 PM (IST)

मोगा (गोपी राऊके, बिन्दा) : रक्षाबंधन के त्यौहार पर मोगा की एक मां को एक अनोखा तोहफा अपने बेटे के रूप में मिला है, जो पिछले 14 वर्षों से संदिग्ध परिस्थितियों में अचानक लापता हो गया था। अभिभावकों ने अपने जिगर के टुकड़े की जब काफी तलाश की, मगर वह नहीं मिला। इसके बाद माता-पिता ने हार मान ली। आज अचानक जैसे ही मोगा के वार्ड नंबर-27 के लाडी ने अपने घर में पैर रखा तो मां मंजीत कौर की आंखें नम हो गईं। उसकी आंखों में आंसुओं की अविरल धारा बह निकली। बेटे के अचानक आने पर मां समेत समूचे परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मां को विश्वास नहीं आ रहा था कि उसका बेटा लौट आया है।

ट्रक ड्राइवर ने राजस्थान में बेच दिया था ढाबे वाले को
14 वर्ष की पुरानी यादें बताते लाडी ने कहा कि वह जब नौ वर्ष का था तो मोगा के गांव लौहारा में फक्कर बाबा दामूशाह की दरगाह पर मात्था टेकने गया था। जहां एक ट्रक ड्राइवर ने उसको अपने साथ बैठा लिया और उसे राजस्थान के एक होटल में बेच दिया। जहां दो वर्ष रहने के उपरांत उसका एक अन्य साथी उसको यू.पी. ले गया तथा वह वहां लंबा समय बाल मजदूरी करता रहा और अत्याचार सहन करता रहा। लाडी ने कहा कि अक्षर ज्ञान का पता न होने पर उसके पास परिवार का संपर्क और कोई नंबर नहीं भी नहीं था। लाडी ने कहा कि अब पड़ोसियों ने कहा कि तेरी किडनी निकालना चाहते है, इसलिए तूं पंजाब चला जा। पड़ोसियों की सहायता से वह अपनी मां को मिल सका है। लाडी ने घर पहुंचते जब पूछा कि मेरे पापा कहां तो मां ने कहा कि आप तेरी प्रतीक्षा करते इस जहान से कूच कर गए। यह सुन लाडी की आंखे नम हो गई। वार्ड पार्षद कुलविंदर कौर ने थाना सिटी-2 के प्रभारी बलराज मोहन को लिखित शिकायत देकर मामले की गहनता से जांच की मांग की है। बहन काजल ने 14 वर्ष बाद अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा। बहन का कहना है कि उसकी खुशी का आझ कोई ठिकाना नहीं है। क्योंकि हर रखड़ी के त्यौहार पर वह कामना करती थीं कि लाडी जरूर आएगा।


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Content Writer

Tania pathak

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