इश्क में चूर मां ने आशिक के साथ मिलकर किया था पुत्र का कत्ल

punjabkesari.in Thursday, Aug 23, 2018 - 06:34 PM (IST)

पटियाला(बलजिन्द्र, जैन, गोयल) : पटियाला पुलिस ने एस. एस. पी. मनदीप सिंह सिद्धू और डी.एस.पी. नाभा दविंदर अत्तरी के नेतृत्व में नाभा कत्ल केस की गुत्थी सुलझाते हुए दावा किया की मृतक सुखबीर सिंह उर्फ सुक्खी पुत्र बलजिन्दर सिंह निवासी छीटांवाला का कातिल कोई और नहीं बल्कि उसकी अपनी इश्क में अंधी हुई मां नरिंदर कौर ही है, जिसने अपने आशिक के साथ सिमरदीप सिंह उर्फ डोगर के साथ मिलकर अपने ही पुत्र का इस लिए कत्ल कर दिया कि वह उनके नाजायज संबंधों में बाधा बन रहा था।

ससुर का भी कर दिया था कत्ल
एस.एस.पी. मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि इतना ही नहीं पटियाला पुलिस ने एक नहीं बल्कि इसी परिवार के दूसरे कत्ल की भी गुत्थी सुलझा दी है। मृतक सुखी की माता नरिन्दर कौर ने अपने नाजायज संबंधों में बाधा बन रहे पुत्र का ही कत्ल नहीं किया बल्कि जून 2015 में दोनों ने मिलकर नरिन्दर कौर के ससुर जगदेव सिंह का भी कत्ल कर दिया था। जगदेव सिंह भी उनके नाजायज संबंधों में बाधा बन रहा था। एस.एस.पी. सिद्धू ने बताया कि थाना सदर नाभा अधीन पड़ते गांव छीटांवाला के रहने वाले सुखबीर सिंह उर्फ सुखी की 20 अगस्त को संदिग्ध मौत हो गई थी। इस कत्ल को छिपाने के लिए उसकी माता नरिंदर कौर ने बिना किसी पुलिस कार्यवाही से उसका संस्कार करने की कोशिश की परन्तु जब मामला पुलिस के ध्यान में आया तो 174 की कार्यवाही अमल में लाई गई।

सख्ती पर कत्ल स्वीकार कर लिया
खूफिया तौर पर पड़ताल करने से पता लगा कि नरिंदर कौर के पति की साल 2010 में एक्सीडेंट में मौत हो गई थी और 2014 में उस के उसी गांव की मोबाइलों की दुकान करने वाले सिमरदीप उर्फ डोगर के साथ नाजायज संबंध बन गए। पहले तो नरिन्दर कौर का लड़का सुक्खी छोटी उम्र का था, परन्तु जब वह बड़ा हो गया तो अपनी मां को ऐसे संबंधों से रोकने लगा। दोनों ने मिलकर 19-20 अगस्त की मध्य रात्रि को सुक्खी का गला घोंटकर उसके मुंह में राऊंडअप नाम की जहरीली दवा डाल दी और उसकी लाश को अपने गेट की दीवार के साथ लगा कर रख दिया। जब पुलिस को शक हुआ तो उन्होंने नरिंदर कौर और डोगर से सख्ती के साथ पूछताछ की तो दोनों ने कत्ल स्वीकार कर लिया।

दोनों पर ये लगाई धाराएं
एस.एच.ओ. सदर नाभा बिक्कर सिंह ने दोनों के खिलाफ थाना सदर नाभा में 302 और 34 आई.पी.सी. के अंतर्गत केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मौके डी.एस.पी. नाभा दविंदर अत्तरी विशेष तौर पर उपस्थित थे। 

तीन साल पहले ससुर का भी किया था कत्ल
एस. एस. पी. सिद्धू ने बताया कि डी. एस. पी. दविंदर अत्तरी के नेतृत्व वाली पुलिस पार्टी ने जब इस मामले की जांच शुरू की तो नरिन्दर कौर और डोगर दोनों ने माना कि उन्होंने आपस में मिलकर जून 2015 में नरिन्दर कौर के ससुर जगदेव सिंह का भी रात को सोते हुए उसके मुंह पर तकिया रख कर कत्ल कर दिया था और उसे कुदरती हार्ट अटैक बताकर उसका संस्कार कर दिया गया था क्योंकि उसका ससुर जगदेव सिंह भी शराब पीकर उसकी मारपीट करता था और नाजायज खर्चा करने और डोगर को मिलने से रोकता था। 

सिमरदीप उर्फ डोगर की नरिंदर कौर की जमीन पर थी नजर
एस.एस.पी. मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि सिमरदीप उर्फ डोगर सिर्फ नरिंदर कौर के साथ नाजायज संबंध ही कायम नहीं था, रखना चाहता था बल्कि उसकी नरिन्दर कौर की 4-5 एकड़ जमीन पर भी नजर थी। नरिन्दर कौर के पति की हादसे में मौत हो गई थी। उस के ससुर को दोनों ने पहले कत्ल कर दिया था। इस के बाद दोनों मिलकर मृतक सुखबीर उर्फ सुक्खी को विदेश भेजना चाहते थे परन्तु वह दसवीं कक्षा में फेल हो गया और डोगर के रास्ते में बाधा बनने लगा। दोनों ने मिलकर उसका कत्ल कर दिया और पीछे अब कोई न होने के कारण डोगर यह सोच रहा था कि उसकी जमीन भी निगल ली जाए।

मोबाइल काल ने किया केस ट्रेस
ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी इस बार एक बार फिर से मोबाइल काल के साथ ट्रेस हो गई। एस. एस. पी. सिद्धू ने बताया कि दोनों ने सुक्खी का कत्ल करने के बाद उसकी लाश को घर के गेट के पास रख दिया और उसके बाद डोगर अपने घर चला गया। इसी दौरान उस की मां नरिंदर कौर ने अपने पुत्र सुक्खी के मोबाइल से डोगर को फोन करके पूछा कि वह घर ठीक-ठाक पहुंच गया है और किसी को कुछ पता तो नहीं लगा। इसके बाद उसकी मां ने मोबाइल फोन तोड़ कर छुपा दिया। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पूरी कहानी सामने आ गई। एस. एस. पी. सिद्धू ने बताया कि दोनों ने खुद तो अपने फोन से तय साजिश के अंतर्गत एक हफ्ता पहले बात करनी बंद कर दी थी, परन्तु यह चालाकी के साथ की गई काल इस केस तक पहुंचा गई। उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है। 

 
 

Des raj