पति था किसी और के प्रेम में पागल, 2 बच्चों की मां ने सल्फास निगल कर दे दी जान

punjabkesari.in Sunday, Dec 08, 2019 - 09:39 AM (IST)

जालंधर(महेश): गांव पतारा में 2 बच्चों की मां ने सल्फास निगल कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। जानकारी के अनुसार किसी और लड़की से संबंध रखने वाले पति से दुखी होकर मृतका ने जान दे दी। मृतका की पहचान मीना कुमारी पत्नी राकेश कुमार केशा के रूप में हुई है। मृतका की मां मनजीत कौर पत्नी बलविन्द्र सिंह निवासी लुधियाना व बुआ सुनीता कुमारी निवासी गांव पंडवा, फगवाड़ा व मायके परिवार के अन्य लोगों को जैसे ही मीना द्वारा सल्फास निगल लेने की सूचना मिली तो वह तुरंत गांव पतारा स्थित मीना के ससुराल पहुंचे और गंभीर हालत में मीना को रामा मंडी के जौहल अस्पताल में लाया गया, जहां कुछ समय बाद उसने दम तोड़ दिया। डा. बी.एस. जौहल ने बताया कि सल्फास का जहर मीना के पूरे शरीर में फैल जाने के कारण उसे बचाया नहीं जा सकता था। 



बेटी की मौत के बारे में सुनकर मां मनजीत कौर का अस्पताल में ही रो-रो कर बुरा हाल हो गया। बुआ सुनीता ने बताया कि उसकी सुबह फोन पर मीना से बात हुई थी तो उसने कहा था कि वह अपने पति राकेश कुमार केशा (जिसके घर के नजदीक ही रहती एक लड़की से अवैध संबंध हैं) से दुखी होकर खुदकुशी करने जा रही है। बुआ के मुताबिक इससे पहले भी कई बार राकेश कुमार केशा का उसकी पत्नी मीना से राजीनामा करवाया जा चुका था लेकिन उसके न सुधरने के कारण मीना ने तंग आकर अपनी जीवन लीला को समाप्त कर लिया। 



मृतका के पिता बलविन्द्र सिंह ने मामले की जांच कर रहे थाना पतारा के ए.एस.आई. निर्मल सिंह हीर को बताया कि उसकी बेटी की मौत के लिए उसका पति ही जिम्मेदार है। एस.एच.ओ. पतारा दलजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने मृतका के पिता बलविन्द्र सिंह के बयानों पर पति राकेश कुमार केशा व उससे संबंध रखने वाली लड़की सपना के खिलाफ थाना पतारा में आई.पी.सी. की धारा 306 के तहत केस दर्ज कर लिया है। मृतका मीना का रविवार को सुबह पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। उसके शव को सिविल अस्पताल भेज दिया गया है। दोनों फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए रेड की जा रही है। 

राकेश से थी मीना की दूसरी शादी 
मीना के मायके वालों ने बताया कि मीना के पति सीता राम की करीब 10 साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। वह दर्जी का काम करता था। उसकी मौत के बाद दोनों परिवारों ने मीना की शादी सीता राम के छोटे भाई राकेश कुमार केशा से कर दी। मीना का बड़ा बेटा उसकी पहली शादी से था और दूसरा बेटा दूसरी शादी से। मायके परिवार का आरोप था कि राकेश के किसी लड़की से उसकी शादी से पहले के संबंध थे लेकिन दोनों परिवारों को लगता था कि शादी के बाद सब कुछ बदल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। दूसरी शादी के समय मीना के बड़े बेटे की आयु 2 साल के करीब थी। 



मृतका थी आंगनबाड़ी वर्कर
मृतका मीना कुमारी आगंनबाड़ी वर्कर के रूप में काम करती थी। पति द्वारा कोई खर्च न दिए जाने के कारण वह अपनी मेहनत के कमाए हुए पैसों से अपने दोनों बच्चों का पालन-पोषण करती थी। वह अपने दोनों बच्चों की खातिर जीना चाहती थी लेकिन पति के प्रेम संबंधों के चलते उसने मजबूर होकर मौत को चुन लिया। मृतका के ससुराल परिवार में उसकी सास व पति के अलावा और कोई नहीं था। सास भी शूगर की मरीज होने के कारण बीमार ही रहती है।

Edited By

Sunita sarangal