दिल्ली किसान मोर्चे पर बैठे अंतरराज्यीय खिलाड़ी की मां ने रखा मरण व्रत, हालत गंभीर

punjabkesari.in Tuesday, Jan 05, 2021 - 01:56 PM (IST)

जीरकपुर (मेशी): केंद्र सरकार के विरुद्ध किसान संघर्ष 40वें दिन में शामिल होने पर मोदी सरकार किसानी आंदोलन के आगे कुछ झुकने लगी है, परन्तु किसान आंदोलन फिर भी दिनों-दिन तेज होता जा रहा है, जिस में हर दिन नौजवान, बुज़ुर्ग, महिलाओं समेत बच्चे हज़ारों की संख्या में पंजाब से दिल्ली को रवाना हो रहे हैं। जहां मोदी सरकार से अपनी, किसान समर्थकी मांगों को मनवाने के लिए किसान जत्थेबंदियों की तरफ से भूख हड़ताल भी की जा रही है।

इसी लड़ी के अंतर्गत जीरकपुर के एक अंतरराज्यीय खिलाड़ी जगतार सिंह की तरफ से भी लगातार कई दिनों से सिंघू बार्डर पर मरण व्रत रखा हुआ है, जिस के चलते उसकी माता भुपिन्दर कौर अपने पुत्र की तरफ से जारी भूख हड़ताल के कारण ख़ुद पिछले कई दिनों से घर में मरण व्रत पर बैठी हुई थी, हालत काफ़ी ख़राब होने के कारण उनको ज़ीरकपुर के निजी अस्पताल में दाख़िल करवाना पड़ा, जिस कारण संबंधी डॉक्टरों ने पुत्र जगतार सिंह को संदेश भेजा, जिसके बाद जगतार सिंह अपनी माता का हाल जानने के लिए स्पेशल दिल्ली से ज़ीरकपुर पहुँचा। इस दौरान खिलाड़ी जगतार सिंह ने दिल्ली किसान मोर्चे संबंधी बताया कि उनकी तरफ से शांतमयी ढंग के साथ लगातार व्रत रखा हुआ है। यही उम्मीद में किसान जत्थेबंदियां संघर्ष कर रही हैं कि केंद्र सरकार मांगों को जल्द स्वीकृत करे।

खिलाड़ी की माता भुपिन्दर कौर ने बताया कि दिल्ली बार्डर पर अपने पुत्रों की हालत देख उन्होंने भी घर बैठे ही भूख हड़ताल रखी हुई है। जब तक केंद्र सरकार काले कानूनों को रद्द नहीं करती वह अपने पुत्र की तरह मरण व्रत रखेगी। वह आज ही अपने पुत्र को फिर दिल्ली संघर्ष में रवाना कर देंगे जिससे उन की बीमारी कारण पुत्र की तरफ से दिल्ली संघर्ष में कोई रुकावट न पड़े।

जब डाक्टर जे. बी. लांबा के साथ संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि जब माता जी को अस्पताल लाया गया तो उनकी हालत काफ़ी गंभीर थी, परन्तु जिस समय से उन्होंने अपने पुत्र का चेहरा देखा है, उस समय से इनकी हालत में कुछ सुधार आया है। जीरकपुर पहुंचने पर किसान जत्थेबंदियों की तरफ से जगतार सिंह का स्नेहपूर्ण स्वागत किया गया। 

Tania pathak