मुकेरियां में अकाली दल की चुप्पी से भाजपा को हो सकता है नुक्सान

punjabkesari.in Saturday, Oct 05, 2019 - 09:20 AM (IST)

मुकेरियां(नागला, झावर): मुकेरियां विधानसभा क्षेत्र में आजादी के बाद मुख्य तौर पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा। मरहूम डा. केवल कृष्ण जो वित्त मंत्री व स्पीकर भी रहे 6 बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते। वहीं मुकेरियां विधानसभा क्षेत्र से स्व. रजनीश कुमार बब्बी एक बार आजाद एवं एक बार कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीते। भाजपा की ओर से अरुणेश शाकर ने भी इस सीट पर जीत प्राप्त की।

परन्तु गत समय लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को मुकेरियां क्षेत्र से लगभग 35,000 से भी ज्यादा मतों से हार का सामना करना पड़ा, जिससे कांग्रेसी वर्करों को यहां भारी निराशा का सामना करना पड़ा। परन्तु इससे पहले स्व. रजनीश कुमार बब्बी ने लगभग 23,000 से भी ज्यादा मतों से विधानसभा चुनावों में जीत प्राप्त की थी, जिससे मतों में बार-बार हो रहे उल्टफेर से इस चुनाव में मतदाता क्या रंग दिखाएंगे कुछ भी कहना सम्भव नहीं है। इस उप-चुनाव के दौरान जहां कांग्रेस प्रत्याशी इंदू बाला के पति की मृत्यु उपरांत सहानुभूति मिलने की सम्भावना है, वहीं कांग्रेस के 4-4 कैबिनेट मंत्री जो नामांकन-पत्र भरने के दिन से ही क्षेत्र में बैठकर अपने तजुर्बे से चुनाव मुहिम चलाकर वर्करों से सम्पर्क करते हुए रूठों को मना रहे हैं।

वहीं अकाली-भाजपा गठबंधन में हाईकमान स्तर पर खटास से यहां भी अकाली वर्करों ने भाजपा से दूरी बनाकर रख ली है, वहीं भाजपा द्वारा पूर्व कैबिनेट मंत्री अरुणेश शाकर को इस बार टिकट न दिए जाने के कारण भाजपा वर्करों में भारी निराशा पाई जा रही है। परन्तु जंगी लाल महाजन (भाजपा प्रत्याशी) वर्करों को एकजुट करने में लगे हुए है। वर्णनीय है कि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुरध्यान सिंह मुल्तानी अकाली वोटरों में सेंधमारी कर रहे हैं। वहीं क्षेत्र में चुप्पी धारण कर बैठे बसपा वर्कर किस ओर करवट लेते हैं, यह भी अभी पहेली बनी हुई है। लेकिन आगामी दिनों में मतदाता क्या रंग दिखाएंगे अभी कुछ कहना सम्भव नहीं।

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