पटियाला पुलिस ने सुलझाई 2 अंधे कत्ल की गुत्थियां,साथी ही निकले ड्राइवर के कातिल

punjabkesari.in Friday, Feb 08, 2019 - 09:06 AM (IST)

पटियाला (बलजिन्द्र): पटियाला पुलिस ने 2 और अंधे कत्ल की गुत्थियों को सुलझा दिया है। एक 3 महीने पहले कत्ल किए गए ट्रक ड्राइवर की और दूसरा 26 जनवरी को रेलवे स्टेशन के पास कत्ल किए गए प्रवासी मजदूर की। दोनों मामलों को सी.आई.ए. स्टाफ पटियाला ने ट्रेस किया। इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए एस.एस.पी. मनदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पुलिस को 13 अक्तूबर को जेल रोड पर पुडा कालोनी में से एक गली-सड़ी लाश मिली थी। उसकी शिनाख्त सुखजीत सिंह पुत्र बिक्रम सिंह निवासी गांव पूना जिला ऊना हिमाचल प्रदेश ने की और बताया कि यह लाश उसके भाई सुखविंदर सिंह (34) की है, जोकि गोयल एम.जी. गैस फोकल प्वाइंट नंगल जिला रूपनगर में ड्राइवरी करता है। वह गाड़ी लोड करके राजपुरा आया परन्तु वापस नहीं लौटा और उसकी गाड़ी राजपुरा में ही खड़ी थी।

 इस मामले की जांच जब एस.पी. (डी.) मनजीत सिंह बराड़, डी.एस.पी. सुखमिंदर सिंह चौहान की अगुवाई में सी.आई.ए. स्टाफ पटियाला की तरफ से शुरू की गई तो पाया गया कि सुखविंदर सिंह का कत्ल किसी और ने नहीं बल्कि उसके साथी ड्राइवर शनिस्चर लोगन उर्फ छोटू पुत्र पूना लोगन निवासी गांव पोपडा सिमडेगा झारखंड हाल आबाद गांव बिलासपुर थाना चम्बेवाल जिला होशियारपुर और हरजाप सिंह निवासी गांव गंभीरपुर जिला रोपड़ ने किया है। 

एस.एस.पी. ने बताया कि तीनों इक_े एक कम्पनी में काम करते थे और गोयल एम.जी. गैस कम्पनी से गाडिय़ों में गैस भर कर राजपुरा आते थे और उनका आपस में उठना-बैठना था। कुछ समय पहले तीनों का आपस में किसी कारण झगड़ा हो गया तथा शनिस्चर और हरजाप ने सुखविंदर सिंह को मारने की साजिश रची। 2 अक्तूबर को जब सुखविंदर सिंह गाड़ी ले कर राजपुरा आया तो दोनों आल्टो में सवार होकर राजपुरा आ गए और सुखविंदर सिंह को साथ बिठा कर पटियाला की ओर चल पड़े। पहले तीनों ने शराब पी और फिर झगड़ा किया तथा सुखविंदर सिंह के गले में तौलिया डाल कर उसका गला घोंट कर मार दिया। मारने के बाद उस की लाश को जेल रोड पर स्थित पुडा कालोनी में फैंक दिया। इस मामले में शनिस्चर लोगन को गिरफ्तार कर लिया गया है और हरजाप सिंह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है और लुकआऊट नोटिस निकलवा दिया गया है। 

पटियाला पुलिस ने 5 महीनों में 20 अंधे कत्ल की गुत्थियां सुलझाईं
पटियाला पुलिस ने पिछले 5 महीनों में 20 अंधे कत्ल की गुत्थियां सुलझाई हैं। इनमें कई तो काफी ज़्यादा पुराने थे। कई पटियाला से दूसरे जिलों के भी थे। एस.एस.पी. मनदीप सिंह सिद्धू के कार्यकाल के दौरान हुआ कोई भी अंधा कत्ल बकाया नहीं रह गया।

उधार मांगा तो साथी ने कर दिया प्रवासी मजदूर का कत्ल 
दूसरे केस में पुलिस को रेलवे स्टेशन के पास से गुरुद्वारा श्री दुखनिवारण साहिब को जाती सड़क पर लाश बरामद हुई। उसका ईंट के साथ बुरी तरह कत्ल किया गया था। पहले उसकी पहचान करवाई गई, जिसमें पाया गया कि उसका नाम विकास कुमार मुखिया पुत्र बीनूं मुखिया निवासी टीकरटोला, मजूसाहपुर बिहार है। जो भारत नगर में रहता था और रात के समय रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर रिक्शा चलाता था। सी.आई.ए. स्टाफ पटियाला की पुलिस ने इंचार्ज इंस्पैक्टर शमिंदर सिंह के नेतृत्व में जांच के बाद राम कुमार उर्फ राम निवासी शिव शक्ति नगर मेरठ उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार किया।

एस.एस.पी. ने बताया कि जांच में पाया कि विकास मुखिया परिवार वाला व्यक्ति था और 3 महीने पहले काम की खोज में पटियाला आया और उसके गांव के विजय ने विकास मुखिया को चलाने के लिए एक रिक्शा दिया। राम कुमार उर्फ राम ने विकास मुखिया से पैसे उधार लिए थे और अब वह पैसों की मांग करने लग पड़ा था। 26 जनवरी को राम कुमार ने विकास मुखिया को शराब पिलाने के बहाने रेलवे स्टेशन के पास बुलाया और दोनों ने पहले मिल कर शराब पी और फिर राम कुमार ने तय साजिश के अंतर्गत आधी ईंट के साथ मारकर विकास का कत्ल कर दिया और मृतक का रिक्शा छुपा दिया गया। राम कुमार की निशानदेही पर रिक्शा भी बरामद कर लिया गया है। इस मौके एस.पी. इन्वैस्टिगेशन मनजीत सिंह बराड़, डी.एस.पी. सुखमिंदर सिंह चौहान और सी.आई.ए. पटियाला के इंचार्ज इंसम्पैक्टर शमिंदर सिंह भी उपस्थित थे। 

Anjna