नृशंस ऑनर किलिंग का शिकार बने शादीशुदा प्रेमी जोड़े को आज भी इंसाफ का इंतजार

punjabkesari.in Monday, Feb 11, 2019 - 08:33 AM (IST)

फगवाड़ा (जलोटा): 9 वर्ष बीत जाने के बाद भी फगवाड़ा में नृशंस ऑनर किलिंग का शिकार बने एक शादीशुदा प्रेमी जोड़े को आज भी इंसाफ का इंतजार है। आलम यह हो गया है कि पूरी जिला कपूरथला पुलिस पर बिहार का एक बड़ा डॉन और उसके गुर्गे इतने हावी हैं कि फगवाड़ा में खुलेआम उसके इशारे पर एक साथ हुई युवक-युवती की हत्या के बाद भी आज तक इनके हत्यारों को पूरी जिला पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। जब उक्त दोहरे हत्याकांड में आरोपी हत्यारों की पुलिस गिरफ्तारी को लेकर फगवाड़ा पुलिस थाना सदर के अधिकारियों से पूछा जाता है तो उनके पास इसका कोई जवाब नहीं मिलता है। 

आरोपी व उसके साथियों की आज तक नहीं हो सकी आन-रिकार्ड गिरफ्तारी
ऑन-रिकार्ड फगवाड़ा पुलिस के दस्तावेज सत्य प्रमाणित कर रहे हैं कि फगवाड़ा के गांव चहेड़ू में कुछ वर्ष पहले हुआ ऑनर किलिंग का वह दुर्दांत मामला जिसमें प्यार करने वाले दो दीवानों (कमलेश कुमार यादव और खुशबू) को बिहार में बैठे लड़की पक्ष से संबंधित एक डॉन ने बेरहमी से अंजाम दे दिया था, में बकायदा बाई नेम हत्याकांड में शामिल आरोपी हत्यारों संबंधी पूर्ण ब्यौरा भी दर्ज है लेकिन विडंबना यह है कि आज तक पहेली बने हुए उक्त हत्याकांड को लेकर पुलिस थाना सदर की टीम एक भी आरोपी हत्यारे को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। उक्त मामले में ऐसा क्यों हो रहा है इसका जवाब तो पुलिस तंत्र ही सही ढंग से दे सकता है।

हालांकि जब पंजाब केसरी ने पुलिस के कुछ आला अफसरों को पूछा तो उन्होंने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बिहार से संबंधित उक्त हत्या आरोपी बेहद प्रभावशाली है। बिहार पुलिस ने भी उक्त आरोपी के खिलाफ वहां पर कई पुलिस केस दर्ज कर रखे हैं लेकिन आरोपियों की पुलिस गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। जब बिहार में रहते हुए उक्त डॉन को वहां की पुलिस नहीं धर सकी है तो फिर मामले में कारवाई की उम्मीद क्या की जा सकती है। संभवत: यही कारण है कि मामले में आज तक फगवाड़ा पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो पाई है। हालांकि एक-दो बार पुलिस टीमें बिहार भी गई हैं लेकिन वहां से खाली हाथ ही इनको वापस लौटना पड़ा है। सवाल यह है कि आखिर हत्या कांड में शामिल यह डॉन कब फगवाड़ा पुलिस के हाथ लगेगा?

Anjna