पंजाब से गायब युवती की हत्या की गुत्थी एक साल बाद सुलझी, मुठभेड़ में मारा गया आरोपी शाकिब

punjabkesari.in Wednesday, Jun 03, 2020 - 03:56 PM (IST)

मेरठ: पंजाब की एक युवती को प्रेमजाल में फंसाकर उससे शादी करने और फिर कथित रूप से उसकी निर्ममतापूर्वक हत्या करने के सनसनीखेज मामले में मुख्य आरोपी शाकिब मंगलवार को उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। 

पंजाब के लुधियाना की रहने वाली इस युवती की सिर और हाथ कटी लाश एक साल पहले लोहिया गांव में एक खेत से बरामद की गयी थी। पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस से थाने ले जाते समय शाकिब, सिपाही की पिस्टल छीनकर भाग गया। पीछा करने पर शाकिब ने सिपाही के सीने में गोली मार दी। ग्रामीणों और पुलिस की मदद से सिवाया के जंगल में शाकिब की घेराबंदी की गई, जिसमें गोली लगने से शाकिब घायल हो गया। चिकित्सालय में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। दौराला में एक साल पहले युवती की हत्या के मामले में पुलिस ने सोमवार को शाकिब, उसके भाई मुस्सरत, पिता मुस्तकीम, भाभी रेशमा, इस्मत और दोस्त अयान को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस लाइन में प्रेस कांफ्रेंस की गई थी। वहां से सभी मुल्जिमों को गाड़ी में बैठाकर थाने लाया जा रहा था कि उसी दौरान शाकिब के भागने पर मुठभेड़ हुई।घायलावस्था में शाकिब को जिला अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घायल सिपाही को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 

गौरतलब है कि दौराला के लोहिया निवासी शाकिब ने 2019 में ईद के बाद चांद रात में लुधियाना की एकता को परिवार के साथ मिलकर मारा डाला था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने हत्या के एक साल बाद इस सनसनीखेज मामले की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। एसएसपी अजय साहनी ने मंगलवार को मीडिया को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 13 जून 2019 को लोहिया गांव में सबी अहमद के खेत में पड़ोसी ईश्वर पंडित ने कुत्ते को इंसान का एक हाथ मुंह में लेकर भागते हुए देखा। जब गन्ने का खेत खुदवाया गया तो वहां से एक युवती की लाश बरामद हुई। उसका सिर और एक हाथ गायब था। युवती की पहचान नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। इस मामले में डिस्ट्रिक क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो और स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो में लापता युवतियों के मामले दिखवाए गए लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। साहनी ने बताया, ‘‘ पुलिस की एक टीम को यह पता लगाने के काम में लगाया गया कि लोईया गांव के कौन-कौन लड़के बाहर काम करते हैं। वे जहां-जहां काम करते थे, वहां-वहां के थानों में मिसिंग केस दिखवाए गए। आखिरकार पंजाब में जाकर पुलिस को सफलता मिली।'' एसएसपी ने कहा, "एक साल की मेहनत के बाद पुलिस आखिर उस युवती तक पहुंच गई जो लापता थी। 23 वर्षीय युवती की पहचान लुधियाना में मोतीनगर थाना क्षेत्र निवासी एकता पुत्री संजीव कुमार के रूप में हुई।'' 

एस.एस.पी. के अनुसार एकता बीकॉम की छात्रा थी और पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट टाइम जॉब भी करती थी। बीमार होने पर वह लुधियाना में तांत्रिक क्रिया करने वाले दौराला के लोहिया निवासी शाकिब के पास उपचार कराने गई थी। उस समय शाकिब लुधियाना में दिलशाद के पास काम करता था। साहनी के अनुसार, शाकिब ने एकता को अपने प्रेमजाल में फंसाया। उसने युवती को अपना नाम अमन बताया था। इसलिए एकता भी उससे शादी करने के लिए तैयार हो गई। पिछले साल मई में दोनों लुधियाना से फरार हो गए। एकता अपने घर से 15 तोले सोना और 15 लाख रू लेकर आई थी। एकता को लेकर शाकिब अपने गांव आ गया। यहां शाकिब ने एकता से घर में ही शादी की। सुहागरात के बाद अपने परिवार की मदद से कोल्ड ड्रिंक में नशीली गोली डालकर पिला दी। एसएसपी ने बताया कि उसके बाद वह अपने भाई मुस्सरत, पिता मुस्तकीम, भाभी रेशमा पत्नी नवेद और इस्मत पत्नी मुस्सरत एवं गांव के साथी अयान की मदद से युवती को लोहिया गांव के जंगल में लेकर आ गए। रेशमा ने एकता के सभी कपड़े उतार दिए। उसके बाद सभी ने मिलकर उसके हाथ, पैर, सिर काट कर अलग अलग कर दिए। धड़ को गन्ने के खेत में गड्ढे में दबाकर नमक डाल दिया जबकि हाथ, पैर और सिर को गांव के तालाब में फेंक दिया। एस.एस.पी. ने बताया कि बाद में आरोपी शाकिब युवती के मोबाइल फोन और उसके व्हाट्सअप में समय समय पर स्टेट्स बदलता रहा ताकि यह संदेश जाए कि वह जिंदा है। 

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