लुधियाना में फाइनांसर जिंदी का मर्डर; क्लीनिक में घुसकर दागी 6 गोलियां

punjabkesari.in Friday, Jan 24, 2020 - 12:16 PM (IST)

लुधियाना(ऋषि): वीरवार शाम लगभग 8 बजे जवाहर नगर कैंप में डाक्टर रविंद्र सिंह दुआ के क्लीनिक में घुसकर गैंगस्टर सुखविंद्र सिंह मोनी ने अपने एक साथी सहित फाइनांसर हरजिंद्र सिंह जिंदी पर 6 गोलियां दाग दीं। सिर और छाती सहित शरीर के अन्य भागों पर गोलियां लगने से जिंदी की डी.एम.सी. अस्पताल में उपचार दौरान मौत हो गई। पता चलते ही डी.सी.पी. अश्विनी कपूर, डी.सी.पी. एस.एस. ढींडसा सहित अन्य ऑफि सर घटनास्थल पर पहुंचे और देखते ही देखते पुरा इलाका पुलिस छावनी में तबदील कर दिया। पुलिस ने मौके से मिली फुटेज से एक हत्यारे मोनी की पहचान की है। मोनी ने नवम्बर माह में जगराओं के गांव पक्खोवाल में अपने साथियों सहित एस.बी.आई. बैंक का ए.टी.एम. उखाड़कर ले गया था, तब से पुलिस को उसकी तलाश थी। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिंदी हर रोज की तरह वीरवार शाम को अपने दोस्त के क्लीनिक के बाहर आकर कुर्सी पर बैठा था, तभी सामने से आए 2 युवकों ने उस पर गोली चलाई लेकिन उसे गोली नहीं लगी और वे क्लीनिक के अंदर की तरफ भागा। तभी दोनों ने क्लीनिक के अंदर घुसकर उस पर एक के बाद एक 6 गोलियां दाग दीं। दोनों के हाथों में रिवाल्वर थी जिसके बाद बाहर मार्कीट में आकर हवाई फायर कर फरार हो गए। डा. रविंद्र के अनुसार उसके पास एक मरीज बैठा था जिसका वह चैकअप कर रहा था, वारदात के समय वह भी भाग गया। लोगों ने लहूलुहान अवस्था में जिंदी को कार में उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के अनुसार जिंदी का फाइनांस का काम था और बस स्टैंड के पास अपना होटल बना रहा था। उसके 2 बेटे हैं। लगभग 1 महीना पहले उसकी माता का देहांत हुआ है, जबकि आज सुबह वह अपने एक रिश्तेदार भोग पर जाकर वापस आया था। उसका एक बड़ा भाई कमलजीत सिंह और छोटा भाई नरिंद्र है। 

चर्चा: मोनी को जिंदी पर पुलिस को सूचना देने का था शक
शहर में इस बात को लेकर चर्चा है कि जिंदी के  पुलिस के साथ अच्छे संबंध थे। मोनी पहले भी पकड़ा जा चुका था और इस बार भी पुलिस को उसके गैंग का पता चल गया। उसे शक है कि जिंदी ने उसके बारे में पुलिस को सूचना दी थी, इसी बात की खुन्नस के चलते उसने मर्डर कर दिया लेकिन इस बात की किसी ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।

पुलिस को मिले 4 खाली खोल, डी.एम.सी. में भी लगाई फोर्स  
मौके से पुलिस को 4 खाली खोल बरामद हुए हैं। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार हत्यारों द्वारा काफी फायर किए गए है। वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। माहौल खराब होने के डर से पुलिस ने डी.एम.सी. अस्पताल में भी भारी फोर्स लगा दी। पुलिस के अनुसार शुक्रवार को शव का डाक्टरों के बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। 

आज जिंदी के पास नहीं था लाइसैंसी रिवाल्वर
पुलिस के अनुसार जिंदी के पास लाइसैंसी रिवाल्वर था लेकिन आज वह उसके पास नहीं था। अगर जिंदी के पास रिवाल्वर होता तो शायद मुकाबला कर लेता। जवाहर नगर कैंप में हादसे के बाद लोगों का जमावड़ा लग गया। फरार होते समय हत्यारे सी.सी.टी.वी. कैमरों में कैद हो गए हैं। एक हत्यारे की पहचान मोनी के रूप में हुई है। जो कई बैंकों के एटीएम और कैश वैन लूटने के मामलों में नामजद है। नवम्बर में ही वह जमानत पर बाहर आया है। उसकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।’’
    
50 हजार का ईनाम घोषित करके भी मोनी को नहीं पकड़ सकी पुलिस, फिर की घोषणा
मोनी भी जवाहर नगर कैंप का रहने वाला है। नवम्बर महीने में जब उसके गैंग को दबोचा था, तब भी मोनी पुलिस के हाथ नहीं लग पाया था। गत 12 नवम्बर को पुलिस द्वारा उसकी जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखने के साथ-साथ 50 हजार का ईनाम देने की घोषणा की थी लेकिन 2 महीने से ज्यादा का समय गुजर जाने पर भी पुलिस उसका कोई सुराग नहीं लगा सकी और उसने एक ओर बड़ी वारदात कर दी। वहीं कमिश्नरेट पुलिस ने फिर मोनी की सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखने व ईनाम देने की घोषणा  अपने फेसबुक पेज पर की है। मोनी ने ही वर्ष 2015 में कोचर मार्कीट रोड पर पी.एन.बी. में 15 लाख की लूट की वारदात को अंजाम दिया था। उसे पकडऩे वाले सी.आई.ए. के हैड कांस्टेबल शिंदे को वन रैक परमोशन देकर तत्कालीन सी.पी. जङ्क्षतद्र सिंह औलख द्वारा ए.एस.आई. बनाया गया था। मोनी नवम्बर 2019 में ही मोनी जमानत पर जेल से बाहर आया था। उसने 2018 में रुड़की और उत्तराखंड में भी बैंकों की कैश वैन लूटी थी। -राकेश अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर।

वैगन आर में बैठकर हुए फरार
हत्यारे क्लीनिक से 200 मीटर की दूरी पर चावला फैशन प्वाइंट के बाहर अपनी वैगन आर खड़ी कर आए थे और वारदात के बाद मेन रोड से आने की बजाय अंदर मोहल्लों से कार तक पहुंचे जिसके बाद कार में बैठकर फरार हो गए। फरार होने से पहले कार में ही उनसे एक गोली चल पड़ी जिस कारण कार का शीश टूट गया।

Vaneet