प्रधानमंत्री के अयोध्या में दिए बयान पर जत्थेदार ने जारी किए आदेश

punjabkesari.in Friday, Aug 28, 2020 - 09:49 AM (IST)

अमृतसर(अनजान): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से अयोध्या में राम मंदिर की नींव रखते समय दिए गए बयान कि श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी ने गोबिंद रामायण लिखी थी, से सिख कौम की भावनाओं को भी भारी ठेस पहुंची है। इस संबंध में देश-विदेश में बसी समूह सिख संगत, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियां, समूह सिख जत्थेबंदियां अंतर्राष्ट्रीय अदालतों में मुकद्दमे चलाने के अलावा यू.एन.ओ. में  भी शिकायत करे, साथ ही हर देश के भारतीय दूतावासों द्वारा नरेंद्र मोदी की इस कार्रवाई के खिलाफ रोष पत्र दिए जाएं।



ये विचार सरबत खालसा द्वारा स्थापित किए गए श्री अकाल तख्त साहिब के ‘मुतवाजी’ कार्यकारी जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने बाबा नछत्तर सिंह, भाई बूटा सिंह, भाई तेजिन्दर सिंह और भाई सुखवंत सिंह के हस्ताक्षरों तले श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास करने उपरांत सचिवालय के बाहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरुद्ध आदेश जारी करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सिख कौम से माफी मांगने और अपने बयान वापस लेने का 15 दिन का समय दिया गया था, परन्तु प्रधानमंत्री द्वारा कोई जवाब नहीं मिला, इसलिए समूह सिख संगत अपने नजदीक के थानों या पुलिस उच्चाधिकारियों को प्रधानमंत्री के विरुद्ध धारा 295-ए के अंतर्गत 15 सितम्बर 2020 तक मुकद्दमा दर्ज करने के लिए शिकायत-पत्र सौंपे। उन्होंने खुद भी अमृतसर के कोतवाली थाने के एस.एच.ओ. को प्रधानमंत्री के विरुद्ध शिकायत-पत्र सौंपते हुए कहा कि यदि प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई न की गई तो वह अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे।



थाना कोतवाली के प्रभारी ने कहा कि हस्ताक्षर पढ़कर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने प्रधानमंत्री के विरुद्ध केस रजिस्टर्ड करवाने के लिए 11 सदस्यीय एक कमेटी का ऐलान भी किया, जिसमें हरबीर सिंह संधू, जरनैल सिंह सखीरा, गुरसेवक सिंह जवाहरके, परमिंद्र सिंह,परमजीत सिंह सहौली व हरपाल सिंह बलेर के नाम शामिल हैं। कुछ जत्थेबंदियों द्वारा भाई मंड से इस्तीफा लेने बारे बात की गई थी। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरबत खालसा बुलाएं, जो फैसला होगा उसे मानूंगा। मुझे जत्थेदार हवारा की जगह कार्यकारी जत्थेदार लगाया गया है और मैं समय-समय पर पंथ की बात करता रहूंगा। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं जत्थेदार दादूवाल का बहुत सत्कार करता हूं। जीत हमेशा सच्चाई की होती आई है।

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