खुलासा: सहायक सुपरिंटैंडैंट ने ही लिखी थी नाभा जेल में कुकर बम व सुरंग संबंधी चिट्ठी

punjabkesari.in Saturday, Oct 05, 2019 - 09:27 AM (IST)

नाभा(जैन): स्थानीय मैक्सीमम सिक्योरिटी जिला जेल में 6 आतंकवादियों की तरफ से सुरंग बनाने और कुकर बम बनाए जाने संबंधी लिखी गई एक गुमनाम चिट्ठी के बाद जहां जेल प्रशासन की नींद हराम हो गई, वहीं जेल विभाग की कारगुजारी पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है।

गुमनाम चिट्ठी लिखने वाले और प्रैस क्लब बठिंडा के बाहर चिट्ठी टांगने वाले की शिनाख्त इस जेल के सहायक सुपरिंटैंडैंट जसवीर सिंह के तौर पर हुई है जोकि अब छुट्टी पर हैं। चिट्ठी में लिखा गया है कि पाकिस्तानी एजैंसी के आतंकियों के सहयोग से कुकर बम बनाए जा रहे हैं।चिट्ठी में मैक्सीमम सिक्योरिटी जेल के डिप्टी सुपरिंटैंडैंट गुरप्रीत सिंह खिलाफ संगीन आरोप लगाए गए हैं। इस मैक्सीमम सिक्योरिटी जेल के सुपरिंटैंडैंट रमनजीत सिंह भंगू ने संपर्क करने पर बताया कि चिट्ठी में लगाए सभी आरोप बे-बुनियाद हैं। जेल में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध हैं। सुरंग बारे विवरण गलत है तथा न ही कुकर बम बनाए जा रहे हैं। सुपरिंटैंडैंट अनुसार डिप्टी सुपरिंटैंडैंट गुरप्रीत सिंह की तरक्की रोकने के लिए यह सारी साजिश रची गई है। एस.एस.पी. डा. नानक सिंह द्वारा की जा रही जांच के बाद ही सभी तथ्य सामने आएंगे।

इस संबंधी मैंने (जेलर) उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट बना कर भेज दी है। सी.सी.टी.वी. फुटेज से ही शिनाख्त हुई कि चिट्ठी लिखने और दहशत का माहौल पैदा करने वाला व्यक्ति नाभा जेल का सहायक सुपरिंटैंडैंट ही है।वर्णनयोग्य है कि जब 27 नवम्बर 2016 को इस जेल में दिन-दिहाड़े फिल्मी स्टाइल में जेल ब्रेक हुई थी तो उस की साजिश में भी जेल का ही एक सहायक सुपरिंटैंडैंट शामिल था जो अब तक जेल में नजरबंद है। आतंकवाद दौरान 26 साल पहले इस जेल में सुरंग खोद कर बाहर भागने की साजिश में शामिल 2 आतंकियों को पैरामिलिट्री फोर्स के जवानों ने फायरिंग करके मार दिया था। पिछले 17 सालों दौरान लगभग 300 से अधिक मोबाइल जेल में से बरामद हुए। जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा की तरफ से इस मामले का गंभीर नोटिस ले कर गहराई के साथ पड़ताल का निर्देश दिया गया है।

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