श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 353वें प्रकाश पर्व पर पटना साहिब में विशेष सजावट

punjabkesari.in Thursday, Jan 02, 2020 - 03:44 PM (IST)

पटना साहिब: श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 353वें प्रकाश पर्व पर पटना साहिब में आज विशेष सजावट की गई है। इस प्रकाश पर्व को पूरी दुनिया में बड़े ही श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर गुरुद्वारों में विशेष कीर्तन और दीवान सजाए गए। प्रकाश पर्व को लेकर सिख श्रद्धालुओं में बहुत ही उत्साह देखने को मिल रहा है। इस अवसर पर सिख श्रद्धालु भारी संख्या में गूरुद्वारों में पहुंच रहे हैं।

श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व की खुशी का नजारा पटना शहर की गलियों में भी देखने को मिला। पटना शहर के लोग भी आए हुए श्रद्धालुओं के स्वागत में कोई कमी नहीं छोड़ रहे। गुरुद्वारा गऊघाट से पटना साहिब तक जाती सड़क का नाम ‘हरिमंदर गली ’ है। इस सड़क पर रिहायशी कालोनियां और बाजार हैं। हर मोहल्ले की अपनी स्थानीय समिति है, जो इस सड़क से गुजर रहे नगर कीर्तन का स्वागत करती है। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए जल की सेवा और गर्म चाय की सेवा भी मोड़-मोड़ पर थी।

नगर कीर्तन में तख्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर सहित समूह प्रबंधक समिति और संत समाज भी शामिल था। सुर सिंह वाला से बाबा अवतार सिंह जत्था बिधी चंद भी अपने सेवकों के साथ शामिल हुए। इस मौके भाजपा नेता एस.एस. आहलूवालिया ने नगर कीर्तन की शुरुआती तकरीर करते बिहार की धरती पर श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के प्यार और सांझ का गुणगान किया। प्रकाश पर्व मौके दूर-दूर से आए श्रद्धालु और स्थानीय निवासियों ने नगर कीर्तन में गुरू यश गाते हुए गुरु घर की खुशियां और आशीर्वीद प्राप्त किया।

ऐसे सजा नगर कीर्तन का रूहानी काफला
नगर कीर्तन में पटना साहिब, रांची, नेपाल, सचखंड हजूर साहिब नंदेड़, सासाराम और मुम्बई से 1900 के लगभग संख्या के कीर्तन जत्थे शामिल हुए थे। इन स्थानों से आए जत्थों में 100 के लगभग श्रद्धालु थे और तख्त पटना साहिब के जत्थो में 1000 श्रद्धालु बतौर कीर्तनी जत्थों के रूप में शामिल हुए। नगर कीर्तन के इंचार्ज इन्द्रजीत सिंह बग्गा मुताबिक हर साल इसलिए जत्थे, बैंड, स्कूल और श्रद्धालु नगर कीर्तन में शामिल होने के लिए अधिक से अधिक उत्साह दिखाते हैं।

इस दौरान कोई भी असुखद घटना न घटे इसके लिए 500 के लगभग पुलिस कर्मचारी सुरक्षा में तैनात किए गए थे। स्वास्थय विभाग द्वारा इस दौरान नगर कीर्तन की लंबाई के हिसाब से 4 एंबुलेंस भी शामिल की गई थीं। नगर कीर्तन की सुन्दरता को बढ़ाने के लिए 10 घोड़े, 5 हाथी और 13 ऊंट भी शामिल थे। इसके इलावा 19 बैंड और 9 आर्केस्टरा ग्रुप भी विशेष रूप से शामिल हुए। गतका टीमों ने भी नगर कीर्तन में अपने जौहर दिखाए। इस अवसर पर खालसा गतका अखाड़ा अमृतसर, सिख मार्शल आर्ट फैडरेशन टीम सहित 4 गतका टीमें शामिल हुई थीं।

गुरु जी के जन्मदिन की बधाइयां
‘‘दसवें पातशाह के प्रकाश पर्व की समूह संगत को लाख-लाख बधाई हो। सरबंसदानी दसवें गुरु की पंथ और कौम को दी हुई देन भुलाई नहीं जा सकती। उन्होंने अत्याचार के खिलाफ 14 लड़ाइयां लड़ीं और जीत हासिल की। उनके द्वारा लड़ी गई जंग किसी भी मजहब और धर्म के खिलाफ नहीं थी। गुरु गोबिन्द सिंह जी द्वारा श्री आनन्दपुर साहिब की धरती पर खालसा पंथ की स्थापना एक क्रांतिकारी कदम था। उन्होंने अमन भाईचारे और एकता का उपदेश दिया।’’:- जत्थेदार सिंह साहब हरप्रीत सिंह, तख्त श्री अकाल तख्त साहिब, तख्त श्री दमदमा साहिब

"गुरु साहिबान के बताए रास्ते पर आओ सब मिलकर चलें और कौम को एकजुट करें। बिहार सरकार ने सिख भावनाओं को जो इज्जत दी है यह मौजूदा राजनीति में बहुत बड़ी बात है। आने वाले समय में शिरोमणि समिति भी 100 साल की हो रही है। इस तरह इस अवसर पर श्रद्धालुओं के लिए ऐसे कार्य शुरु किए जाएंगे, जिससे कौम ऊंचाइयों की तरफ जाए। हमारी सिरमौर संस्था तख्त अकाल तख्त साहिब है और तख्त साहिब के नेतृत्व में सिख कौम के सभी मसले सुलझें और कौम में प्यार और आपसी मेल-जोल दुगुना हो।’’:- भाई गोबिंद सिंह लौगोंवाल, प्रधान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति

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Sunita sarangal