श्री करतारपुर साहिब का रास्ता खुलने से बंधी पाक से नानक सिंह के लौटने की आस

punjabkesari.in Monday, Sep 02, 2019 - 09:27 AM (IST)

अमृतसर(सफर): भारत-पाकिस्तान के बीच जहां जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के बाद ‘प्यार’ (समझौता एक्सप्रैस व सद्भावना बस) व ‘व्यापार’ (रेल व सड़क मार्ग से व्यापार) बंद हो चुके हैं, वहीं श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में श्री करतारपुर कॉरीडोर से बाबा नानक की चरण-छू धरती को नमन करने के लिए दोनों देशों के बीच रास्ता खोलने पर अजनाला तहसील के तहत बेदी चन्ना गांव के रतन सिंह व प्यारी कौर को आस बंधी है।  करीब 35 सालों से पाकिस्तान की कोट लखपत जेल में कैद उनका बेटा नानक सिंह उन्हें मिलेगा। ऐसे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखी है कि वह इमरान खान से कहें कि उनका नानक लौटा दे या हमला कर पाक फतह कर लें। 


बाबा नानक, मेरा ‘नानक’ लौटा दो : प्यारी कौर
नानक सिंह 24 अगस्त 1984 को गलती से बार्डर पार पाकिस्तान चला गया था। तब कंटीली तारें नहीं होती थीं। करीब 1 महीने बाद जब परिवार को पता चला कि करीब 6 साल का नानक पाकिस्तान के कब्जे में है तो परिवार ने बार्डर पर पाक फौज के हुक्मरान से बात की तो उन्होंने कहा कि जो पशु भारत की सीमा में चले जाते हैं वह लौटा दो और अपना नानक ले जाओ। यह संभव नहीं था और धीरे-धीरे तारीखें बढ़ती गईं और परिवार की आस कम होती गई। आज &5 साल हो चले हैं। हर अगस्त महीने में परिवार 24 तारीख को नानक के जन्मदिन के तौर पर मनाता है और उन्हें उम्मीद है कि एक-न-एक दिन उनके ‘नानक’ को ‘बाबा नानक’ लौटा देगा। प्यारी कौर कहती है कि बस आस यही है कि नानक मिल जाए और उसे गले लगा लूं।


नानक को जेल में कानक सिंह लिखने से रिहाई रुकी : केशव कोहली 
2017 से नानक के पिता रतन सिंह व मां प्यारी कौर के साथ छात्र नेता केशव कोहली नानक सिंह की रिहाई की कानूनी जंग लड़ रहे हैं। वे तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी मिले थे। सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान स्थित भारत के उच्चायुक्त से बात की थी, जिसके बाद पाकिस्तान से आई चि_ी में कहा गया था कि नानक का नाम कानक लिखा है जिससे रिहाई नहीं हो पा रही है। उसके बाद नानक सिंह के बारे में सारे दस्तावेज पाकिस्तान ने मंगवाए थे। अब सुषमा स्वराज भी नहीं रहीं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से परिवार ने आग्रह किया है कि वह पाक पी.एम. इमरान खान से उनका नानक सिंह मांग लें या पाकिस्तान पर ही कब्जा कर लें, ताकि वे नानक से मिल सकें। अब परिवार को आस बंधी है कि नानक सिंह की सकुशल भारत वापसी ‘मोदी साहब’ करवा देंगे। बाबा नानक के 550वें प्रकाश पर्व पर उनके घर पर भी ‘नानक’ के लौटने से खुशियों का प्रकाश हो सके। 

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