NGT की टीम ने किया 4 डाइंग यूनिटों का औचक दौरा

punjabkesari.in Saturday, Nov 16, 2019 - 07:31 PM (IST)

लुधियाना (बहल): बुड्ढे नाले में बढ़ते प्रदूषण की समस्या के मद्देनजर नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एन.जी.टी.) की टीम ने शुक्रवार को महानगर का दौरा किया। एन.जी.टी. की मॉनीटरिंग कमेटी के चेयरमैन जस्टिस जसबीर सिंह की अध्यक्षता में पहुंची टीम में शामिल संत सीचेवाल, पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के एस.ई. संदीप बहल एवं अधिकारियों ने इन्डस्ट्रीयल एरिया ‘ए’ एवं बस्ती जोधेवाल स्थित 4 डाइंग यूनिटों का औचक दौरा कर उनके ई.टी.पी द्वारा ट्रीट किए जा रहे दूषित पानी की जांच की।

इंडस्ट्रीयल एरिया, चीमा चौक स्थित ओम प्रोसैसर्ज, सनशाइन डाइंग, ओरिएंटल डाइंग और बस्ती जोधेवाल स्थित रमल डाइंग के पानी के सैम्पल भरे गए और अधिकारियों ने पूरे रिकार्ड को भी गहन जांच की।इस दौरान सर्किट हाऊस में जस्टिस जसबीर सिंह ने पी.पी.सी.बी. के अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ प्रदूषण के मुद्दे पर करीब 2 घंटे तक गहन चर्चा भी की। जस्टिस जसबीर सिंह ने कहा कि कानून के मुताबिक दरियाओं के पानी को किसी भी सूरत में दूषित नहीं किया जा सकता है। बुड्ढे नाले में प्रदूषित पानी जाने को रोकने के लिए करीब 1000 करोड़ रुपए की लागत से सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट (एस.टी.पीज)  की क्षमता में बढ़ौतरी की जाएगी। इसके अलावा एडीशनल वाटर ट्रीटमैंट प्लांट स्थापित किए जाएंगे जिसके लिए 31 मार्च 2020 को टैंडर निकाले जाएंगे और करीब एक वर्ष के अंदर इस प्रोजैक्ट को मुकम्मल किया जाएगा।

मीटिंग दौरान किसानों द्वारा पराली जलाने से फैल रहे प्रदूषण पर जस्टिस जसबीर सिंह ने कहा कि पराली से होने वाला प्रदूषण बेहद गंभीर समस्या है। पराली जलाने से 150 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड हवा में मिलने से पर्यावरण बेहद जहरीला हो जाता है। सरकार इस पर कार्य कर रही है और किसानों को आॢथक सहायता मिलने से इस समस्या का हल संभव हो सकता है। लुधियाना में डाइंग यूनिटों के ई.टी.पी. की जांच दौरान पानी के सैंपल की रिपोर्ट बारे पूछे प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अगर रिपोर्ट नैगेटिव रही तो कानून के अनुसार कार्रवाई होगी। इस मौके पर संत सीचेवाल ने कहा कि बुड्ढे नाले से प्रदूषण को खत्म करने के लिए अभी तक सही ढंग से कुछ काम नहीं हुआ है। नामधारी समुदाय के बुड्ढे नाले की सफाई अभियान का कोई लाभ नहीं हुआ। जब तक बुड्ढे नाले में गंदगी गिरनी बंद नहीं होगी, तब तक सही रिजल्ट मिलने की संभावना नहीं है।

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