ये 6 कारण बने सिद्धू के इस्तीफे की वजह

punjabkesari.in Sunday, Jul 14, 2019 - 02:33 PM (IST)

जालंधरः मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा विभाग बदले जाने से नाराज चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। सिद्धू ने इसकी जानकारी ट्विटर पर देते लिखा है कि उन्होंने कांग्रेस हाईकमान, राहुल गांधी और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र को इस्तीफा भेज दिया है। आपको बता दें कैप्टन-सिद्धू में विवाद काफी समय से चल रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद इस शीत युद्ध ने विकराल रूप धारण कर लिया था। सिद्धू को लोकसभा चुनाव में हार के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कैप्टन ने उनसे स्थानीय निकाय विभाग छीनकर उर्जा विभाग सौंपा दिया था। इससे सिद्धू नाराज चल रहे थे। उन्होंने 1 माह से अधिक समय होने के बाद भी अपना विभाग नहीं संभाला था। 

सिद्धू के इस्तीफा देने के कारण

उपमुख्यमंत्री का पद न मिलना

पंजबा विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिद्धू को कैबिनेट में उपमुख्यमंत्री पद मिलने की उम्मीद थी। पर उनकी उम्मीदें उस समय धाराशायी हो गई जब उन्हें पंजाब कैबिनेट में स्थानीय निकाय मंत्रालय सौंप दिया गया था।

माइनिंग पॉलिसी परवान न चढ़ना

सिद्धू ने पंजाब सरकार को नई माइनिंग पालिसी लागू करने का सुझाव दिया था।  पर सिद्धू की मांग को दरकिनार करके सिंचाई विभाग ने रेत खड्डों की नीलामी के लिए कलस्टर मॉडल अपनाने का मसौदा तैयार किया था।

करतारपुर कॉरिडोर को लेकर क्रैडिट न मिलना

पिछले साल अगस्त में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में गए सिद्धू पाक द्वारा करतारपुर कॉरिडोर बनाने के लिए तैयार होने की खुशखबरी लाए थे। पर बाद में उन्हें करतारपुर  कॉरिडोर क्रैडिट नहीं दिया गया। इसी से नाराज चल रहे सिद्धू कॉरिडोर के शिलान्यास समारोह में भी नहीं पहुंचे थे।

पत्नी को लोकसभा टिकट न मिलना

सिद्धू पत्नी को चंडीगढ़ से लोकसभा टिकट दिलवाना चाहते थे। पर कैप्टन के बीच में पड़ने से हाईकमान ने टिकट पवन बांसल को दे दी। इसे लेकर भी सिद्धू  कैप्टन से खफा था। 

बेअदबी मामले में बड़े एक्शन का इंतजार

सिद्धू चाहते थे कि  बेअदबी मामले में कैप्टन बादलों के खिलाफ बड़ा एक्शन ले पर हर बार की तरह उनकी मांग को अनदेखा किया गया। पंजाब सरकार ढिलमुल रेवैया अपनाती रही। इसी को लेकर सिद्धू कैप्टन से खफा थे।

लोकसभा चुनाव में हार के लिए जिम्मेदार ठहराना

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सिद्धू को लेकसभा चुनाव में हार के लिए जिम्मेदार ठहराया था। उनका कहना था कि सिद्धू के कारण ही पार्टी पंजाब में 13 की 13 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल नहीं कर सकी।
  

swetha