Sidhu Live: मोदी सरकार के बनाए किसान विरोधी काले कानूनों के पीछे बादलों का हाथ

punjabkesari.in Wednesday, Sep 15, 2021 - 02:56 PM (IST)

जालंधर:  पंजाब कांग्रेस के प्रदेश प्रधान बनने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू पहली बार लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे है। इतना ही नहीं पंजाब में जारी सियासी घमासान के बाद भी आज सिद्धू एक बार फिर बेबाक अंदाज में नजर आए। सिद्धू ने कहा कि आज पता चलेगा कि किसानों का गुनहगार कौन है। आज वह ये सच साबित करेंगे। 

Live Update: बादलों को लिया आड़े हाथों
उन्होंने बादलों पर निशाने साधते हुए लिखा कि कृषि कानूनों की नींव 'बादलों' की तरफ से रखी गई है। पता चल जाएगा पर्दे के पीछे गेम क्या थी।इनमें कही भी एम.एस.पी. के बारे में बात नहीं की गई। बादलों ने पहले काले कानून पंजाब में लागू किए, इसके बाद फिर मोदी सरकार से पूरे देश में लागू किया। प्रकाश सिंह बादल ने विधानसभा में 2013 में पंजाब कांट्रैक्ट बिल विधानसभा में पारित किया था। उन्हें आसानी से अधिकार दिया कि एम.एस.पी. से भी कम फसल खरीदी जा सके। इसमें 108 फसलों को जोड़ा गया कि इनको एम.एस.पी. से कम पैसे में भी खरीदी जा सकें। धान तथा गेहूं को भी इस सूची में शामिल किया गया था ताकि तय दाम से भी कम पर किसान की फसल खरीद सकें। इस बात के साथ ही नवजायत सिंह सिद्धू ने दस्तावेज भी मीडिया को दिखाएं। 

Live Update: मोदी सरकार को बादलों ने दिया आइडिया 
अपनी कॉन्फ्रेंस में बादलों पर बास्ते हुए सीधे ने कहा कि पंजाब के 2013 में पंजाब कांट्रैक्ट बिल की फोटो कापी मोदी सरकार ने लागू की है लेकिन 
बादलों ने मोदी सरकार को ये आइडिया दिया था।

Live Update: सिर्फ धंधा करने वाले लोग बना सकते है ऐसे क़ानून 
उन्होंने कहा कि बिज़नेस/ धंधा करने वाले लोग ही ऐसे काले कानून बना सकते है। इन कानूनों को लागू कर के सरकार किसानों को गुलाम बनाना चाहती है। ये क़ानून सिर्फ कॉर्पोरेट सेक्टर के लिए है किसानों के लिए नही। 

Live Update: हरसिमरत पर सिद्धू का किसानी वार
लाइव कॉन्फ्रेंस ने नवजोत सिंह सिद्धू ने हरसिमरत कौर बादल पर निशाने साधे। उन्होंने कहा कि किसान बिलों पर मंत्रीपद से त्यागपत्र दिया लेकिन एनडीए से नाता तोड़ने में वह शुरू से ही कतराते रहे है। अब इन कानूनों का विरोध कर रहे है लेकिन फूड प्रोसैसिंग मंत्री के तौर पर तीन बार बिलों के ड्राफ्ट पर साईन किए। 

Live Update: किसान न जमीन बेच सकता है और न ही कर्ज ले सकता
बेबाक अंदाज में बोलते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि नए कानूनों में किसानों को अदालत जाने का अधिकार नहीं है। विवाद होने पर अधिकार ब्यूरोक्रेसी को दिया गया है। हुए करनाल लाठीचार्ज से हम जान ही सकते है कि ब्यूरोक्रेसी कैसे मामले को सुलझाती है। करनाल एसडीएम की कार्रवाई से ब्यूरोक्रेसी की भी पूरी पोल खुल रही है। इन कानूनों में अगर किसी किसान पर बकाया है तो किसान अपनी न जमीन बेच सकता है और न ही कर्ज ले सकता। ब्यूरोक्रेसी से गलती हो तो भी किसान अपील नहीं कर सकता।

Live Update: पंजाब सरकार ही एम.एस.पी. लेकर आई थी
नवजोत सिंह सिद्धू ने आगे बोलते हुए कहा कि मनमोहन सिंह ने किसानों का 78 हजार करोड़ का कर्ज माफ किया था। इतना ही नहीं पंजाब सरकार ने भी 5800 करोड़ रुपए माफ किए है। लेकिन अकाली दल-भाजपा ने पांच पैसे भी कर्ज माफ किया हो तो बताएं। आगे बोलते हुए सिद्धू ने कहा कि ये कांग्रेस सरकार ही थी जो एम.एस.पी. लेकर आई थी। देश में मिनिमम सपोर्ट प्राइस कांग्रेस सरकार की ही दें है।  उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि 900 चूहे खा कर बिल्ली चली हज को औऱ सुखबीर चले दिल्ली को।

Live Update: लोग पार्टियों में पोस्ट लेने आते हैं, मैं पोस्ट छोड़ कर आया हूं- सिद्धू 
मीडिया से रूबरू होते हुए भाजपा छोड़ने पर सिद्धू ने कहा कि- 'लोग पार्टियों में पोस्ट लेने आते हैं और वह पोस्ट छोड़ कर आए है। 

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Content Writer

Tania pathak