अब शहर की 93 अवैध बिल्डिंगों पर गिरेगा ‘सिद्धू’ बम

punjabkesari.in Sunday, Jul 01, 2018 - 08:14 AM (IST)

जालंधर (खुराना): लोकल बाडीज मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा 14 जून को शहर में एकाएक छापेमारी करके अवैध बिल्डिंगों व अवैध कालोनियों के 35 मौके देखे गए थे जिनमें सभी में भारी अनियमितताएं पाई गईं। सिद्धू के नेतृत्व में निगम टीमों ने 2 दिन डैमोलेशन अभियान चलाया और कई बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों पर तोडफ़ोड़ की जिससे राजनीतिक क्षेत्रों में हड़कम्प मच गया और शहर के सभी विधायक, मेयर व सांसद डिच मशीनों का पहिया रोकने हेतु चंडीगढ़ दौड़े गए। वहां सिद्धू ने उन्हें 93 अवैध बिल्डिंगों की एक और सूची थमा दी और मेयर से ही रिपोर्ट तलब कर ली।

सिद्धू ने जिस प्रकार 29 जून को एक बड़ा फैसला लेते हुए जालंधर निगम के 9 बड़े अधिकारियों को सस्पैंड कर दिया उससे लगने लगा है कि विधायकों, सांसद व मेयर के विरोध के बावजूद सिद्धू के तेवर तीखे ही हैं और जल्द ही जालंधर शहर की 93 अवैध बिल्डिंगों/कालोनियों पर सिद्धू बम कभी भी गिर सकता है। प्रशासनिक प्रमुख होने के नाते निगम कमिश्रर का कार्यभार देख रहे आई.ए.एस. अधिकारी विशेष सारंगल ने नगर निगम के दोनों एस.ईज किशोर बांसल व अश्विनी चौधरी की ड्यूटी लगाई है कि वे इन 93 अवैध बिल्डिंगों को चैक करें और हर हालत में इसकी रिपोर्ट 2 जुलाई सायं 5 बजे तक कमिश्रर कार्यालय को भेज दें। गौरतलब है कि एस.ई.ओ. एंड एम. किशोर बांसल को 46 जबकि एस.ई.बी. एंड आर. अश्विनी चौधरी को 47 बिल्डिंगों की जांच का काम सौंपा गया है। पता चला है कि दोनों अधिकारियों ने बिल्डिंग विभाग से तालमेल करके इन अवैध बिल्डिंगों व कालोनियों बारे रिकार्ड तलब किया है। जांच दौरान बिल्डिंग विभाग के अधिकारियों को भी साथ लेकर मौके देखे जाएंगे और सोमवार को फाइनल रिपोर्ट तैयार होगी। 

सिद्धू की जानकारी में आएगा ‘सील का स्कैंडल’
जालंधर नगर निगम में अवैध बिल्डिंगों व कालोनियों का खेल वर्षों से चल रहा है जिसमें करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हो चुका है जो नवजोत सिद्धू की नजर में आ चुका है। अब सिद्धू की नजर में सील का स्कैंडल भी आने वाला है जो निगम में वर्षों से चल रहा है और माना जा रहा है कि इसमें निगम कमिश्रर लैवल तक के अधिकारी पर भी गाज गिर सकती है। गौरतलब है कि ज्यादातर मामलों में अवैध बिल्डिंगों को कार्रवाई इत्यादि से बचाने हेतु नगर निगम अक्सर उन्हें सील कर देता है और चंद दिनों बाद एफिडेविट इत्यादि लेकर उन सीलों को खोल भी दिया जाता है।

क्या और निगमाधिकारियों की बारी आएगी?
नवजोत सिद्धू ने जिस प्रकार जालंधर निगम के 9 बड़े अधिकारियों को अवैध बिल्डिंगों के मामले में दोषी मानते हुए सस्पैंड कर दिया उससे लगने लगा है कि आने वाले दिनों में अवैध बिल्डिंगों से जुड़े कई और निगमाधिकारियों की बारी भी आएगी। अगर 35 बिल्डिंगों को चैक करने के बाद 9 अधिकारी सस्पैंड हो सकते हैं तो 93 मौके देखने के बाद कितनों की बारी आएगी यह भी देखने वाली बात होगी।

दूसरे शहरों से आएगा बिल्डिंग विभाग का स्टाफ
नगर निगम की बिल्डिंग शाखा के 8 बड़े अधिकारियों के सस्पैंड होने के बाद तय है कि कुछ दिन निगम का कामकाज प्रभावित रहेगा परंतु सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जुलाई के पहले सप्ताह जालंधर निगम के बिल्डिंग विभाग में नए अधिकारियों की तैनाती हो सकती है। लोकल बाडीज द्वारा बिल्डिंग शाखा के अधिकारियों के तबादले किए जा सकते हैं और दूसरे शहरों का स्टाफ जालंधर भेजा जा सकता है।

Anjna