पंजाब प्रधान बनने के बाद पहली बार जालंधर पहुंचेगे नवजोत सिद्धू, कांग्रेसी विधायकों की टटोलेंगे नब्ज

punjabkesari.in Thursday, Jul 29, 2021 - 11:22 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): जिला कांग्रेस भवन में आज वर्षों के उपरांत पंजाब प्रदेश कांग्रेस प्रधान के दीदार हो रहे हैं क्योंकि नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश कांग्रेस के प्रधान बनने के उपरांत आज अपनी जालंधर फेरी के दौरान कांग्रेस भवन में डेरा लगाएंगे। इस दौरान सिद्धू जिले के कांग्रेसी विधायकों, जिला प्रधानों, पार्षदों, ब्लाक कांग्रेस प्रधानों, जिला परिषद, पंचायत समिति सदस्यों, यूथ कांग्रेस व विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों से मुलाकात करके उनकी नब्ज टटोलेंगे। कार्यक्रम को लेकर आज जिला कांग्रेस देहाती के प्रधान सुखविंदर सिंह सुक्खा लाली, शहरी के प्रधान बलदेव सिंह देव ने कांग्रेस भवन में सभी प्रबंध करवाए। सिद्धू करीब 11 बजे कांग्रेस भवन में पहुंचेंगे और और उनका 2 बजे तक कांग्रेस नेताओं से वन टू वन मुलाकात करने का प्रोग्राम तय किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए कार्यकर्त्ताओं को बुलाया नहीं है केवल चुनिंदा पदाधिकारियों, चेयरमैनों से ही सिद्धू की मुलाकात करवाई जाएगी। सूत्रों की मानें तो सिद्धू ने पहले कांग्रेस भवन में जालंधर सहित कपूरथला, होशियारपुर, नवांशहर के 4 जिलों के पदाधिकारियों के साथ मुलाकात करने का कार्यक्रम तय किया था, परंतु बाद में इसे जालंधर जिले तक के लिए ही सीमित रखा दिया गया।

जिक्रयोग्य है कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान प्रताप सिंह बाजवा के कार्यकाल के उपरांत करीब 6 वर्षों से कोई भी प्रदेश कांग्रेस प्रधान जिला कांग्रेस भवन नहीं आया। बाजवा के बाद कैप्टन अमरेन्द्र सिंह और सुनील जाखड़ के हाथों कांग्रेस की कमान रही परंतु उनका जालंधर दौरा केवल चंद होटलों और सर्किट हाऊस तक ही सीमित रहता था जिस कारण दोनों नेता आम कार्यकर्ताओं की पहुंच से बहुत दूर रहे। इसी का असर था कि जिले में अगर कोई भी मंत्री आता तो वह भी कैप्टन अमरेन्द्र और सुनील जाखड़ के नक्शे कदम पर चलते हुए कांग्रेस भवन नहीं पंहुचता था, जिसका खामियाजा भी आज कांग्रेस को भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि ज्यादातर टकसाली नेता और कार्यकर्ता उनकी कोई पूछ-पड़ताल न होने की वजह से पार्टी कार्यक्रमों से किनारा करके अपने घरों तक सीमित हो गए हैं। अब जिस प्रकार सिद्धू ने कांग्रेस भवन में अपना पहला कार्यक्रम रखा है, उससे जो भी हो कार्यकर्ताओं में नई जान व जोश देखना तय है।

कैप्टन अमरेन्द्र खेमे के विधायकों व चेयरमैनों पर टिकेंगी सबकी नजरें
आज कांग्रेस भवन में कार्यक्रम के दौरान राजनीतिक गलियारों की नजरें कैप्टन खेमे पर टिकी रहेगी। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह खेमा पूरी मुस्तैदी से कार्यक्रम की गतिविधियों पर पैनी निगाह रखेगा। सबसे ज्यादा ध्यान कैप्टन अमरेन्द्र धड़े से संबंधित विधायक सुशील रिंकू, विधायक राजिंदर बेरी, विधायक लाड़ी शेरोवालिया व कई चेयरमैनों पर रहेगा, जिन्होंने अभी तक नवजोत सिद्धू के साथ अपनी दूरियां बना रखी है।

जिक्रयोग्य है कि कांग्रेस आलाकमान ने जिस दिन सिद्धू की प्रधानगी पर अपनी मोहर लगाई थी उस दिन शाम को सिद्धू कांग्रेस के दिग्गज नेता अवतार हैनरी और मोहिन्द्र सिंह के.पी. के घर पहुंचे थे। इस दौरान विधायक बावा हैनरी भी मौजूद रहे। इसके अलावा जब सिद्धू ने जालंधर से होते हुए अमृतसर श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक होने जाना था उस दिन भी केवल अवतार हैनरी और विधायक बावा हैनरी ने ही सिद्धू के काफिले का जालंधर बाईपास पर बड़ी तादाद में समर्थकों के साथ जोरदार स्वागत किया था। विधायक परगट सिंह जोकि सिद्धू के खास दोस्त माने जाते हैं के अलावा विधायक सुरिन्द्र चौधरी ने भी सिद्धू के प्रधान बनने पर मुलाकात करके उन्हें बधाई दी थी। परंतु विधायक रिंकू और विधायक बेरी सहित कई कद्दावर नेता ऐसे हैं जोकि सिद्धू परिदृश्य से पूरी तरह से गायब रहे हैं, परंतु अब देखना होगा कि आखिरकार कांग्रेस भवन के कार्यक्रम में कैप्टन समर्थक होने के बड़े-बड़े दावे करने वाले नेता अपने स्टैंड पर कायम रहते हैं या फिर अपने संबंधित जिले में प्रदेश प्रधान के आगमन के प्रोटोकॉल को बनाए रखते हुए सिद्धू के कार्यक्रम में शामिल होते हैं।

सिद्धू के लिए पार्टी में पनपी अनुशासनहीनता और धड़ेबंदी को खत्म करना होगी चुनौती
प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के लिए जिला कांग्रेस में पनपी अनुशासनहीनता व धड़ेबंदी को खत्म करना भी एक चुनौती होगी। चूंकि कांग्रेस आज कई गुटों में बिखर चुकी है, हरेक गुट वर्चस्व की लड़ाई में दूसरे को नीचा दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ता। यहीं नहीं सांसद, विधायक व वरिष्ठ नेता तो कांग्रेस भवन में आना तक गंवारा नही समझते और न ही उन्होंने कभी कांग्रेस भवन को समय देकर कार्यकर्ताओं और आमजन की समस्याओं को सुनने और उनके निवारण का प्रयास किया। सांसद व सभी विधायक कांग्रेस भवन से किनारा करके केवल अपने कार्यालयों व विधानसभा हलका स्तर पर ही बेस कैंप लगाकर जनता की दिक्कतों को सुनते आ रहें है। हालांकि विगत वर्षों के दौरान जिला कांग्रेस शहरी के प्रधान बलदेव सिंह देव और देहाती के प्रधान सुखविंदर सिंह सुक्खा लाली की टांग खिंचाई में भी वरिष्ठ नेताओं ने कोई कसर नहीं छोड़ी है।

कांग्रेसी पार्षदों द्वारा मेयर के खिलाफ बगावती सुरों का मामला भी सिद्धू के समक्ष उठाएंगे
नगर निगम के कांग्रेसी पार्षदों द्वारा अपनी ही पार्टी के मेयर के खिलाफ बगावती सुरों का मामला भी प्रदेश प्रधान के समक्ष उठाया जाएगा। पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस के पार्षद ही मेयर व कांग्रेस सरकार की कारगुजारियों के खिलाफ आवाज उठाने में जुटे हुए हैं। अभी विगत कल ही निगम हाऊस की मीटिंग में पार्षदों ने जिस प्रकार एक तरह से विपक्ष की भूमिका को अदा करते हुए मेयर के खिलाफ बगावती सुर अपनाए थे, के अलावा पिछले महीनों ही रामा मंडी क्षेत्र के 4 कांग्रेसी पार्षदों ने अपने वार्डों में पुलिस की मिलीभगत से नशे की बिक्री को लेकर घंटों धरना प्रदर्शन किया था, संबंधी मामलों को भी सिद्धू के समक्ष रखा जाएगा। सूत्रों की मानें तो पार्षद जहां प्रदेश प्रधान के समक्ष अपना पक्ष रखेंगे वहीं मेयर और कुछ विधायक भी पार्षदों पर अनुशासन का चाबुक चलाने की मांग करेंगे ताकि सरकार की जनता के सामने रोजाना हो रही किरकिरी को रोका जा सके।

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Content Writer

Sunita sarangal