‘केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पंजाब में कोरोना से मृत्यु दर में हो रही बढ़ौतरी को लेकर जताई चिंता

punjabkesari.in Thursday, Nov 12, 2020 - 11:21 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पंजाब में कोविड-19 को लेकर केस फटैलिटी रेट (सी.एफ.आर.) पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार को तत्काल कदम उठाकर अपनी दर में सुधार करने को कहा है। पंजाब में पिछले 2 महीने में सी.एफ.आर. के संदर्भ में देशभर में सबसे खराब प्रदर्शन हुआ है, जबकि देश के अन्य राज्यों में कोरोना वायरस के चलते मृत्यु दर में उल्लेखनीय सुधार हो रहा है, ऐसे में पंजाब में उलटा सी.एफ.आर. में वृद्धि हुई है। 

गत दिन तक पंजाब में सी.एफ.आर. की औसत 3.14 प्रतिशत तक पहुंच गई जोकि राष्ट्रीय स्तर की औसत 1.49 प्रतिशत से दोगुना है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कोविड-19 को लेकर सी.एफ.आर. के मामले में देश के 10 सबसे अग्रणी राज्यों के अधिकारियों के साथ आयोजित एक बैठक में पंजाब को फिर से जरूरी कदमों को उठाने को कहा है, जिससे सी.एफ.आर. में सुधार हो सके। 9 सितम्बर को पंजाब में सबसे खराब मृत्युदर (2.95 प्रतिशत), गुजरात में (2.93 प्रतिशत) और महाराष्ट्र में (2.90 प्रतिशत) रही है। वहीं 10 नवम्बर को महाराष्ट्र ने अपने सी.एफ.आर. को 2.6 प्रतिशत कम किया और गुजरात 2.1 प्रतिशत तक कम करने में कामयाब रहा परंतु पंजाब का अनुपात 3.14 प्रतिशत तक बढ़ गया। एक चिंताजनक स्थिति है, क्योंकि इस सप्ताह दैनिक औसत मामलों की संख्या भी तेजी से गिरकर 500 हो गई है। उच्च सी.एफ.आर. से चिंतित केंद्र सरकार ने सितम्बर में विशेषज्ञों की एक टीम को राज्य में भेजा था। टीम ने उपचार प्रोटोकॉल में कुछ बदलाव करने के लिए कुछ सिफारिशें की थीं।

देश में 10 नवम्बर के सामने आए आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान 6 राज्य और यू.टी. ऐसे हैं जिनमें 54 प्रतिशत कोविड-19 के नए केस सामने आने से कोविड हॉट स्पॉट बनकर उभरे हैं, उनमें से दिल्ली में 5023, वैस्ट बंगाल में 3907, केरल में 3593, महाराष्ट्र में 3277, हरियाणा में 2427, तमिलनाडु में 2257 नए केस सामने आए हैं। इसी प्रकार देश के 6 राज्य और यू.टी. में 62 प्रतिशत मृत्यु दर 24 घंटों में देखने को मिली है, उनमें महाराष्ट्र में 85, दिल्ली में 71, वैस्ट बंगाल में 56, यू.पी. में 25, केरल में 22 और पंजाब में 20 लोगों की कोरोना की वजह से मौत हुई है। केंद्र की चेतावनी को देखते हुए ही पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को देखते हुए राज्य में रोजाना 30,000 टैस्ट करने के निर्देश जारी किए हैं। पंजाब कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा. राजेश भास्कर ने कहा कि मृत्यु दर बढऩे के पीछे अन्य गंभीर बीमारियां और जीवनशैली भी एक प्रमुख कारण है। उन्होंने कहा कि हम डाटा संकलन करने की प्रक्रिया में हैं। हमने उन लोगों का भी परीक्षण किया जिन्होंने दुर्घटनाओं में अपना जीवन गंवाया। उन्होंने कहा कि कम से कम 25 ऐसे मामलों में रोगियों को उनकी मृत्यु के बाद कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसी तरह 3 व्यक्ति, जिनकी मौत जहर खाने से हुई थी, मृत्यु के बाद पॉजिटिव पाए गए थे।


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