नए फलदार पौधों के लिए घातक है तापमान में गिरावट और कोहरे की मार

punjabkesari.in Saturday, Jan 19, 2019 - 08:31 AM (IST)

गुरदासपुर(हरमनप्रीत): सर्दी के मौसम में कोहरा अन्य फसलों को नुक्सान पहुंचाने के साथ-साथ फलदार पौधों के लिए भी घातक सिद्ध होता है। विशेषकर नए बागों को कम तापमान और कोहरे से भारी नुक्सान पहुंचता है। इसके अंतर्गत कई पौधों का विस्तार रुक जाता है और कईयों की पैदावार बुरी तरह प्रभावित होने से बागवानों को आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ता है।दूसरी तरफ सर्दी के दिनों में पौधों को ठंड से बचाने के लिए किसी खास दवा का प्रयोग करने की बजाए कुछ बातों को ध्यान में रखने की जरूरत होती है, परन्तु अनेक किसान इन अहम तथ्यों से अनजान होने के कारण कई बार या तो लापरवाही कर देते हैं और या फिर अनावश्यक खादों या दवाओं का प्रयोग करने का रास्ता अपना लेते हैं।  

नए पौधों के लिए सब से खतरनाक है कोहरा 
इन दिनों छोटे पौधों की कोशिकाओं में पानी जम जाता है और कई पौधों को नुक्सान होता है। मौसम ठीक होने पर स्वस्थ पौधों में फिर से सब कुछ ठीक हो जाता है, परन्तु कमजोर और क्षतिग्रस्त पौधे फिर ठीक नहीं होते। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि 24 घंटे या इस से अधिक समय जीरो डिग्री से नीचे तापमान रह जाए तो फलदार पौधों की डंडियां क्षतिग्रस्त हो जाती हैं जिस कारण पैदावार पर प्रभाव पड़ता है।

कैसे किया जाए कोहरे से बचाव?
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार सर्दी के मौसम में कड़ाकेदार ठंड, खुश्क हवाओं और कोहरे से फलदार पौधों को बचाने के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है। विशेषकर दिसम्बर के आखिर से जनवरी महीने के दौरान विशेष योजनाबंदी करने की जरूरत महसूस होती है। नए पौधों और बागों का धान की पराली या सरकंडे की बनी कुलियों से ढक कर बचाव करना चाहिए, लेकिन दक्षिण-पूर्व दिशा में पौधों को खुला रखना चाहिए ताकि सूरज की रोशनी पर्याप्त मिल सके। फलदार पौधों की नर्सरी को ढ़क कर बचाया जा सकता है, साथ ही पौधों को पॉलीथिन की पारदर्शी शीट से ढक कर भी बचाया जा सकता है। यदि संभव हो सके तो ठंड के मौसम में कोरे की संभावना वाले दिनों में पौधों को पतला-सा पानी देना चाहिए। इसी तरह पौधों को बचाने के लिए तने को बोरियां और घास-फूस से लपेट देना चाहिए।

पौधों के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है ठंड का प्रभाव  

पौधों की ठंड और कोहरे को सहने की क्षमता पौधों की किस्म, उम्र, सेहत, इलाके के मौसम और मिट्टी की सेहत आदि पर निर्भर करती है। पौधों की अच्छी सेहत ठंड से होने वाले नुक्सान से बचा सकती है। सही समय पर खाद डालने के अलावा पौधों को बीमारियोंं से बचा कर रखा जाए तो भी पौधे ठंड का मुकाबले करने में सक्षम होते हैं। कमजोर पौधों की सही ढंग से की गई कांट-छांट भी उन को मजबूत बनाती है। यदि फिर भी कोहरे से पौधे प्रभावित हो जाएं तो नुक्सान हुए भागों को काट देना चाहिए और आने वाले समय में पौधे को तंदरुस्त रखने के लिए दबाईयों की स्प्रेे करनी चाहिए।

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