पंजाब के कुछ मंत्रियों ने कार्यभार संभाला, कुछ सोमवार को संभालेंगे

punjabkesari.in Friday, Jun 07, 2019 - 10:42 PM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा अपने मंत्रियों के विभागों में किए गए फेरबदल के बाद अब कुछ नए मंत्रियों द्वारा अपना कार्यभार संभाल लिया गया है, जबकि कुछ सोमवार को संभालेंगे। पंजाब के नए स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने अपना नया कार्यभार आज संभाल लिया है। सबसे महत्वपूर्ण विभाग स्थानीय निकाय में परिवर्तन किया गया है तथा इसका कार्यभार वरिष्ठ मंत्री ब्रह्म महिन्द्रा को सौंपा गया है। 

नए मंत्रियों ने पुराने मंत्रियों से फीडबैक लिए
नए मंत्रियों द्वारा संभवत: पुराने मंत्रियों से मिल कर विभागों को लेकर फीडबैक भी हासिल किया जाएगा। इसी तरह से रजिया सुलताना भी सोमवार को अपने नए विभाग को देखेंगी। मुख्यमंत्री ने रजिया को ट्रांसपोर्ट जैसा महत्वपूर्ण विभाग सौंपा है। पंजाब के नए राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ ने आज मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह से मुलाकात की तथा राजस्व विभाग देने के लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें जो नई जिम्मेदारी सौंपी गई है, उसे वह पूरी तरह से निभाएंगे। 

4 मंत्रियों के विभागों में कैप्टन ने नहीं किया कोई फेरबदल 
सरकारी हलकों से पता चला है कि 4 मंत्रियों के विभागों में मुख्यमंत्री ने कोई फेरबदल नहीं किया है, इसलिए वे तो अपने पुराने कमरों में ही काम करेंगे। नए मंत्रियों द्वारा अपने साथ पुराना स्टाफ ही सरकारी कामकाज के लिए चलाया जाएगा। सोमवार से संभवत: मंत्री चंडीगढ़ के नागरिक सचिवालय में पहुंचना शुरू कर देंगे तथा अपने-अपने नए विभागों का चार्ज ले लेंगे। अब सभी की नजरें इस तरफ टिकी रहेंगी कि नए बिजली मंत्री नवजोत सिद्धू कब अपना कार्यभार संभालते हैं। नए मंत्रियों में शिक्षा विभाग भी महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जिसका कार्यभार कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिंगला को सौंपा गया है। अध्यापकों के वाॢषक तबादलों को लेकर शिक्षा विभाग द्वारा नई नीति भी इसी माह बनाई जानी है। इसी तरह से स्वास्थ्य विभाग भी काफी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि सरकारी अस्पतालों की दशा को सुधारना तथा डाक्टरों की अस्पतालों में हाजिरी को यकीनी बनाना भी जरूरी है। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने शुरू से ही शिक्षा व स्वास्थ्य दो क्षेत्रों में प्रमुख ध्यान देने का ऐलान किया हुआ है। इसलिए नए मंत्रियों के सामने जहां अधिकारियों व कर्मचारियों की तैनाती का मुद्दा महत्वपूर्ण रहेगा। वहीं पर दूसरी ओर उन्हें नए विभागों में कामकाज की रफ्तार को भी बढ़ाना होगा। 

Vaneet