नए साल पर नौसरबाजों की अनोखी ठगी, 300 गरीब परिवारों को लगाया चूना

punjabkesari.in Sunday, Jan 03, 2021 - 04:13 PM (IST)

गुरदासपुर (हरमन): पिछले समय दौरान कई लोगों के साथ नौसरबाजों की तरफ से मारी गई ठगी के बावजूद न तो लोग सचेत हो रहे हैं और न ही ऐसे ठग किस्म के लोग अपना गोरखधंधा बंद कर रहे हैं। इसके चलते जिले में एक प्राइवेट कंपनी की आड़ में कुछ व्यक्ति इस बार गरीब वर्ग के लोगों को ठगी का शिकार बनाकर रफूचक्कर हो गए।

आज गुरदासपुर के कलानौर रोड पर स्थित एक काॅलोनी में एकत्रित हुई महिलाओं और उनके परिजनों ने बताया कि कुछ समय पहले उनको कुछ लोगों ने संपर्क करके कहा था कि वह बिना ब्याज कर्ज देते हैं, जिसको वह किस्तों में वापिस लेंगे। उक्त व्यक्तियों ने कहा कि उनका कार्यालय गुरदासपुर के कलानौर रोड पर है, जहां से पूरे जिले का काम-काज चल रहा है और उस कार्यालय में ही सभी लाभपात्रों की प्रत्येक महीना मीटिंग भी होगी। उक्त व्यक्तियों ने कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए लाभपात्र को पहले 1620 रुपए जमा करवा कर कार्ड बनाना पड़ेगा, जिसके बाद नए साल वाले दिनों में उनके बैंक खातों में कंपनी की तरफ से 60-60 हजार रुपए जमा करवा दिए जाएंगे। यह 60 हजार रुपए 2-2 हजार की 30 किस्तों में वापस लिए जाएंगे।

ठगी के शिकार व्यक्तियों ने बताया कि उन्होंने खुद भी 1620 रुपए देकर कार्ड बनवा लिया और अन्य लोगों को भी ऐसा करवा दिया, परन्तु अब जब नए साल के मौके पर उनके बैंक खातों में कोई पैसा नहीं आया तो वह उक्त व्यक्तियों के फोन पर संपर्क कर रहे हैं, परन्तु सभी फोन बंद हैं। यहां तक कि कंपनी के व्यक्तियों ने जो कार्ड बनाकर दिए हैं, उन पर लिखा हैल्पलाइन नंबर भी नहीं मिल रहा। इस कारण आज वह कलानौर रोड पर इस कार्यालय में आए हैं, जहां आकर पता लगा है कि उक्त व्यक्तियों ने किसी का घर किराए पर लेकर कार्यालय बनाया था। परन्तु वह यहां से समान लेकर जा चुके हैं। अब तक यह पता लगा है कि इन व्यक्तियों ने करीब 300 गरीब परिवारों को ठगी का शिकार बनाया है।

उक्त लोगों के बुुलाने पर जब पत्रकारों की टीम उक्त स्थान पर पहुंची तो उस इमारत में से अपना समान लेकर उक्त व्यक्ति जा चुके थे और इमारत पर कोई भी बोर्ड तक नहीं थी। पीड़ित व्यक्तियों से उक्त कंपनी के नुमायंदों के फोन नंबर लेकर संपर्क करने की कोशिश भी की, परंतु किसी भी नंबर पर संपर्क नहीं हो सका। पीड़ित व्यक्तियों को पुलिस के पास शिकायत करने संबंधी पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह गरीब लोग हैं और पहले ही वह मेहनत-मजदूरी कर गुजारा कर रहे थे। अब उनके पास इतना समय नहीं है कि वह पुलिस के पास शिकायत कर अपनी दिहाड़ी का नुक्सान करें।

Mohit