अस्पताल से नवजात बच्ची को चुरा ले गई महिला, रोती- बिलखती रह गई मां

punjabkesari.in Wednesday, Feb 12, 2020 - 11:16 AM (IST)

 लुधियाना(राज): लुधियाना के सिविल अस्पताल के मदर एंड चाइल्ड सैंटर के वार्ड से एक महिला दो दिन की बच्ची चुरा कर ले गई। फैक्टरी में लेबर का काम करते उमेश की पत्नी सिरबावती ने बताया कि वह अपने पति उमेश के साथ ढंढारी कलां में गोपाल के वेहड़े में रहती है। शनिवार रात को वह सिविल अस्पताल एडमिट हुई थी। जहां रविवार की सुबह नार्मल डिलीवरी के जरिए उसने एक बेटी को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद उसे  मदर एंड चाइल्ड सैंटर की दूसरी मंजिल पर वार्ड में 6 नंबर बैड पर शिफ्ट किया गया। सोमवार को वह अस्पताल में ही थी। देर शाम को एक महिला उसके बैड के आस-पास घूमने लगी। 

जब उससे उसने इसका कारण पूछा तो महिला ने कहा कि उसका मरीज दूसरे हॉल में है। कुछ समय बातें करने के बाद महिला बच्ची को सहलाने लग गई। रात को भी उक्त महिला वहीं सो गई। मंगलवार की सुबह जब वह उठी तो उक्त महिला कुछ समय बाद फिर आ गई। करीब 11 बजे सिरबावती और उसकी बेटी का चेकअप करने के बाद डाक्टरों ने उसे घर जाने के लिए बोल दिया। उसका पति नीचे गया हुआ था। इस बीच वह अपना सामान बांध रही थी कि महिला बच्ची को फिर से सहलाने लगी। वह उसे गोद में लेकर बाहर घुमाने की बात करने लगी। पहले उसने मना किया। मगर बाद में वह बच्ची को लेकर वार्ड के बाहर चली गई। कुछ देर बाद उसका पति उमेश आया और उसने बच्चे के बारे में पूछा। उसने कहा कि महिला बच्चे को लेकर गई है। उसके पति ने बाहर जाकर बच्चे की तलाश की मगर वह नहीं मिली। फिर उन्होने स्टाफ को बताया। सूचना के बाद थाना डिवीजन नंबर-2 के एस.एच.ओ. अमनदीप सिंह पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने अंदर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे चैक किए। इसमें एक कैमरे में आरोपी महिला बच्चा लेकर जाते नजर आई है। पुलिस ने फुटेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। 

पहले भी सफाई कर्मचारियों ने एक बच्चा चोरी कर बेचा था 
बच्चा चोरी होने का यह पहले मामला नहीं है। 7 महीने पहले भी मदर एंड चाइल्ड सैंटर से नवजात बच्चा चोरी हो गया था। पुलिस की जांच में बाद पता चला था कि बच्चा किसी और ने नहीं बल्कि अस्पताल के अंदर काम करने वाले सफाई सुपरवाइजर जसबीर सिंह ने चोरी किया था। उसने अन्य कर्मचारियों की मिलीभगत से बच्चे को आगे बेच दिया था। उक्त मामले में थाना डेहलों में केस दर्ज हुआ था और आरोपियों को काबू कर बच्चा बरामद किया गया था। इसमें हैरानी वाली बात यह है कि जिसने बच्चा चुराया था, वह सफाई ठेकेदार का सगा भाई था। इतनी बड़ी वारदात के बाद भी सफाई ठेका रद्द नहीं किया गया, बल्कि फिर उसी ठेकेदार को ही सफाई ठेका दिया गया था। 

सुरक्षा नहीं, स्टाफ या सफाई कर्मचारी बन कोई भी घूमता रहता है वार्ड में  
सिविल अस्पताल और मदर एंड चाइल्ड सैंटर के अंदर सिक्योरिटी गार्ड रखे हुए है। मगर सुरक्षा न के बराबर है। वार्ड में कोई भी अंजान व्यक्ति घुस जाते हैं। कोई खुद को स्टाफ कहता है तो कोई सफाई कर्मचारी। उनके कोई भी आईडैंटिटी कार्ड नहीं पहने होते हैं। जबकि इससे पहले सिविल सर्जन ने हिदायतें दी थीं कि सभी सफाई कर्मचारियों के आई. कार्ड पहने होने चाहिए। मगर इसके बाद में सफाई कर्मचारी बिना आई.डी. कार्ड पहने ही घूमते हैं। इससे मरीज या उनके रिश्तेदारों को पता नहीं चलता कि कौन क्या है। 

शॉल ओढ़ा होने के कारण नहीं दिख रहा आरोपी महिला का चेहरा
मदर एंड चाइल्ड वार्ड और सिविल अस्पताल के अंदर जगहों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे लगे हुए हैं। जब पुलिस ने कैमरे चैक किए तो एक एक कैमरे में महिला नजर आई। महिला ने लाल रंग का शॉल ओढ़ रखा था। उसका चेहरा साफ नहीं पता चला, क्योंकि मुंह पर शॉल रखा हुआ था। पुलिस ने फुटेज कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। 

एफ.आई.आर. दर्ज कर महिला की तलाश शुरू कर दी है : ए.सी.पी. 
ए.सी.पी. (सैंट्रल) वरियाम सिंह ने बताया कि इस मामले में अज्ञात महिला के खिलाफ बच्चा चोरी करने की एफ.आई.आर. दर्ज की जा रही है। एक फुटेज मिली है। उसके आधार पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि महिला के साथ अस्पताल का कोई स्टाफ या सफाई कर्मचारी तो नहीं शामिल। अगर ऐसा कुछ पाया गया तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी। 
 

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