खुशी-खुशी बेटी को डोली में किया था विदा, नहीं पता था 8 माह बाद ऐसा होगा...

punjabkesari.in Saturday, Jul 18, 2020 - 01:21 PM (IST)

रायकोट (राज): रायकोट के गांव जलालदिवाल में पिता ने बेटी की शादी करके ख़ुशी-ख़ुशी उसे ससुराल घर भेजा था लेकिन उन्हें क्या पता था कि 8 महीने पहले शादी के बंधन में बंधी बेटी सारी उम्र का रोना दे जाएगी। ससुराल घर बेटी की भेदभरे हालात में मौत हो गई, जिसके बाद मां-बाप ने ससुरालियों पर बेटी को मारने के आरोप लगाए हैं।

जानकारी के अनुसार गांव गुड़े के निवासी गुरमुख सिंह ने पुलिस को दिए बयानों में बताया कि 10 अक्तूबर 2019 को उसने अपनी बेटी बलजीत कौर का विवाह नवदीप सिंह पुत्र बलविन्दर सिंह निवासी जलालदिवाल के साथ किया था। विवाह दौरान उसने अपनी हैसियत से अधिक दहेज भी दिया था लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही बेटी के ससुराल परिवार ने उसे दहेज के लिए तंग -परेशान करना शुरू कर दिया। शनिवार सुबह करीब 5.30 बजे उसके दामाद की मौसी अमरजीत कौर पत्नी हरदयाल सिंह निवासी रूपापत्ती ने फ़ोन करके बताया कि उसकी बेटी बेहोश हो गई है लेकिन जब गुरमुख सिंह अपने गांव के लोगों और रिश्तेदारों के साथ बेटी के ससुराल घर पहुंचा तो उसकी मौत हो चुकी थी।

मृतका के पिता ने बेटी की सास चरनजीत कौर, पति नवदीप सिंह और मौसी सास अमरजीत कौर पर बेटी की हत्या करने का शक ज़ाहिर करते कहा कि ससुराल परिवार ने उसकी बेटी को दहेज के लिए मारा है। इस संबंध में मृतका के पिता गुरमुख सिंह के बयानों के आधार पर कार्रवाई करते केस दर्ज कर शव परिजनों के हवाले कर दिया है। जब इस संबंधित गांव जलालदिवाल के सरपंच जगजीत सिंह के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मृतका के पति नवदीप सिंह ने रात करीब 1 बजे उसे फ़ोन करके घर बुलाया और बताया कि बलजीत कौर बेहोश है, जिस पर उन्होंने गांव के डाक्टर को बुलाया लेकिन डाक्टर ने बलजीत को मृत घोषित कर दिया।

सरपंच ने बताया कि मृतका का ससुर परिवार उसका पड़ोसी है और उनके बेटे के विवाह को कुछ महीने हुए हैं लेकिन उनके घर में कोई भी लड़ाई -झगड़ा सामने नहीं आया और न ही कभी पंचायत के पास ऐसी कोई बातचीत सामने आई है।

Vatika