वरियाणा डम्प पर कूड़े के पहाड़ देखकर हैरान हुई एन.जी.टी. की टीम

punjabkesari.in Wednesday, Dec 04, 2019 - 12:28 PM (IST)

जालंधर(खुराना): पूर्व जस्टिस जसबीर सिंह पर आधारित एन.जी.टी. की टीम ने शहर के मेन डम्प वरियाणा का दौरा किया, जहां कूड़े के बड़े-बड़े पहाड़ों को देख कर एन.जी.टी. की टीम खुद हैरान रह गई। डम्प की व्यवस्थाओं को देखकर टीम के सदस्य काफी हैरान हुए और उन्होंने कहा कि निगम अपना सारा कूड़ा वहां फैंक तो रहा है परंतु उसे मैनेज करने का कोई प्रयास नहीं हो रहा, जोकि चिंता का विषय है।एन.जी.टी. की टीम के सदस्यों ने इस मामले में निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा से भी सवाल-जवाब किए और कहा कि पिछले एक साल दौरान उन्होंने भी इस मामले में कुछ नहीं किया। इस दौरान लाकड़ा ने वहां लगाए जाने वाले बायो माइनिंग प्लांट तथा अन्य योजनाओं के बारे में बताया। 

एन.जी.टी. की टीम ने वरियाणा डम्प के कूड़े में से निकलने वाले जहरीले पानी को पाइप के माध्यम से सीवर से जोड़े जाने पर भी हैरानी व्यक्त की और इस मामले में निगम को कड़े दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान टीम ने निगमाधिकारियों को डांट लगाकर कहा कि न चारदीवारी की और न ही ग्रीन बैल्ट बनाई। एन.जी.टी. की टीम का कहना था कि पर्यावरण की दृष्टि से डम्प स्थान के आस-पास चारदीवारी होनी चाहिए व नियमों के अनुसार वहां ग्रीन बैल्टें भी बनाई जानी चाहिएं, जबकि वरियाणा में ऐसा कोई प्रयास नहीं किया गया है।

शीतल फाइबर्स व कैपिटोल अस्पताल से भरे पानी के सैम्पल
सतलुज में फैलाए जा रहे प्रदूषण की जांच करने 2 दिन के जालंधर दौरे पर पहुंची नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा गठित की गई टीम ने मंगलवार को बस्ती पीरदाद में लगाए गए सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट के साथ-साथ शीतल फाइबर्स और कैपिटोल हॉस्पिटल से भी पानी के सैम्पल लिए हैं। पानी के यह सैम्पल लैब में टैस्टिंग के लिए भेजे जाएंगे। इस दौरान टीम ने फोकल प्वाइंट स्थित एच.आर. इंटरनैशनल में भी विजिट की लेकिन वहां से कोई सैम्पल नहीं लिया गया। 

सतलुज में फैलाए जा रहे प्रदूषण पर एक्शन में एन.जी.टी.
रिटायर्ड जस्टिस जसबीर सिंह की अगुवाई वाली एन.जी.टी. की टीम के साथ मंगलवार को पर्यावरणविद् संत सीचेवाल, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व नगर निगम के अधिकारी भी मौजूद रहे। एन.जी.टी. की टीम मंगलवार को पूरे दिन की गई कार्रवाई का आधिकारिक ब्यौरा बुधवार दोपहर को प्रैस कॉन्फ्रैंस करके मीडिया को देगी। इस दौरान एन.जी.टी. की टीम ने सर्कट हाऊस में नगर निगम और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक करके अफसरों से प्रदूषण नियंत्रण के लिए अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी भी ली।

हाईकोर्ट में सुनवाई 10 को
इस बीच जालंधर की लैदर इंडस्ट्री को सील किए जाने के मामले में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहे मामले की सुनवाई 10 दिसम्बर तक टल गई है। यह सुनवाई मंगलवार को होनी थी लेकिन मामले की सुनवाई कर रहे न्यायाधीश की उपलब्धता न होने के कारण मामले में अगली तारीख तय की गई है। जालंधर की लैदर इंडस्ट्री की सीलिंग के खिलाफ लैदर उद्योग से जुड़े उद्योगपतियों द्वारा यह याचिका दायर की गई थी।

एन.जी.टी. कमेटी के चेयरमैन रिटा. जस्टिस जसबीर सिंह ने कहा कि 'हमने नगर निगम के एस.टी.पी. के साथ-साथ कई अन्य संस्थानों के सैम्पल लिए हैं। यदि जांच के दौरान ये सैम्पल फेल होते हैं तो कानून के मुताबिक कम्पन्सेशन की सिफारिश की जाएगी। एन.जी.टी. पहले भी कई बड़ी इंडस्ट्रीज पर नियमों के उल्लंघन प्रमाणित होने पर लाखों रुपए की कम्पन्सेशन लगा चुकी है। इस मामले में भी पारदर्शी तरीके से काम किया जाएगा'।  

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Sunita sarangal