532 किलो हैरोइन का मामला: कस्टम दफ्तर पहुंची NIA की टीम

punjabkesari.in Friday, Jul 26, 2019 - 08:30 AM (IST)

अमृतसर(नीरज): आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर पाकिस्तान से आयातित नमक की खेप से 532 किलो हैरोइन पकड़े जाने के मामले की गूंज दिल्ली तक सुनाई दे रही है। इस मामले की जांच करने के लिए एन.आई.ए. (राष्ट्रीय सुरक्षा एजैंसी) की टीम वीरवार को कस्टम कमिश्नरेट दफ्तर अमृतसर पहुंची। 

जानकारी के अनुसार एन.आई.ए. ने बुधवार शाम को इसी मामले में एक एफ.आई.आर. दर्ज की है, लेकिन कस्टम अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद इसकी दोबारा समीक्षा की जाएगी। एन.आई.ए. की तरफ से डी.आई.जी. आशीष चौधरी के नेतृत्व में एक दर्जन अधिकारियों का दल कस्टम दफ्तर पहुंचा था, लेकिन कस्टम अधिकारियों ने 532 किलो हैरोइन के मामले से जुड़ा कोई भी दस्तावेज फिलहाल एन.आई.ए. की टीम को नहीं दिया। इस मामले में कस्टम की तरफ से कानूनी तर्क यही दिया गया कि विभाग ने आई.सी.पी. पर 532 किलो हैरोइन जब्त की है और इस मामले में विभाग अपनी जांच लगभग पूरी कर चुका है और सिर्फ रणजीत सिह चीता अभी गिरफ्त में नहीं आया है। इसलिए कस्टम विभाग इस केस को कमजोर नहीं करना चाहता है।

पुलिस का नहीं लिया कोई रिकार्ड
532 किलो हैरोइन मामले में हैरानीजनक पहलू यह सामने आ रहा है कि एन.आई.ए. की टीम कस्टम विभाग का रिकार्ड लेने तो पहुंच गई, लेकिन पुलिस की तरफ से दर्ज एफ.आई.आर. व अन्य रिकार्ड नहीं लिया है। इस मामले में कानूनी तौर पर कस्टम विभाग सही है क्योंकि विभाग ने ही अपने आई.सी.पी. के परिसरमें हैरोइन जब्त की है और जांच भी कस्टम विभाग ने पूरी की है, जबकि पुलिस ने तो कस्टम विभाग द्वारा गिरफ्तार आरोपियों को ही दोबारा एफ.आई.आर. में शामिल किया है और एक मामले की जांच 2 एजैंसियां नहीं कर सकती हैं। इससे अदालत में यह केस चलने के बाद पुलिस को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

जम्मू-कश्मीर के टैरर फंडिंग का लिंक निकाल रही एन.आई.ए.
आई.सी.पी. पर पहले 532 किलो हैरोइन व 52 किलो मिक्स्ड नार्कोटिक्स पकड़ा जाना और उसके बाद दिल्ली में जूट बैग्स में 150 किलो व सोनीपत में किशमिश की पेटियों में लगभग 50 किलो हैरोइन पकड़े जाने के मामले में जहां 6 अफगानी नागरिक दिल्ली पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए जा चुके हैं तो वहीं 532 किलो हैरोइन के मामले में कस्टम विभाग की तरफ से हंदवाड़ा (जम्मू-कश्मीर) के तारिक अहमद लोन को गिरफ्तार किया जा चुका है। किसी न किसी रूप से यह मामला जम्मू-कश्मीर के टैरर फंडिंग से भी जुड़ा हुआ है। 2 वर्ष पहले ही एन.आई.ए. की टीम ने जम्मू-कश्मीर के चक्कां दा बाग व इस्लामाबाद में चलने वाले बार्टर ट्रेड रूट में एक हजार करोड़ रुपए की टैरर फंडिंग ट्रेस की है, जिसकी अभी तक जांच की जा रही है। बुधवार को भी एन.आई.ए. की टीम ने कश्मीर में बार्टर ट्रेड करने वाले एक व्यापारी को गिरफ्तार किया था।

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