नाइजीरियन तस्करों की राजधानी दिल्ली में धाक, अन्य राज्यों के लोगों को बना रहे मोहरा

punjabkesari.in Wednesday, Jun 12, 2019 - 10:47 PM (IST)

जालंधर(स.ह.): नाइजीरियन तस्करों ने हैरोइन तस्करी का एक नया तरीका अपना लिया है, जोकि हैरान करने वाला है। नाइजीरियन तस्कर आजकल अन्य राज्यों के लोगों को तस्करी करने का मोहरा बना रहे हैं, ताकि पुलिस के राडार पर न आ सकें। देखा जाए तो नाइजीरियन तस्कर इतने शातिर तक हो चुके हैं कि वह अब पंजाब के तस्करों के साथ मिलकर पंजाबी तक सीख रहे हैं, ताकि उन्हें पंजाब में नशा तस्करी करने में कोई दिक्कत न आए और उसी के साथ अन्य राज्यों के तस्कर जोकि नाइजीरियन के पंटर बनकर तस्करी कर रहे हैं, उन्हें भी भाषा की दिक्कत न आए। हालांकि इस संबंध न सिर्फ पंजाब पुलिस, बल्कि दिल्ली की जांच एजैंसियां भी असहाय नजर आ रही हैं। इस वक्त पूरे देश में हैरोइन की बड़े स्तर पर सप्लाई राजधानी दिल्ली से हो रही है। 

इंटैलीजैंस से जुड़े सूत्रों की मानें तो नाइजीरियन हाई लेवल पर नशा तस्करी कर रहे हैं। इतना ही नहीं, सारा नैक्सेस जेल से ऑप्रेट हो रहा है। आजकल नशा तस्कर व्हाट्सएप के अलावा अन्य कई नई एप्स के जरिए कॉल कर रहे हैं, जिसे ट्रेस कर पाना संभव नहीं है। इनमें सबसे ज्यादा टैलीग्राम एप ट्रैंड में है, जिसके जरिए नाइजीरियन तस्कर जेल से न सिर्फ नशा तस्करी को आप्रेट कर रहे हैं, बल्कि अन्य राज्यों के युवकों व युवतियों को नशा तस्करी के धंधे में संलिप्त कर रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल व असम के युवा हैं, जोकि नशा तस्करी में आ चुके हैं और पंजाब में इस वक्त सबसे ज्यादा सप्लाई कर रहे हैं।

दिल्ली के मैट्रो स्टेशन बने नाइजीरियन तस्करों का अड्डा 
नाइजीरियन दिल्ली में तो इस कदर नशा तस्करी का जाल बिछा चुके हैं कि उन्होंने पुलिस और इंटैलीजैंस की कार्रवाई के बाद भी एक नया तरीका निकाला है। बड़े नाइजीरियन तस्करों ने दिल्ली के मैट्रो स्टेशन को अड्डा बना लिया है, क्योंकि मैट्रो में सबसे ज्यादा दिल्ली का युवा सफर करते हैं। इसको लेकर तस्करी के लिए उन्होंने स्टेशन पर लगे पिलर नंबर को कोड वर्ड में तबदील किया है। अगर कोई तस्कर किसी कस्टमर को हैरोइन की खेप देने आता है तो उसे इंटरनैट कॉलिंग के जरिए इलाके के मैट्रो स्टेशन का पिलर नंबर बताया जाता है, जहां उक्त कस्टमर पिलर नंबर बताकर खेप की डिलीवरी करते हैं। 

दिल्ली के हवाला कारोबारी और नाइजीरियन हुए एकजुट! 
वहीं इंटैलीजैंस के सूत्रों की मानें तो इस वक्त नाइजीरियन युवाओं ने नशा तस्करी में इतनी धाक जमा ली है कि उन्होंने दिल्ली के हवाला कारोबारियों तक को अप्रोच करना शुरू कर दिया है। वे उनके जरिए बाहरी राज्यों में तस्करी की पेमैंट करने को लेकर हवाला का इस्तेमाल कर रहे हैं। लाखों की पेमैंट रोज इधर से उधर की जा रही हैं। पंजाब के कई बड़े तस्करों के पंटर दिल्ली जाकर माल तो ले आते हैं, मगर उनकी पेमैंट हवाला के जरिए होती है। 

पंजाब में नाइजीरियन स्टूडैंट्स ने तस्करी कर खोले कई रैस्टोरैंट्स 
वहीं दूसरी ओर अगर पंजाब की बात की जाए तो कई नाइजीरियन स्टूडैंट्स ने तस्करी के बल पर ही रैस्टोरैंट्स खोल लिए हैं, जिनकी आड़ में वे नशा तस्करी व सप्लाई ही नहीं बल्कि जिस्मफरोशी का धंधा भी करवा रहे हैं। इसके कारण कई पंजाबी युवक इनकी ओर ङ्क्षखचते चले जा रहे हैं और नशे का आदी बन नशा तस्करी के धंधे में उतर रहे हैं। 

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