थाने के सामने गुंडागर्दी, हमलावर गोलियां चलाता रहा लाडी बचता रहा, कौंसलर सहित 9 पर मामला दर्ज(Photo)

punjabkesari.in Friday, Aug 30, 2019 - 07:54 PM (IST)

खन्ना(सुनील): आज दोपहर के समय करीब 12 बजे स्थानीय ललहेड़ी रोड पुल के पास तथा सिटी थाना 1 के सामने गुंडागर्दी का तांडव देखने को मिला। जब एक कार सवार शिकायतकत्र्ता गुरप्रीत सिंह उर्फ लाडी पुत्र सुखदेव सिंह निवासी जीटीबी नगर खन्ना पर लगभग 12 हमलावरों ने हमला करते हुए जहां उसे बुरी तरह से पीटा वहीं उसकी कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। समय रहते पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए उनके चुंगल से छुड़ाया, अन्यथा भारी जानी नुकसान हो सकता था। 

पुलिस ने शिकायतकत्र्ता की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कथित आरोपियों वार्ड नंबर 10 से महिला कौंसलर तलविंदर कौर रोशा पत्नी हनी रोशा, हनी रोशा निवासी बिलां वाली छप्पड़ी, अकाली नेता सोनू जगदेओ, साहिब रोशा, करण रोशा के साथ-साथ नौ अज्ञात हमलावरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307, 379बी, 323, 506, 427, 148, 149, 120बी, 25-27-54-59 आम्र्स एक्ट के अधीन मामला दर्ज कर कथित आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। समाचार लिखे जाने तक सभी कथित आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर थे। शिकायतकत्र्ता के अनुसार उसका कथित आरोपियों के साथ 7 लाख रुपए का लेनदेन है। आज जब वह अपनी मारूति ब्रीजा कार नंबर पीबी-10  65ए-8628 में सवार होकर ललहेड़ी रोड पुल से शहर की तरफ आ रहा था तो पुल उतरते ही उसे कथित आरोपी करण रोशा तथा उसके अन्य साथियों ने रोका। जब करण रोशा ने उसकी कार में लात मारी तो वह बाहर निकल आया। 

करण रोशा ने बैल्ट से उससे मारपीट करते हुए पिस्तौल तान लिया और एक के बाद एक उस पर करीब चार-पांच फायर किए गए। सभी फायर मिस निकलने कारण उसकी जान बच गई। इसी बीच करण रोशा का भाई साहिब रोशा वहां पर आ गया। इन दोनों ने उसे बुरी तरह से पीटते हुए उस पर हमला किया और वह जान से मारने की धमकियां देते मौके से फरार हो गए। इस उपरांत जब वह थाने में शिकायत देने जा रहा था तो उसे थाने के बाहर ही घेर लिया गया। कथित आरोपियों ने सोची समझी साजिश के तहत उसे घेरते हुए गाड़ी को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। उसे गाड़ी से बाहर निकालते हुए उस पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया गया। शोर सुनकर पास थाने से बाहर आए मुलाजिमों ने उसकी जान बचाई। अगर पुलिस मुस्तैदी न करती तो हमलावर उसे जान से मार देते। 

हमलावर गोलियां चलाता रहा, लाडी बचता रहा
आज उस समय लाडी की जान बाल बाल बची जब हमलावर उस पर गोलियां चलाता रहा और वह बाल बाल बचता रहा। एकाध नहीं हमलावर ने उस पर पांच फायर किए। इनमें से कोई फायर नहीं चला। जिस कारण उसकी जान बच गई। हमलावर उसे मारने के मकसद से आए थे और साजिश के तहत फील्डिंग लाकर उसे घेरा गया और फिर पिस्तौल से गोलियां चलाने की कोशिश की गई।

सीसीटीवी में कैद हुई पूरी घटना
ललहेड़ी रोड पर कई दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में यह पूरी घटना कैद हो गई है। सीसीटीवी में हमलावर सरेआम गोलियां चलाता दिखाई देता है और फिर असफल होने पर वह वहां से फरार हो जाते हैं।

क्या कहना है दूसरे पक्ष का
इस संबंध में दूसरे पक्ष के हनी रोशा ने सभी आरोपों को झूठ तथा बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि उन्होंने किसी पर कोई हमला नहीं किया। यह पूरी तरह से सियासत से प्रेरित है। वार्ड नंबर 10 से अमित तिवाड़ी कांग्रेस की तरफ से नगर कौंसिल इलेक्शन लडऩे की तैयारी कर रहा है। अमित तिवाड़ी ने गुरप्रीत लाडी के माध्यम से उन्हें जान से मारने की कोशिश करवाते हुए उसके भतीजों पर हमला कराया। उसके भतीजे पर चाकू से हमला किया गया। उसके भतीजे ने जब हाथ आगे किए तो चाकू हाथ पर लगा। लाडी ने पिस्तौल निकालते हुए गोली चलाने की कोशिश की तो उससे पिस्तौल छीना गया। उसके भतीजों के पास कोई पिस्तौल नहीं था।

क्या कहना है अमित तिवाड़ी का
इस संबंध में जब अमित तिवाड़ी से बातचीत की गई तो उन्होंने सभी आरोपों को झूठ तथा बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि उनका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है। उनका नाम बिना वजह बदनाम किया जा रहा है। जबकि दोनों पक्षों में पहले से ही लड़ाई चली आ रही है। इसमें उनका किसी पक्ष से कोई संबंध नहीं। हनी रोशा ने इसे जानबूझकर सियासी रंग दिया है।

केस दर्ज होने की सूचना मिलते ही भागे कथित आरोपी
उधर, इस संबंध में जब सिविल अस्पताल खन्ना में भर्ती कथित आरोपियों को उन पर केस दर्ज होने की सूचना मिली तो वह इलाज बीच में ही छोड़ते हुए वहां बिना बताए ही फरार हो गए। जिस पर अस्पताल प्रशासन की तरफ से उन्हें लांबा घोषित किया गया। 

क्या कहना है एसएचओ का
इस संबंध में जब एसएचओ लाभ सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि कथित आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। इनमें से जो अस्पताल में दाखिल हुए थे वो वहां से फरार हो गए। सभी आरोपियों की तलाश में छापामारी की जा रही है। जिन्हें जल्द काबू कर लिया जाएगा। हमले का कारण पैसों का लेन-देन है।

Vaneet