कै. अमरेन्द्र बोले-‘ED या किसी अन्य से नहीं डरता’

punjabkesari.in Saturday, Dec 05, 2020 - 09:57 AM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर (अश्वनी, धवन): ई.डी. या किसी भी अन्य से न डरने की बात कहते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य की सभी विपक्षी पार्टियों की किसानों के आंदोलन को लेकर राजनीति करने के लिए कड़ी निंदा की है। उन्होंने ऐलान किया कि वह तथा समूची कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से किसानों के साथ है तथा केंद्र को उनकी बातें सुननी चाहिएं व मांगों को स्वीकार करना चाहिए।

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मुख्यमंत्री ने सभी प्रमुख विपक्षी पार्टियों के नेताओं प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल व हरसिमरत बादल, अरविंद केजरीवाल तथा एम.एल. खट्टर की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने किसानों की लड़ाई को मजाक बनाकर रख दिया है जोकि अपने न्यायपूर्ण अधिकारों के लिए ठंड में सड़कों पर बैठे हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 वर्षों से वह अदालतों में जा रहे हैं, क्योंकि बादलों ने उनके खिलाफ  केस किए हुए थे। वह ई.डी. की भी परवाह नहीं करते हैं। वह उसके लिए भी 13 और वर्षों के लिए अदालतों में जाने के लिए तैयार हैं। वह हरसिमरत बादल के उस बयान पर टिप्पणी कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि वह मुख्यमंत्री (ई.डी.) के दबाव में है। उन्होंने कहा कि सभी बादल एक जैसे हैं तथा वे डरपोक हैं। उन्होंने अकाली नेताओं को सुझाव दिया कि वे झूठ बोलना बंद करें तथा सच को सामने लाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गत दिवस केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के दौरान उन्होंने उन्हें सूचित किया था कि पंजाब विधानसभा में संशोधन बिलों को पास किया गया है तथा उन्होंने किसानों व केंद्र के मध्य जारी डैडलॉक को खत्म करवाने की कोशिश की। उन्होंने गृह मंत्री से कहा कि वह राष्ट्रपति से कह कर इन बिलों को मंजूरी दिलवाएं।

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‘बादल को पद्म विभूषण क्यों मिला, नहीं जानता’
अकालियों द्वारा किसान कानून के मुद्दों पर दोहरी भाषा बोलने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बादलों ने इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से यू-टर्न लिया है। उन्होंने बादल द्वारा अपना मैडल भारत सरकार को वापस करने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उन्हें नहीं पता कि प्रकाश सिंह बादल को पद्म विभूषण क्यों दिया गया था। उन्होंने कहा कि 1965 के युद्ध को जीतने के लिए जनरल हरबख्श सिंह को पद्म विभूषण मिला था। उन्होंने पूछा कि प्रकाश सिंह बादल ने कौन-सी लड़ाई जीती है या समुदाय के लिए कौन-सी कुर्बानी दी है? इस मामले पर वह 70 वर्षों से राजनीति करते आ रहे हैं।उन्होंने कहा कि पूरे जीवन में प्रकाश सिंह बादल ने केवल किसानों के हितों को लेकर दावे किए हैं परन्तु जब केंद्रीय अध्यादेश किसानों के खिलाफ  लाए गए थे तो उनकी पार्टी ने उसका साथ दिया। उस समय तो वह सार्वजनिक रूप से इन अध्यादेशों के खिलाफ  नहीं बोले थे। कैप्टन अमरेन्द्र ने कहा कि केंद्रीय कैबिनेट का सदस्य होने के नाते हरमिसरत कौर बादल उस बैठक में मौजूद थीं जिसमें कृषि अध्यादेशों को पास किया गया था। क्या वह अनपढ़ थीं कि उन्होंने अध्यादेशों को पढ़ा नहीं था। 

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‘केजरीवाल नूं झूठ बोलण दी आदत है और खट्टर नूं कुट्टण दी’
केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर दिए गए बयान पर बरसते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने पाकिस्तान का उल्लेख प्रदेश की सुरक्षा को लेकर किया था तथा गृह मंत्री होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि मैं लम्बे हो रहे आंदोलन के खतरों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री को जानकारी दूं। उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि ‘केजरीवाल नूं झूठ बोलण दी आदत है और खट्टर नूं कुट्टण दी’।उन्होंने कहा कि हरियाणा तथा दिल्ली के दोनों मुख्यमंत्री किसान प्रोटैस्ट के दौरान नकारात्मक भूमिका निभा चुके हैं। खट्टर सरकार ने तो पुराने किसानों को भी नहीं बख्शा तथा हरियाणा में किसानों के खिलाफ  ङ्क्षहसा की गई। उन्होंने कहा कि किसान यूनियनों ने पहले ही दिल्ली चलो मार्च निकालने का ऐलान किया हुआ था तथा खट्टर को उन्हें बातचीत के लिए बुलाना चाहिए था परन्तु इसकी बजाय उन्होंने उन पर पानी की बौछारें कर दीं। केजरीवाल पर झूठ बोलने की आदत होने का आरोप लगाते हुए कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पूछा कि पहले वह बताएं कि उनकी सरकार ने केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए अपने राज्य विधानसभा में संशोधन बिल क्यों नहीं पास किए? 


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