अब 100 मिनट में होगी 192 सैंपलों की जांच, मशीनें करवाई गई इंस्टॉल
punjabkesari.in Saturday, May 23, 2020 - 05:44 PM (IST)
अमृतसर (दलजीत शर्मा): पंजाब में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए सरकार ने राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में टेस्टिंग की समर्था बढ़ा दी है। अमृतसर तथा पटियाला कॉलेजों की नेतृत्व में चलने वाली लैबोरेटरियो में अब प्रतिदिन 9600 से अधिक सैंपल ओं की टेस्टिंग की जाएगी तथा रिपोर्ट भी जल्द अधिकारियों तक पहुंच जाएगी। इससे पहले दोनों मेडिकल कॉलेजों में प्रतिदिन 1400 सैंपल की टेस्टिंग होती थी।
जानकारी अनुसार पंजाब में प्रतिदिन कोरोना वायरस के केस बढ़ते जा रहे हैं कोरोना वायरस के टेस्टिंग के लिए पहले पंजाब को सरकारी लेबोरेटरी पुणे तथा दिल्ली पर निर्भर रहना पड़ रहा था तथा कहीं-कहीं दिन टेस्ट की रिपोर्ट के लिए इंतजार करना पड़ता था। परंतु सरकार द्वारा मेडिकल शिक्षा तथा खोज विभाग के अधीन चलने वाले सरकारी मेडिकल कॉलेजों के नेतृत्व वाली लैबोरेट्री से कोरोना की टेस्टिंग करवाने का फैसला लिया गया। लैबोरेटरियो में पहले सीमित साधन होने के कारण कॉलेज के डॉक्टर मेहनत तथा लगन से टेस्टिंग प्रक्रिया को अंजाम दे रहे थे। विभाग के मंत्री ओम प्रकाश सोनी द्वारा टेस्टिंग प्रक्रिया लेबोरेटरी ओं में अधिक करने के फैसले के तहत अति आधुनिक मशीनरी मंगवाई गई है। बाबा फरीद यूनिवर्सिटी द्वारा सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर तथा पटियाला के लिए एमजीआई एचपी 96 अति आधुनिक मशीनरी इस साल करवाई जा रही है। इस मशीनरी के तहत अब लेबोरेटरी में जो मैनुअल काम होता था वह मैकेनिकल होगा सो मिनट में 192 केसों की टेस्टिंग हो पाएगी। भविष्य में यह मशीनरी इन स्टाल होने से काफी काम करने के कार्यों में मदद मिलेगी।
मशीनरी से काम में आएगी तेजी
सरकारी मेडिकल कॉलेज अमृतसर के माइक्रोबायोलॉजी लेबोरेटरी के इंचार्ज डॉ केडी ने बताया कि सरकार द्वारा जो मशीन भी उपलब्ध करवाई गई है उसे कोरोना टेस्टिंग के कार्य में काफी तेजी आएगी। पारदर्शी ढंग से कार्य होंगे विभाग के मंत्री ओम प्रकाश सोनी द्वारा लैबोरेट्री में हर एक सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए गंभीरता से काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में पंजाब में बाकी राज्यों के मुकाबले सबसे अधिक टेस्टिंग की जा सकेगी।
ज्यादा टेस्टिंग से कोरोना को दी जा सकती है मात
पंजाब में जिस प्रकार कम्युनिटी से कोरोना वायरस के के सामने आ रहे हैं उसी प्रकार अब राज्य की जरूरत बन गया था कि यहां पर अधिक से अधिक टेस्टिंग करवाई जाए विदेशों में कोरोना से लड़ने के लिए अधिक से अधिक तहसील करवाई जा रही है तथा जो केस सामने आ रहे हैं उनको दूसरों से अलग रखा जा रहा है। पंजाब में भी ज्यादा टेस्टिंग होने से करोना को मात दी जा सकती है।