कोरोना के साथ अब डेंगू का भी डंक; मरीजों की संख्या 148 से पार

punjabkesari.in Friday, Oct 09, 2020 - 02:52 PM (IST)

मानसा(संदीप मित्तल): शहर में कोरोना के साथ अब मौसम बदलते ही डेंगू के डंक ने डराना शुरू कर दिया। क्षेत्र में डेंगू के 148 से ज्यादा केस सामने आए हैं। सेहत विभाग कोरोना संकट दौरान मौसमी बीमारियां डेंगू व मलेरिया के बढ़ रहे प्रकोप को रोकने के लिए पूरी तरह चौकस दिखाई दे रहा है।

सरकारी आंकडों के अनुसार सरकारी सेहत संस्थायों में वीरवार 9 नए मरीजों समेत डेंगू के मरीज 148 से पार हो गई है। परंतु ज्यादातर डेंगू  पीड़ित लोग घरों अंदर दिखाई दे रहे हैं। लोगों के मन अंदर कोरोना महामारी के संकट दौरान यह बीमारी और गंभीर ङ्क्षचता का विषय बन गई है। मानसा जिले अंदर सिविल सर्जन डा. लाल चंद ठुकराल के नेतृत्व में सेहत विभाग की टीमें इन बीमारियों को फैलाने वाले मच्छर के लरवे बारे जागरूक करके हर संभव प्रयास करने लगी है। इस संबंधी सेहत विभाग के बी.ई.ई.  हरबंस मत्ती ने बताया कि डेंगू के लक्षण बुखार, सिर दर्द, मास-पेशियों और जोडटों में दर्द, जी मचलाना और ज्यादा गंभीर स्थिति में मुंह/मसूड़ों आदि में खून का बहना हैं। मलेरिया की बीमारी मादा ऐनोफलीज के काटने से मरीज को ठंड और कंपकंपी के साथ बुखार, उल्टियां, सिर दर्द, बुखार उतरने के बाद सिर दर्द और शरीर को पसीना आना शुरू हो जाता है। इन बीमारियों से बचने के लिए किसी भी किस्म का बुखार होने पर नजदीक की सेहत संस्था से खून की जांच करवानी चाहिए।

सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू व मलेरिया का इलाज बिल्कुल मुफ्त : डा. ठुकराल
सिविल सर्जन डा. लाल चंद ठुकराल ने बताया कि हर शुक्रवार ड्राई डेय के तौर पर मनाया जाता है। सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू और मलेरिया का इलाज बिल्कुल मुफ्त किया जाता है। इस के साथ लोगों को जागरूक करने के लिए हर गांव कस्बे में जागरूकता सामग्री पहुंचाई जा रही है। उन्होंने बताया कि सल्लम बस्तियों और गांवों-कस्बों के संदिग्ध  मरीजों की स्लाइडें बना कर खून के सैंपल लिए जा रहे हैं। 

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