अब अपनों के सवालों में घिरे सुखबीर

punjabkesari.in Sunday, Sep 02, 2018 - 01:39 PM (IST)

चंडीगढ़:पंजाब विधानसभा में जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट पर चर्चा का बहिष्कार करने कर शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल विवादों में घिरते जा रहे है। इसे लेकर उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सवाल उठाए हैं। 

पूर्व मुख्यमंत्री  प्रकाश सिंह बादल के करीबी सहयोगी तोता सिंह ने सुखबीर के सदन के बहिष्कार करने के कदम पर सवाल उठाते हुए इसे गलत बताया था। उन्होंने कहा था कि कम समय मिलना सदन के बहिष्कार का ठोस कारण नहीं है। वहीं अब पूर्व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एस.जी.पी.सी.) के प्रमुख अवतार सिंह मक्कड़ ने इस मामले में सुखबीर की क्षमता पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि क्या सुखबीर बहस के दौरान पार्टी सदस्यों का नेतृत्व करने में सक्षम नहीं थे। हालांकि पार्टी के अधिकांश सीनियर नेता सुखबीर के फैसले के खिलाफ खुले तौर पर बोलने से बचना चाहते हैं।

हालांकि उनका भी मानना है कि शिअद का विधानसभा से बायकॉट करना गलत था। इस संबंधी एक अकाली नेता ने कहा कि मीडिया में रिपोर्ट को लीक करके सत्तारूढ़ कांग्रेस पहले से ही जनता को यह बताना चाहती थी कि बेअदबी के लिए तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार जिम्मेदार है। वहीं पार्टी ने बहस में हिस्सा न लेकर  इन आरोपों को और पुख्ता किया है। पार्टी को बहस में शामिल होकर रिपोर्ट की विश्वसनीयता पर सवाल उठाने चाहिए थे। 
  

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