NRI Day: लड़कियों से शादी कर फरार हो रहे हैं विदेशी दूल्हे, 30 हजार कानूनी मामले पड़े हैं लंबित

punjabkesari.in Wednesday, Jan 09, 2019 - 02:54 PM (IST)

जालंधर। (सूरज ठाकुर) पंजाब के लाखों युवा भले ही विदेशों में जाकर करोड़ों रुपए कमा रहे हैं, लेकिन इनमें से कुछ विदेश जाने से पहले यहां शादी कर लेते हैं और मुड़कर अपनी पत्नियों की सुध ही नहीं लेते हैं। ऐसी महिलाओं की राज्य में संख्या बढ़ती जा रही है। यह महिलाएं और उनके परिजन अब इस मामले में कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। जिससे महिलाओं के प्रति इस तरह के शोषण को रोका जा सके। आज NRI डे पर आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह विदेश में बसने से पहले युवा पहले अपने देश में शादी करते हैं, फिर विदेश जाकर दूसरी शादी कर लेते हैं। पंजाब के किसी भी शहरी इलाके में दाखिल होते ही सबसे ज्यादा होर्डिंग्स और बोर्ड विदेश भेजने वाले परामर्शदाताओं के होते हैं। वजह पंजाबी युवाओं में विदेश जाकर बसने का अनूठा जुनून है। कुछ युवा स्टडी विजा हासिल करना चाहते हैं तो कुछ वर्क परमिट के सहारे विदेश जाना चाहते हैं। 

पंजाब में महिला शोषण के 30 हजार से ज्यादा कानूनी मामले... 
पंजाब राज्य महिला आयोग के आंकड़ों के मुताबिक NRI द्वारा पत्नियों को छोड़ने के 30 हजार से ज्यादा कानूनी मामले राज्य में लंबित हैं। महिला आयोग ने केंद्र से इस संकट पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने की मांग कर रखी है।आयोग ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से महिलाओं की दुर्दशा का मुद्दा उठाया था। सुषमा स्वराज ने जरूरी कार्रवाई का भरोसा तो दिया था, लेकिन इस दिशा में अभी तक कानून बनाने की पहल नहीं हो पाई है।

केस स्टडी 1...
रेप करने के बाद फैंक दिया था सड़क पर...
शिल्पा (बदला हुआ नाम) 2010 में शादी कर अमेरिका जाने से पहले एक आईटी कंपनी में काम करती थी। शिल्पा ने बताया कि ‘‘मैं जैसे ही कैलिफोर्निया पहुंची मेरे पति ने मेरे सारे दस्तावेज और पैसे ले लिए। उसने कई बार मेरे साथ बलात्कार किया और फिर सड़क पर फेंक दिया। मेरे पास कोई विकल्प नहीं था और वापस आने को मजबूर थी।’’अब शिल्पा (30) अपनी आठ वर्षीय बेटी के साथ दिल्ली में रहती है। उसने अपने पति के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन वह तब से लौटकर नहीं आया। शिल्पा ने बताया कि हाल ही में सोशल मीडिया पर उसने देखा कि उसके पति ने फिर शादी कर ली है।


केस स्टडी 2...
एक पक्षीय तलाक देकर की दूसरी शादी...
19 साल की परमिंदर कौर (बदला हुआ नाम) का कहना है कि 2015 में उसकी शादी एक सपना सच होने जैसा था। शादी के बाद के 40 दिन उसकी जिंदगी के बेहतरीन पल थे, लेकिन उसके पति पढ़ाई पूरी करने के लिए कनाडा चले गए। उनके जाने के बाद चीजें पूरी तरह बदल गईं। परमिंदर बताती है कि उसके पति के जाते ही उसके ससुराल वालों ने उसे मानिसक और शारीरिक तौर पर प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और उसके घर वालों से हर महीने एक लाख रुपए दहेज के रूप में मांगने शुरू कर दिए। परमिंदर ने  बताया कि उसके ससुराल वाले मुझे रोटी खिलाने के लिए राशन पानी की भी डिमांड करने लगे थे। परमिंदर बताया कि इन सब प्रताड़नाओं के बीच उसके ससुराल वाले अचानक कनाडा चले गए और उसके बाद उसकी उनसे (ससुराल वालों से) और अपने पति से कभी कोई बात नहीं हुई। बाद में उसके पति ने एक पक्षीय तलाक दे कर दूसरी शादी कर ली। परमिंदर और उसकी तरह धोखा खा चुकीं अन्य महिलाएं अब एक ऐसे विशेष अंतरराष्ट्रीय कानून की मांग कर रही हैं जिससे फरार पतियों का प्रत्यार्पण मुमकिन हो सके।


केस स्टडी 3....
पति ने छोड़ा मेलबर्न में अकेला... 
इसी तरह के हालातों का सामना कर चुकी स्मृति (बदला हुआ नाम) को उसके पति ने मेलबर्न में अकेला छोड़ दिया था, जिसके बाद उसे तनाव विकार (पीटीएसडी) हो गया। परमिंदर, शिल्पा और स्मृति का मानना है कि एक अंतरराष्ट्रीय कानून उनकी जैसी महिलाओं को कुछ हद तक इंसाफ दिला पाएगा। उन्होंने भादंस की धारा 498ए (पति या पति के किसी रिश्तेदार द्वारा किसी भी प्रकार की क्रूरता) में बलात्कार, मारपीट, धोखाधड़ी और छल जैसे कई बड़े अपराधों को शामिल किए जाने की मांग भी की, जिससे फरार पतियों का प्रत्यार्पण संभव हो सके। इस पूरे प्रकरण में एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एनआरआई शादियों से जुड़ी बढ़ती समस्याओं से निपटने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। सरकार ने हाल ही में अपनी पत्नियों को छोड़ने वाले 33 प्रवासी भारतीय या एनआरआई के पासपोर्ट रद्द किए थे।

Suraj Thakur