करवा चौथ पर विदेशी ‘चांद’ के हाथों छली गई ‘चांदनी’ मांग रही पति की मौत

punjabkesari.in Saturday, Oct 27, 2018 - 10:46 AM (IST)

अमृतसर (स.ह.): करवा चौथ के दिन सुहागिनें पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। चांद का दीदार करके पानी का घूंट पति के हाथों पीती हैं, लेकिन पंजाब में एन.आर.आई. दूल्हों के हाथों छली गई हजारों सुहागिनें हैं, जो सुहाग के इस पर्व पर खून का घूंट पीकर रह जाती हैं। वे पति की लंबी उम्र के बजाए मांगती हैं मौत की दुआ। करवा चौथ का दिन और चांद दोनों ही ऐसे सुहागिनों के जख्मों का हरा कर देता है। ऐसी ही सुहागिनों में एक है शोभा।

शोभा कहती है कि कैसा करवा चौथ, ऐसे पति को गोली मार देनी चाहिए, फांसी पर लटका देना चाहिए जो 7 फेरे लेकर 7 समुंदर पार जाकर छल करते हैं। शोभा (बी.ए.बीएड) अमृतसर के इस्लामाबाद में रहती है। 2002 में इसी इलाके के रहने वाले बलदेव ने मलेशिया में रहने वाले अपने साले मुकेश के साथ शादी करवाई थी। 4 जुलाई, 2002 को शोभा जब मलेशिया पहुंची तो पता चला कि वह पहले से शादीशुदा है और 2 बच्चों का पिता है।

शोभा ने जब इस बात पर ऐतराज जताया तो उसका पासपोर्ट छीन कर मुकेश ने उसे घर से निकाल दिया। मलेशिया में जब सहारे की उम्मीद शोभा को नहीं रही तो उसने किसी भारतीय के सहयोग से अपने मायके वालों को फोन पर जानकारी दी। मायके वालों ने भारत के तत्कालीन विदेशी मंत्री से शोभा को मलेशिया से भारत लाने की गुहार लगाई।

भारत सरकार की मध्यस्थता के बाद शोभा को मलेशिया पुलिस ने सहारा दिया और मामला दर्ज किया। वहीं, तत्कालीन भारतीय दूतावास अधिकारी जलान दत्ता के सहयोग से 14 नवंबर 2002 को शोभा भारत वापस आई। तब शोभा ने पति मुकेश, ससुर बनारसी दास, सास सत्यादेवी (मूल निवासी थ्रीयेवाल, जयंतीपुर, अमृतसर) के खिलाफ थाना इस्लामाबाद में मामला दर्ज करवाया था, लेकिन अब तक मलेशिया में रह रहे ससुराल वालों के खिलाफ भारत की पुलिस कोई एक्शन नहीं कर पाई है। 

 

पंजाब में एन.आर.आई. पतियों का मोह पंजाब की हजारों बेटियों के लिए अभिशाप बन गया है। विदेशी ‘चांद’ के हाथों छली गई भारतीय ‘चांदनी’ ये सुहागिनें सारी उम्र कोर्ट-कचहरी का चक्कर काटते बिता रही हैं, चाह कर भी विदेशी धरती पर रह रहे दगाबाज पतियों के खिलाफ पुलिस भी कुछ नहीं कर पा रही है। शोभा की बात करें तो इस बार करवा चौथ भी इत्तेफाक से 27 अक्टूबर को है, जबकि उसकी शादी की तारीख भी 27 अक्टूबर 2002 है। 

करीब 10 हजार सुहागिनें कोस रही हैं विदेशी दूल्हों को
राष्ट्रपति अवॉर्ड के साथ-साथ अमेरिका सहित विदेशों में सम्मान पाने वाली जन कल्याण संगठन फैमिली काउंसलिंग सेल की चेयरपर्सन स्वराज ग्रोवर कहती हैं कि पंजाब में विदेशी दूल्हों द्वारा छली जाने वाली पंजाब की बेटियों की संख्या करीब 10 हजार है। ऐसे में, करवा चौथ का दिन इन बेटियों के लिए आंसू के सिवा कुछ और मायने नहीं रखता। 

कहीं कैद में ‘चांदनी’ तो कहीं ‘चांद’
करवा चौथ के दिन अमृतसर सेंट्रल जेल की बात करें तो जेल का गेट इस दिन ‘चांद’ व ‘चांदनी’ के दीदार करने के लिए खास तौर पर खोला जाता है। जेल में अलग-अलग मामलों में कहीं चांद कैद है तो कहीं चांदनी। ऐसे में, करवा चौथ के दिन जेल की सलाखों से सुहागिनें जहां पति का दीदार करती हैं, वहीं पति भी जेल में बंद पत्नियों को दिन में ही ‘चांद’ बनकर अपनी चांदनी को करवा चौथ की मुबारकबाद देते हैं।  

 

swetha