पौैत्रे ने विदेश से लौटे दादा को एक साल से कमरे में रखा कैद

punjabkesari.in Wednesday, Mar 28, 2018 - 09:30 AM (IST)

फिल्लौर (भाखड़ी): जिस पौत्रे को दादा-दादी ने जन्म उपरांत मां से तलाक होने के पश्चात लाड प्यार से पाल पोस कर बड़ा किया, उसी पौत्रे ने बड़ा होकर विदेश से लौटे अपने वृद्ध एन.आर.आई. दादे को एक वर्ष से ज्यादा समय से घर के एक छोटे से कमरे में कैद करके रखा। उसके साथ जानवरों जैसा व्यवहार किया। बुजुर्ग पिता की हालत का जब उसकी बेटी को पता चला तो उसने संघर्ष कर अपने पिता को पौत्रे की कैद से आजाद करवाया।


आज पत्रकार सम्मेलन में कनाडा के एन.आर.आई. गुरचेतन सिंह 90 और उसकी बेटी सुरिंदर कौर 70 ने बताया कि वह 6 भाई-बहन हैं। उसके पिता गुरचेतन जो नजदीकी गांव बढाला के रहने वाले है उन्होंने सभी बच्चों की अच्छे घरों में शादी की। जबकि उनमें से एक भाई-बहन को शादी कर कनाडा भेज दिया। गुरचेतन ने बताया कि उसके बेटे सुखदेव सिंह के घर जब पौत्रे हरदीप ने जन्म लिया तो उसके पश्चात सुखदेव का अपनी पत्नी गुरबख्श कौर के साथ किसी बात को लेकर तलाक हो गया और उसकी मां उसे छोड़ अपने मायके चली गई। इसके पश्चात दादा-दादी ने अपने पौत्रे हरदीप की परवरिश में कोई कमी नहीं छोड़ी। गुरचेतन ने बताया कि 20 वर्ष पहले उसकी कनाडा में रहती बेटी ने उसे और अपनी मां सुरजीत कौर (90) को सिटीजन शिप भेज पक्के तौर पर वहां बुला लिया। यहां पहुंच उसने अपने दामाद के घर रहते फूलों के खेतों में काम किया। कनाडा सरकार ने उसे और उसकी पत्नी की ज्यादा आयु होने के कारण उन्हें रिटायर्ड कर घर बैठे पैंशन देनी शुरू कर दी। उसकी कमाई बंद होने के पश्चात विदेश में रहते दामाद को वह बोझ लगने लगा। एक दिन उसका दामाद उसे विदेश के पागलखाने में छोडऩे चला गया।

 

जब वहां के डाक्टरों ने चैकअप दौरान उसे सही पाया तो उसे वहां रखने की एवज में दामाद से 500 डालर प्रति महीना फीस मांगी तो उसका दामाद सवा साल पहले उसे जहां उसके पौत्रे हरदीप के पास छोड़ गया। उसने अपने पौत्र हरदीप और उसकी पत्नी को फिल्लौर के गांव नंगल में आलीशान कोठी खरीद कर दी। मुझे यह मालूम नहीं था कि यही कोठी अब उसके लिए कैद खाना बनने वाली है। उसके पौत्रे हरदीप ने उसे उसी कोठी के एक छोटे कमरे में कैद करके रख लिया।  भावुक होते हुए गुरचेतन ने बताया कि उसके साथ बंद कमरे में जानवरों से बुरा व्यवहार किया जाता। उसके पौत्रे हरदीप ने उसके फिल्लौर व पंजाब में रहते उसके बेटे-बेटियों को भी उसके यहां रहने की भनक तक नहीं लगने दी। एक महीना पहले उसके मिन्नत करने पर हरदीप ने उसे घर की छत पर बैठने की मंजूरी दे दी। तभी उसके घर के बाहर से धार्मिक यात्रा निकली जिसे गुरचेतन घर की छत पर खड़ा देख रहा था उसी यात्रा में उसकी बेटी सुरिंदर ने जब अपने पिता को देखा तो वह दंग रह गई।
उसकी बेटी सुरिंदर कौर ने पिता के यहां होने की सूचना तुरंत डेहलों में रहती अपनी बहन हरबंस कौर को दी। हरबंस कौर के बेटे की 2 सप्ताह पहले शादी थी तो वह अपने पिता के यहां पौत्रे के घर होने की सूचना मिलते उन्हें शादी में शामिल होने का न्यौता देने के बहाने वहां पहुंच गई। 

}बुजुर्ग गुरचेतन ने बताया कि जब उसका पौत्रा मजबूरी में उसे विवाह में शामिल करवाने के लिए ले जाने लगा तो उसने पहले उसे चेतावनी दी कि अगर उसने वहां अपनी बेटियों के पास मुंह खोला तो उसका हश्र और बुरा होगा। वहां विवाह में मौका पाकर दोनों बेटियों ने पिता से बात की तो वह रोने लगा और उसने बेटियों को अपने साथ हो रही ज्यादतियों बारे बताया। उसकी बेटी सुरिंदर कौर शहर वासियों की मदद से हरदीप के घर पहुंच गई और उसकी कैद से अपने पिता को आजाद करवा अपने घर ले आई। यहां आकर गुरचेतन ने अपने साथ हुई ज्यादती की शिकायत पुलिस को दी। गुरचेतन ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस अभी तक न तो उसे न्याय दिलवा सकी है और न ही उसके पौत्रे के पास पड़ा उसका पासपोर्ट, बैंक खातों की कापी व अन्य जरूरी दस्तावेज उसे दिलवा सकी।उसकी बुजुर्ग पत्नी भी विदेश में रह रही है। उसने पहले ही अपने जद्दी घर, हवेली व खेती की जमीन की पावर ऑफ  अटार्नी अपने पौत्रे को दे रखी थी जिस कारण उसके बच्चे उससे नाराज चल रहे थे। उसका पौत्रा विदेश से मिलने वाली पैंशन से ऐश कर रहा था। अब उसने सबसे पहले जायदाद की पावर ऑफ  अटार्नी रद्द करवाई है। स्थानीय पुलिस ने बताया कि फिलहाल यह घरेलू मामला है। वह बुजुर्ग द्वारा लगाए आरोपों की जांच कर रहे है। बुजुर्ग गुरचेतन का पासपोर्ट व अन्य दस्तावेज उसके पौत्रे से अपने पास सुरक्षित ले लिए है। जांच में जो कोई भी आरोपी पाया गया तो उसके विरुद्ध कारवाई की जाएगी। जब इस संबंध में उसके पौत्रे हरदीप से बात की तो उसने माना कि उसका दादा सवा साल से उसके पास रह रहा है। उसने उसे कोई कैद नहीं किया। उसने कहा कि उसका दादा बुजुर्ग होने के कारण अपना मानसिक संतुलन खो देता है। उसे नहीं मालूम कि वह उस पर ऐसे झूठे आरोप क्यों लगा रहा है। 

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