शहर में खूंखार आवारा कुत्तों का आंकड़ा 40 हजार पार, कई बन चुके हैं शिकार

punjabkesari.in Tuesday, Feb 09, 2021 - 12:13 PM (IST)

अमृतसर (रमन): शहर में आवारा कुत्तों के आतंक से निगम प्रशासन के साथ-साथ शहरवासी भी बहुत परेशान हो रहे हैं। अंदरूनी शहर में तो रात के समय गलियों से गुजरना बहुत मुश्किल हो गया है। आए दिन वहां पर आवारा कुत्तों के काटने के मामले सामने आए हैं। शहर और आस-पास के क्षेत्रों में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा हैं। सारा शहर आवारा कुत्तों के आतंकित हुआ पड़ा है। आवारा कुत्तों की फौज रात के समय लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल कर देती है, वहीं शहर के मुख्य पार्कों में भी दर्जनों कुत्ते घूमते दिखाई देते हैं, जिससे सुबह शाम सैर करने वाले लोग भी भय से सैर करते हैं। निगम द्वारा अवारा कुत्तों की केबल नसबंदी ही करवाई जा रही है। 

शहर में यहां से टीम द्वारा कुत्ता उठाया जाता है, नियमों के अनुसार उस कुत्ते को वहीं पर छोड़कर आना पड़ता है, इसलिए यहां पर भी कुत्तों की भरमार है, वहां पर लोगों को किसी तरीके से राहत नहीं मिल रही है। प्रतिदिन निगम में आवारा कुत्तों को लेकर दर्जनों शिकायतें आती हैं। सरकार के नियमों के मुताबिक निगम प्रशासन के बंधे हाथ नगर निगम हाऊस की बैठक हर बार आवारा कुत्तों के आंतक का मुद्दा उठता है, लेकिन सरकार के नियमों के मुताबिक निगम प्रशासन के हाथ भी बंधे हुए है। 

शहर में सरकारी आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो कुत्तों की आबादी 35 से 40 हजार हैं, मगर गैर-सरकारी आंकड़ों में यह संख्या 50 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी हैं। हर साल कुत्तों के काटने से लोग मौत का ग्रास बन रहे हैं। कुत्तों को मारने पर पाबंदी है, परंतु अगर कुत्ता किसी को मार देता है तो हमारा लाचार तंत्र तमाशा देखने के अलावा कुछ नहीं कर पाता। 

कुत्तों के आतंक से आतंकित शहर
शहर कुत्तों के आतंक से आतंकित है। वॉल्ड सिटी कटड़ा दूलो, कटड़ा भाई संत सिंह, कटड़ा परजा, बंबे वाला खूब, लौहगढ़, गली कुत्तियां वाली, खजाना वाला, सिविल लाइन का सारा क्षेत्र, बटाला रोड, इस्लामाबाद, छहर्टा, खंडवाला, वेरका, मजीठा रोड, तरनतारन रोड के कई क्षेत्र कुत्तों के आतंक से दुखी हैं। कुत्तों की बढ़ती जनसंख्या ने प्रशासन की नींद हराम की हुई है। कुत्तों के आतंक का शिकार सिर्फ बच्चे ही नहीं, कई लोग भी हो रहे हैं।

Content Writer

Tania pathak