नशे की दलदल में फंसे लोगों को नया जीवन दे रहे हैं ओट सैंटर, जानें कैसे

punjabkesari.in Thursday, Feb 07, 2019 - 12:25 PM (IST)

फरीदकोट: नशे से पीड़ित नौजवानों को नशों की दलदल से निकालकर उनको बढिय़ा सेहत प्रदान करने के अलावा उनके लिए खोले गए स्किल डिवैल्पमैंट केन्द्रों और जिला रोजगार कारोबार ब्यूरो में रोजगारोन्मुख प्रशिक्षण देकर रोजगार के काबिल बनाया जा रहा है, ताकि वे समाज में घटे रुतबे को फिर हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि जिले के नशामुक्ति केंद्र नशों को अलविदा कहने वाले लोगों के लिए बड़ा सहारा बन रहे हैं और नया जीवन प्रदान कर रहे हैं। इन विचारों का प्रकटावा डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने किया।

राजीव पराशर ने बताया कि फरीदकोट जिले में 4 आऊटपेशैंट असिस्टिड ट्रीटमैंट क्लीनिक्स जिनमें माडर्न सुधार घर फरीदकोट, सिविल अस्पताल कोटकपूरा, बाजाखाना और पुनर्वास केंद्र फरीदकोट (ओट) केंद्र चल रहे हैं, जिनमें नशा पीड़ितों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन सैंटरों में जनवरी 2019 तक 2934 नशे की आदत से पीड़ित मरीजों को रजिस्टर्ड किया गया है और इन मरीजों को मुफ्त इलाज भी मुहैया करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो सरकारी नशामुक्ति केंद्र अस्पतालों के साथ जुड़े हुए हैं, उन केन्द्रों पर मुफ्त टैस्टों की सुविधा भी दी गई है।

डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने आगे बताया कि राज्य स्तर और फरीदकोट में जिले के 4 ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिकों की सफलता दर्ज करने के बाद पंजाब सरकार यह ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिक कम्युनिटी हैल्थ सैंटर सादिक और सिविल अस्पताल जैतो में भी खोल रही है जहां नशे के आदी मरीजों को अस्पताल में दाखिल किए बिना ही इलाज मुहैया करवाया जाएगा।

इस मौके जिला इंचार्ज ओ.ओ.ए.टी. (ओट) सैंटर मैडीकल अफसर डा. रणजीत कौर ने बताया कि ओट सैंटर मॉडर्न सुधार घर में 789, कोटकपूरा 857 बाजाखाना में 189 और पुनर्वास केंद्र फरीदकोट के ओट केन्द्रों में 1099 नशे से पीड़ितों का इलाज किया गया है। इन केन्द्रों में जरूरी दवाओं की उपलब्धता और मुफ्त टैस्ट जिले के नशामुक्ति केन्द्रों और ओ.ओ.ए.टी. क्लीनिकों में सभी दवाएं मौजूद हैं।

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