ऑफ द रिकॉर्डः राष्ट्रपति पद के लिए बादल के नाम पर भी हुआ था विचार

punjabkesari.in Saturday, Jul 16, 2022 - 12:45 PM (IST)

नई दिल्लीः 21 जून को भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने राष्ट्र को बताया कि पार्टी ने द्रौपदी मुर्मू को अपने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में चुना है। उन्होंने खुलासा किया कि पार्टी ने इस पद के लिए 20 नामों पर विचार किया और उनमें से उन्हें चुना गया लेकिन उन्होंने भाजपा के संसदीय बोर्ड द्वारा विचार किए गए शेष 19 नामों के बारे में कुछ नहीं बताया।

पता चला है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने जिन 19 अन्य नामों पर विचार किया था उनमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कद्दावर सिख नेता प्रकाश सिंह बादल भी शामिल थे। पी.एम. मोदी ने एक बार उन्हें भारत का नेल्सन मंडेला भी कहा था।  हुआ यूं कि अकाली दल के नेताओं ने भाजपा को याद दिलाते हुए यह संदेश भेजा कि उसने एक बार संकेत दिया था कि राष्ट्रपति पद के लिए प्रकाश सिंह बादल के नाम पर भी विचार किया जा सकता है। यह पूछे जाने पर कि उन्हें बादल के प्रति ऐसी प्रतिबद्धता किसने दी, तो मध्यस्थों ने दिवंगत वरिष्ठ नेता और वित्त मंत्री अरुण जेतली का नाम लिया। 

बैठक में इस मामले पर यह कहते हुए चर्चा की गई कि आलाकमान को इसकी कभी जानकारी नहीं थी। हालांकि यह बात वहीं समाप्त हो गई। दूसरे, भाजपा-अकाली दल अब अलग हो गए थे और फिलहाल समझौते के कोई आसार नहीं हैं। भारत के एक पूर्व चीफ जस्टिस के नाम पर भी विचार किया गया, जिन्हें शायद कभी संकेत दिया गया होगा कि संवैधानिक पद के लिए उनके नाम पर विचार किया जा सकता है। मुर्मू के अलावा तेलंगाना की राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन और 3 अन्य आदिवासी महिला नेताओं पर भी विचार किया गया था। तेलंगाना के रहने वाले महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल सी. विद्यासागर राव के नाम पर भी चर्चा हुई। उनके व्यापक अनुभव को देखते हुए थावरचंद गहलोत और कलराज मिश्र सहित कई राज्यपालों के नामों का भी उल्लेख किया गया था।


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Vatika

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