पुरातन पुस्तकों का फिर से प्रकाशन करेगी एसजीपीसी: लौंगोवाल

punjabkesari.in Saturday, Dec 08, 2018 - 05:54 PM (IST)

अमृतसरः शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) ने गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव के मद्देनजर प्रोफेसर प्रीतम सिंह की पुस्तक ‘गुरू नानक विचारधारा ’ और यादगारी सिख डायरी को छापने का फैसला किया है। एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिन्द सिंह लौंगोवाल के नेतृत्व में शुक्रवार को सिख इतिहास अनुसंधान बोर्ड की सभा के दौरान यह फैसला किया गया। उन्होंने बताया है कि सिख इतिहास अनुसंधान बोर्ड की सभा में 550वां प्रकाश पर्व को समर्पित विशेष बैज (बिल्ले) तैयार करवाए जाएंगे। 

उन्होंने बताया कि गुरु नानक देव जी से संबन्धित शिरोमणि समिति की तरफ से प्रकाशित पुरातन पुस्तकों को फिर से छपवाने का फैसला किया है, इसके अंतर्गत मूलभूत तौर पर कुछ पुस्तकें छपवाईं जाएंगी। इस के अलावा इस ऐतिहासिक मौके पर नई पुस्तकें भी तैयार की जा रही हैं। इस कार्य के लिए अलग-अलग सिख विद्वानों से विशेष लेख मंगवाए जा रहे हैं। लौंगोवाल ने बताया कि इस क्रम के अंतर्गत ‘श्री गुरु नानक देव जी की त्रैकाली दृष्टि ’ एक पुस्तक लगभग तैयार है, जिसको अगले कुछ दिनों में संगत को अर्पण कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले प्रसिद्ध पत्रकार हरबीर सिंह भंवर की पुस्तक ‘डायरी के पन्ने’ छापी गई थी। लेखक की तरफ से अब शिरोमणि समिति को फिर से अधिकार देने के लिए पत्र भेजा गया है और इस पुस्तक को अब शिरोमणि समिति की तरफ से प्रकाशित करवाया जाएगा।  

एसजीपीसी अध्यक्ष ने बताया कि भंवर सिंह का स्वास्थ्य ठीक न रहने के कारण शिरोमणि समिति की ओर से उनको एक लाख रुपए की सहायता देने का फैसला किया गया है। उन्होंने बताया कि सिख इतिहास, गुरबाणी, संकल्प सिद्धांतों के साथ संबन्धित सर्वोच्च पुस्तकों को शिरोमणि समिति की तरफ से विशेष इनाम दिए जाया करेंगे। इसके अंतर्गत साल में एक पंजाबी भाषा में संकल्प के साथ संबन्धित सर्वोत्तम पुस्तक के लेखक और एक किसी अन्य भाषा की संकल्प संबन्धित पुस्तक के लेखक को 51 -51 हजार रुपए के साथ सम्मानित किया जाएगा।

Mohit