पंजाब के इस पुराने कुएं से मिले कंकालों पर हुई रिसर्च में सामने आई ये बड़ी बात

punjabkesari.in Friday, Apr 29, 2022 - 10:52 AM (IST)

चंडीगढ़(रश्मि हंस) : स्थानीय इतिहासकार की पहल पर 28 फरवरी 2014 को पंजाब के अजनाला कस्बे के एक पुराने कुएं से कई मानव कंकालों के अवशेष निकले थे। हालांकि कुछ इतिहासकारों का मत है की ये कंकाल भारत-पाकिस्तान के बटवारे के दौरान दंगों में मारे गए लोगों के हैं, जबकि विभिन्न स्रोतों के आधार पर प्रचलित धारणा है की ये कंकाल उन भारतीय सैनिकों के हैं, जिनकी हत्या 1857 स्वतंत्रता संग्राम के विद्रोह के दौरान अंग्रेजों ने कर दी थी। हालांकि उन सैनिकों के भौगोलिक उद्गम पर गहन बहस चल रही है। 

इस विषय की वास्तविकता पता करने के लिए पंजाब विश्वविद्यालय (पी.यू.) के एन्थ्रोपोलॉजिस्ट डॉ. जगमिंदर सिंह सेहरावत ने इन कंकालों के डी.एन.ए. और आइसोटोप एनालिसिस के लिए हैदराबाद और बीरबल साहनी इंस्टीच्यूट लखनऊ भेजा। वैज्ञानिकों की दो अलग-अलग टीम ने डी.एन.ए. और आइसोटोप एनालिसिस किया और पाया कि शहीद लोग गंगा घाटी क्षेत्र के रहने वाले थे। यह अध्ययन विज्ञान की पत्रिका फ्रंटियर्स इन जेनेटिक्स में प्रकाशित हुई है।

इस टीम के प्रमुख सदस्य सी.सी.एम.बी. हैदराबाद के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. कुमारसामी थंगराज ने कहा कि इस अध्ययन से प्राप्त आंकड़ों से ही शहीद सैनिकों के भौगोलिक उद्गम के बारे में सटीक जानकारी मिली है।इस शोध में 50 सैंपल डी.एन.ए. एनालिसिस और 85 सैंपल आइसोटोप एनालिसिस के लिए इस्तेमाल किए गए। दोनों शोध के तरीकों ने बताया कि कुएं में मिले मानव कंकाल पंजाब या पाकिस्तान के रहने वाले लोगों के नहीं थे। डी.एन.ए. सीक्वेंस के मेल यू.पी., बिहार और पश्चिम बंगाल के लोगों से मिले, जबकि दांतों के एनामेल के आइसोटोप एनालिसिस ने तस्कीद किया कि यह कंकाल गंगा घाटी और ओडि़सा के लोगों का है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vatika

Recommended News

Related News